May 15, 2024, 5:20 pm

Himachal Pradesh Politics: महाराष्ट्र की तरह कहीं हिमाचल में भी न हो जाए खेला.. सीएम पर सस्पेंस

Written By: गली न्यूज

Published On: Wednesday February 28, 2024

Himachal Pradesh Politics: महाराष्ट्र की तरह कहीं हिमाचल में भी न हो जाए खेला.. सीएम पर सस्पेंस

Himachal Pradesh Politics: हिमाचल प्रदेश के राजनीति के गलियारे में राज नेताओं की उठा पटक जारी है। इसके साथ ही हिमाचल प्रदेश की राजनीति ने उस वक्त एक नया मोड़ ले लिया जब सीएम सुक्खू ने दावा किया की हमारी सरकार पांच साल तक चलने वाली है। इसके साथ ही सीएम सुक्खू ने इस्तीफा देने की बात को नकार दिया है। इस वजह से हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार पर खतरा मंडराने लगा है। इसकी स्थति को भांपते हुए कांग्रेस ने डी के शिवकुमार और भूपेंद्र सिंह हुड्डा को हिमाचल प्रदेश में आब्जर्वर के तौर पर नियुक्त किया है।

क्या है पूरा मामला

बता दें, हाल ही में हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh Politics) में राज्यसभा सीट पर मंगलवार (27 फरवरी) को चुनाव हुआ है। इसके परिणाम ने हर किसी को चौंका दिया। चुनाव में भाजपा प्रत्याशी हर्ष महाजन और कांग्रेस उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी को बराबरी के वोट मिले। वहीं, कांग्रेस के छह विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की। बीजेपी ने चुनाव जीतने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दिया। विधानसभा में बीजेपी के केवल 25 विधायक होने के बावजूद ऐसा उलटफेर हुआ कि अंत में कांग्रेस को हार माननी ही पड़ी। क्रोस वोटिंग के बाद बीजेपी उम्मीदवार के मतों की संख्या बढ़कर 34 हो गई। दोनों ही दलों के पास 34-34 का आंकड़ा हो गया और पर्ची डालने के बाद बीजेपी के उम्मीदवार हर्ष वर्धन की जीत हुई। जिससे कांग्रेस तिलमिला गई है।

राज्यसभा चुनाव में क्या हुआ?

हिमाचल में कुल 68 विधायकों ने मतदान किया था। कांग्रेस के पास 40 विधायक थे, लेकिन इनमें से छह ने क्रॉस वोटिंग की। इसके बाद में कांग्रेस के पास 34 विधायक रह गए। ऐसे में फिर बीजेपी के पास निर्दलीय मिलाकर 28 विधायक थे। क्रोस वोटिंग के बाद बीजेपी उम्मीदवार के मतों की संख्या बढ़कर 34 हो गई। दोनों ही दलों के पास 34-34 का आंकड़ा हो गया और पर्ची डालने के बाद बीजेपी के उम्मीदवार हर्ष महाजन की जीत हुई।

पांच साल तक चलेगी हमारी सरकार: सीएम सुक्खू

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि मैंने कोई इस्तीफा नहीं दिया है मेरा इस्तीफा किसी ने नहीं मांगा है 5 साल सरकार चलेगी विक्रमादित्य हमारे भाई हैं और उनको मना लेंगे।

विधानसभा में जो हुआ वो निंदनीय हैं,जयराम ठाकुर

हिमाचल प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा, “हम आज सुबह राज्यपाल से मिलने गए और मैंने कहा कि चूंकि कांग्रेस के पास विधानसभा में बजट पारित करने के लिए बहुमत नहीं है, इसलिए स्पीकर बीजेपी विधायकों को निलंबित कर देंगे। आज, जैसे ही हम सदन के अंदर गए 15 भाजपा विधायकों को निलंबित कर दिया गया और मार्शलों द्वारा उन्हें विधानसभा से बाहर ले जाया गया। यह बेहद निंदनीय है।”

विक्रमादित्य सिंह को मिला हर्ष महाजन का साथ

बीजेपी से राज्यसभा चुनाव जीतने वाले हर्ष महाजन ने कहा है कि विक्रमादित्य सिंह ने जो किया वो नैतिक आधार पर बिलकुल ठीक फैसला था। उन्होंने मीडिया से कहा, “मैंने उनकी प्रेस कॉन्फ़्रेंस सुनी है और जो उन्होंने आज बोला है बिलकुल ठीक बोला है। वो वीरभद्र सिंह के बेटे हैं और हिमाचल प्रदेश के युवा आइकन हैं, उन्होंने बताया कि कैसे उनके पिता और उन्हें बेइज्जत किया गया। और क्या करते, उनके पास क्या चारा था। उन्होंने जो किया वो नैतिक आधार पर किया और बिलकुल ठीक किया।

 बिगड़ी विधायकों की तबीयत

विधानसभा में कई विधायकों की तबीयत बिगड़ी, जिसकी वजह से विधानसभा में डॉक्टर को बुलाने की मांग की गई।

विक्रमादित्य सिंह ने पिता की तुलना मुगल सम्राट बहादुर शाह से की

विक्रमादित्य सिंह ने सीएम सुक्खू पर निशाना साधते हुए कहा,” हमारी आवाज और अस्तित्व को दबाने का प्रयास किया गया है जो बर्दाश्त नहीं है। उन्होंने कहा कि मैं भारी मन से कह रहा हूं कि जिसका नाम लेकर सरकार बनी, उनकी मूर्ति के लिए दो गज की जमीन भी नहीं मिली।” उन्होनें अपने पिता की तुलना मुगल सम्राट बहादुर शाह से की। विक्रमादित्य ने कहा कि बीते दिन भी हम हाई कमान के विश्वास पर खरे उतरे थे। इसके बाद विक्रमादित्य ने मंत्री पद से इस्तीफा की घोषणा की। उन्होंने जनता का आभार किया और कहा कि आप सभी के सहयोग से आगे बढ़ूंगा।

विधानसभा में फेंके गए किताब, जमकर मचा हंगामा

हिमाचल प्रदेश विधानसभा में बुधवार को अप्रत्याशित हंगामा देखने को मिला। हालत यहां तक पहुंचे कि सदन में विपक्षी सदस्यों द्वारा कागज व पुस्तकें तक न केवल लहराई गई बल्कि फैंकी भी गई। विपक्षी सदस्य सतपाल सिंह सत्ती व विपिन परमार अध्यक्ष व सचिव के आसन पर पहुंचे व वहां पर रखे दस्तावेजों, नियमों की पुस्तकों को सत्ता पक्ष के सदस्यों की ओर फैंका। जबकि विधायक विनोद कुमार व डॉ. हंसराज ने विधानसभा रिपोर्टर के टेबल पर रखे कागजों को उठाकर फैंका। सदन में हंगामा बढ़ता देख विधानसभा अध्यक्ष द्वारा सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।

हम एक प्रसिद्ध उम्मीदवार को नहीं जीता पाए: कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी

हिमाचल प्रदेश राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग पर कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा,जब से बीजेपी सत्ता में आई है, पैसे और मशीनरी का दुरुपयोग हो रहा है। बीजेपी के सत्ता में आने के बाद क्रॉस वोटिंग शुरू हो गई है और दल बदलना शुरू हो गया है। यह कोई नई बात नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हम एक प्रसिद्ध उम्मीदवार अभिषेक सिंघवी को चुनाव नहीं जिता सके, हम निराश हैं। हमारे दो वरिष्ठ नेता वहां गए हैं, मैं मुझे विश्वास है कि वे स्थिति की जांच करेंगे और मौके पर ही सारी रिपोर्ट लेंगे और आलाकमान को देंगे।”

अनुराग ठाकुर ने सुक्खू सरकार पर साधा निशाना

हिमाचल प्रदेश राज्यसभा चुनाव परिणाम और क्रॉस वोटिंग पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा,कांग्रेस ने बड़े-बड़े और फर्जी वादे करके हिमाचल प्रदेश में सरकार बनाई। सरकार बनने के बाद उनमें से कोई भी वादा पूरा नहीं किया गया। जब कांग्रेस के विधायक अपने क्षेत्र में गए तो लोगों ने उनसे सवाल पूछा। उनके पास देने के लिए कोई जवाब नहीं था। उन्होंने आगे सवाल पूछा कि कांग्रेस विधायकों ने 14 महीने के भीतर अपनी ही पार्टी क्यों छोड़ दी, क्या मजबूरी थी?

15 BJP विधायकों को किया गया निष्कासित

विपक्ष के 15 भाजपा विधायकों में जयराम ठाकुर, विपिन सिंह परमार, रणधीर शर्मा, लोकेंद्र कुमार, विनोद कुमार, हंस राज, जनक राज, बलबीर वर्मा, त्रिलोक जम्वाल, सुरेंद्र शोरी, दीप राज, पूरन ठाकुर, इंदर सिंह गांधी, दिलीप ठाकुर और इंदर शामिल हैं। सिंह गांधी को आज विधानसभा अध्यक्ष के कक्ष में कथित तौर पर नारेबाजी और दुर्व्यवहार करने के आरोप में विधानसभा अध्यक्ष ने निष्कासित कर दिया है।

विक्रमादित्य सिंह ने मंत्रिपद से इस्तीफा दे दिया

राज्य लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने मंत्रिपद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा,”वीरभद्र सिंह ने भी एथिक्स की राजनीति की है। हमारी आवाज व अस्तित्व को दबाने का प्रयास हुआ तो टॉलरेट नहीं होगा। हाई कमान, प्रियंका वाड्रा से बात हुई है। जनता की भावनाओं को अवगत करवाया गया है।” विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि वीरभद्र सिंह के नाम पर चुनाव लड़ा। मतदान से एक दिन पूर्व भी उनके नाम का विज्ञापन छपासरकार की कार्यप्रणाली पर कुछ नहीं कहा। मेरे लिए पद महत्वपूर्ण नहीं। विधायकों की आवाज दबाने की कोशिश हुई। गवर्नेंस सामने हैं। पार्टी हाई कमान के समक्ष उठाया गया है। जिस का संज्ञान लेना चाहिए था नहीं लिया। हम क्रिटिकल जंक्शन पर है। युवा व नोजवान साथियों ने सरकार बनाने में सहयोग दिया। पार्टी हाई कमान ने जिम्मेदारी दी। क्या हमने उनके वायदों को पूरा किया। समय पर वादा पूरा करना जिम्मेदारी हैं।

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सीएम सुक्खू पर साधा निशाना

हिमाचल प्रदेश के मंत्री और कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने हिमाचल प्रदेश राज्यसभा चुनाव परिणाम के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा, हिमाचल प्रदेश में पिछले 2-3 दिनों में जो घटनाक्रम हुआ, वह लोकतंत्र में चिंता का विषय है। यह इसलिए चिंता का विषय है क्योंकि राज्य की 70 लाख जनता ने सरकार चुनी और उसके कांग्रेस पार्टी को जनादेश दी है।”

बीजेपी नेता ने सदन में बजट के लिए डिवीजन ऑफ वोट की मांग की

हिमाचल के नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने बीजेपी के विधायक दल के साथ राज्यपाल से मुलाकात कर सदन में बजट के लिए डिवीजन ऑफ वोट की मांग की। उन्होंने आशंका जताई है कि अपने बजट को पास करने के लिए कांग्रेस सरकार भाजपा के प्रत्याशी को वोट डालने वाले विधायकों पर दल बदल कानून के तहत कार्रवाई कर सकती है।साथ ही कहा कि राज्यसभा के चुनाव में दल बदल कानून लागू नहीं होता है। कांग्रेस की सरकार में है जब अपना बजट को पास करने के लिए इस तरह की कार्रवाई करने की तैयारी में है। इसका हर स्तर पर विरोध किया जाएगा।

हमारी बात नहीं सुनी जा रही: जयराम ठाकुर

हिमाचल प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला से मिलने राजभवन पहुंचे। उन्होंने कहा, “विधानसभा में हमारी बात नहीं सुनी जा रही है। जब भी हम वित्तीय विधेयक के दौरान मतविभाजन की मांग करते हैं तो इसकी अनुमति नहीं दी जाती है। हमारी अनुमति के बिना सदन को स्थगित कर दिया जा रहा है। कांग्रेस सरकार सत्ता में रहने का नैतिक अधिकार खो चुकी है। नुकसान जो किया गया है वह अपूरणीय है।

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