Students Admission News: स्टूडेंट्स का अटका स्कूलों में एडमिशन, ये है वजह
Students Admission News: स्कॉलरशिप की परीक्षा के परिणाम की देरी के कारण 96 स्टूडेंट्स का इंटर कॉलेज में प्रवेश अटका हुआ है। परीक्षा का आयोजन छह नवंबर को हुआ था। परिषदीय स्कूलों के छात्रों के लिए इस परीक्षा का आयोजन किया जाता है। इस सत्र के लिए 721 स्टूडेंट्स ने आवेदन किया था। पांच महीने से अधिक का समय बीतने के बाद भी परिणाम नहीं आने से स्टूडेंट्स के साथ उनके अभिभावक भी परेशान है।
क्या है पूरा मामला
बतादें, राष्ट्रीय आय (Students Admission News) एवं योग्यता आधारित स्कॉलरशिप परीक्षा का परिणाम 15 अप्रैल बीतने के बाद भी जारी नहीं हो पाया है। परीक्षा के परिणाम की देरी के कारण 96 स्टूडेंट का इंटर कॉलेज में प्रवेश अटका हुआ है। परीक्षा का आयोजन छह नवंबर को हुआ था। पांच महीने से अधिक का समय बीतने के बाद भी परिणाम नहीं आने से छात्र के साथ उनके अभिभावक भी परेशान है।
ये है स्कालरशिप की प्रक्रिया…
इस परीक्षा में सफल आठवीं के छात्रों को हर महीने शासन की ओर से एक हजार रुपये की राशि दी जाती है। नौवीं से लेकर 12वीं तक छात्रों को पढ़ाई के लिए 48 हजार रुपये मिलते हैं। परिषदीय स्कूलों के छात्रों के लिए इस परीक्षा का आयोजन किया जाता है। इस सत्र के लिए 721 छात्रों ने आवेदन किया था।
राष्ट्रीय आय एवं योग्यता आधारित छात्रवृत्ति परीक्षा के लिए जनपद में 96 सीट रिर्जव है,जिसमें दो सीट एसटी के छात्रों के लिए आरक्षित हैं। अभिभावक राकेश ने बताया कि परीक्षा का परिणाम नहीं आने के कारण वह छात्र का प्रवेश नहीं करा पा रहे हैं। नए सत्र को शुरु हुए 15 दिन हो गए हैं,लेकिन अभी भी बच्चे का प्रवेश नहीं हो पाया है। इस परीक्षा में बच्चे का चयन हो सकता है। बच्चे के 70 प्रतिशत से अधिक प्रश्न सही थे।
पिछले सत्र में 35 छात्रों को मिला लाभ
पिछले सत्र में पहली बार जनपद में सभी छात्रों का चयन हुआ था,जिसमें से 35 छात्रों ने ही सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों में प्रवेश लिया। मार्च में सभी छात्रों के खातों में 12 हजार रुपये की राशि भेज दी गई है,लेकिन इस बार उम्मीद जताई जा रही है कि 35 छात्रों को भी योजना का लाभ नहीं मिल सकेगा। अप्रैल के आखिरी सप्ताह में रिजल्ट आने की संभावना जताई जा रही है।
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55 प्रतिशत वाले ही कर पाए आवेदन
छात्रवृत्ति परीक्षा में आवेदन करने के लिए सामान्य वर्ग के लिए 55 प्रतिशत अंक और अनुसूचित जाति के छात्रों के लिए 50 प्रतिशत अंक पिछली कक्षा में होना अनिवार्य था। सत्र 2022-23 में 96 में से एक ही छात्र का चयन इस परीक्षा में हो पाया था। उस छात्र ने भी प्रवेश नहीं लिया था।