चुनाव समिति के गठन के बाद केपटाउन सोसाइटी में तेज हुई हलचल, लेकिन चुनाव पर अभी भी संशय बरकरार
नोएडा-ग्रेटर नोएडा के ऐसी कई सोसाइटिज हैं जहां अभी भी अपार्टमेंट ऑनर एसोसिएशन के चुनाव का इंतजार है। कई सोसाइटिज में बीते कई साल से चुनाव नहीं हुए हैं और मौजूदा AOA रसूख के दम पर चुनाव नहीं करवा रही है। लेकिन अब नोएडा स्थित सबसे बड़ी सोसाइटी में शुमार केपटाउन सोसाइटी (Capetown Society, Sector 74 Noida) में अपार्टमेंट ऑनर्स एसोसिएशन के चुनाव के आसार बढ़ गए हैं। हालांकि कुछ लोग अभी भी ऐसे हैं जो इस चुनाव के लिए रोड़ा बनने की कोशिश में हैं।
चुनाव समिति का गठन
नोएडा के केपटाउन सोसाइटी में चुनाव के लिए एक चुनाव समिति का गठन किया गया है। चुनाव अधिकारी एके सिंह ने इस खास चुनाव समिति का गठन किया है। सोसाइटी में ही रहने वाले अलग-अलग 5 लोगों को चुनाव कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। खास बात यह है कि यह टीमजोश और अनुभव से लवरेज है। इस चुनाव समिति में
- सीसी-2 टॉवर में रहने वाले श्याम सुंदर सिंह
- सीबी-2 टॉवर में रहने वाले सुरेंद्र ठाकुर
- सीजी-1 टॉवर में रहने वाले डॉ. विनीत गुप्ता
- सीसी-2 टॉवर में रहने वाले जितेंद्र जैन
- और सीएम-2 टॉवर में रहने वाले जेपी सिंह का नाम शामिल है
उपरोक्त सभी लोगों पर चुनाव कराने की जिम्मेदारी दी गई है। बता दें कि बीते 4 साल से भी ज्यादा समय से सोसाइटी में चुनाव नहीं कराए गए हैं। जिसके बाद से लगातार चुनाव कराने की मांग उठती रही है। इस साल 24 अप्रैल को चुनाव अधिकारी एके सिंह की ओर से एक चिट्ठी सामने आई थी। जिसमें उपरोक्त को चुनाव समिति में शामिल किया गया है।
चुनाव समिति के मेंबर ने क्या कहा
चुनाव समिति में नाम आने के बाद श्याम सुंदर सिंह ने https://gulynews.com से खास बात की, इस दौरान उन्होंने साफ किया कि उनकी प्राथमिकता चुनाव अधिकारी और रेजिडेंट्स की आशाओं को पूरा करना है। उन्होंने बताया कि अगर अपार्टमेंट ऑनर एसोसिएशन, रेजिडेंट्स और प्रशासन से सहयोग मिला तो वो जल्दी ही सोसाइटी में चुनाव करावा लेंगे।
डॉक्टर विनीत गुप्ता का भी कहना है कि चुनाव समिति की कोशिश फ्री एंड फेयर चुनाव कराने की है। इसके लिए टीएम एक्शन में है और आगे की कार्यवाही कर रही है। उन्होंने बताया कि अगर अच्छी और इमानदार AOA चुनकर आती है तो इससे पूरी सोसाइटी का भला होने वाला है।
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एक्शन में इलेक्शन कमिशन
इस बीच चुनाव समिति के गठन के बाद यह कमिशन पूरे एक्शन में है और अपने दायित्व के निर्वहन में जुट गई है। मिली जानकारी के मुताबिक चुनाव समिति ने मौजूदा एओए के साथ लगातार संपर्क में है इसके साथ ही वो चुनाव अधिकारी एके सिंह से भी बात कर रही है। सूत्रो से मिली जानकारी के मुताबिक डेली रुटीन के कामकाज के लिए चुनाव समिति ने एओए से ऑफिस स्पेस और बाकी की सुविधाओं की मांग भी की है। हालांकि इस बारे में एओए से उन्हें आधिकारिक जवाब का इंतजार है। https://gulynews.com ने जब संभावित चुनाव को लेकर एओए अध्यक्ष अरुण शर्मा से सवाल किया तो उन्होंने इसका स्वागत तो किया लेकिन इसके साथ ही उन्होंने बताया कि चुंकि मामला कोर्ट में है ऐसे में वो इस बारे में चुनाव अधिकारी एके सिंह से मुलाकात करेंगे और चर्चा कर आगे की कार्यवाही करेंगे।
कुछ रेजिडेंट्स का आरोप है कि अरुण शर्मा एंड टीम सोसाइटी में चुनाव नहीं चाहती है यही कारण है कि 4 साल बीत जाने के बाद भी अबतक चुनाव नहीं हुए हैं। अब जब चुनाव समिति का गठन हुआ है तो एक बार फिर मामला कोर्ट में रहने की बात बताकर चुनाव को टालने में AOA जुट गई है। देखना दिलचस्प होगा कि इस चुनाव समिति को मौजूदा AOA कितनी मदद करती है ताकि चुनाव समय से निष्पक्ष तरीके से संचालित हो सके।
नॉन रजिस्टर्ड ऑनर्स क्या कहते हैं
इस बीच एक बार फिर नॉन रजिस्टर्ड ऑनर्स ने चुनाव में खड़े होने और वोट डालने की मांग को दोहराया है। नॉन रजिस्टर्ड ऑनर्स का कहना है कि उन्हें उनके अधिकार से जानबूझकर दूर रखा जा रहा है ताकि एक पार्टिकुलर ग्रुप ही एओए की सत्ता में बरकरार रहे। https://gulynews.com से बात करते हुए मृत्युंजय सिंह कहते हैं कि वो 6 साल से सोसाइटी में हैं समय से मेंटेनेंस भी देते हैं उसके बाद भी ना उन्हें अपार्टमेंट ऑनर एसोसिएशन के चुनाव में खड़ा होने दिया जाता है और ना ही वोट देने दिया जाता है। बिल्डर की गलतियों का खामियाजा आम रेजिडेंट्स को भुगतना पड़ रहा है। और चंद लोग इसका फायदा उठा रहे हैं। सवाल है कि क्या इस बार भी नॉन रजिस्टर्ड ऑनर्स क्या केवल भीड़ का हिस्सा रहेंगे या फिर उन्हें उनका वाजिब हक मिलेगा?
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