Kidnapping Case Solve: सिंघम स्टाइल में किडनैपिंग का केस सोल्व कर कमिश्नर मैडम का किया ग्रैंड वेलकम, 5 महीने के मासूम को मां से मिलवाया।
Kidnapping Case Solve: दिल्ली से सटे गौतमबुद्ध नगर की पुलिस ने एक ऐसा काम किया है जिसके लिए वाहवाही बटोर रही है। खास बात यह है इस काम को नए नवेले पोस्टेड एसएचओ ने अंजाम दिया। मामला नोएडा के सेक्टर 113 (Sector 113 Noida) थाने का है जहां एसएचओ प्रमोद कुमार प्रजापति और उनकी टीम ने महज 48 घंटे के भीतर किडनैपिंग के मामले को सुलझा लिया और 5 महीने के मासूम को उसकी मां से मिलवा दिया।
क्या है पूरा मामला
दरअसल नोएडा पुलिस ने करीब 2 दिन पहले सर्फाबाद गांव से 5 महीने के बच्चे के किडनैपिंग केस को सॉल्व (Kidnaping Case Solve) कर लिया है। पुलिस की कड़ी मशक्कत और मेहनत का ही नतीजा है कि 5 महीने का मासूम को सकुशल बरामद कर लिया गया। इतना ही नहीं इस मासूम को उसकी मां तक भी पहुंचा दिया गया।
शिकायत पर तेजी से एक्शन
दरअसल इस मामले की शिकायत मिलने के बाद से ही एसएचओ प्रमोद कुमार प्रजापति (Pramod Kumar Prajapati) और उनकी टीम बेहद एक्टिव हो गई थी। प्रमोद प्रजापति ने इस केस को सुलझाने के लिए दो टीमों का गठन किया और बच्चे की तलाश शुरू कर दी। इस बारे में बीते 30 नवंबर को शिकायत मिली थी। सर्फाबाद गांव में रहने वाले रित्तन ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराते हुए कहा था कि उनका 5 महीने का मासूम बेटा लापता है। पीड़ित रित्तन ने पुलिस को यह भी जानकारी दी थी कि पड़ोस में रहने वाला रिंटू उसके बेटे का किडनैपर हो सकता है। रित्तन की शिकायत पर सबसे पहले पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की और फिर प्रमोद प्रजापति और उनकी टीम बच्चे की तलाश में जुट गई। सबसे खास बात यह है कि महज 48 घंटे के भीतर ही बच्चे को तलाश कर उसकी मां को सुपुर्द कर दिया गया।
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कैसे बरामद हुआ मासूम ?
पुलिस को यह तो जानकारी मिली थी कि किडनैपर कोई और नहीं बल्कि रित्तन का पड़ोसी रिंटू है। लेकिन पुलिस के पास सबसे बड़ी दिक्कत यह थी कि रित्तन कोई भी मोबाइल फोन इस्तेमाल नहीं कर रहा था लिहाजा पुलिस उसका लोकेशन ट्रैस नहीं कर पा रही थी। पुलिस की अलग-अलग टीमें जब जांच में जुटी तो उसने आसपास के इलाकों में भी पूरी छानबीन की। इसी दौरान पुलिस लेबर कांट्रेक्टर से मिली जहां से थोड़ी बहुत जानकारी रिंटू के बारे में पता चला। छानबीन करते पुलिस नोएडा के सेक्टर 1 में पहुंची जहां रिंटू मजदूरी का काम कर रहा था। पुलिस ने वही रिंटू को गिरफ्तार किया और फिर मासूम को भी सकुशल बरामद कर लिया।
किडनैपिंग का क्या कारण ?
https://gulynews.com को मिली जानकारी के मुताबिक 2 दिन पहले किसी बात को लेकर रित्तन और रिंटू में विवाद हो गया था। यह विवाद इतना बढ़ा कि रित्तन ने रिंटू को थप्पड़ मार दिया। इसी बात से नाराज होकर रिंटू ने रित्तन के मासूम बच्चे को किडनैप कर अपने साथ ले आया ताकि वह रित्तन को सबक सिखा सके। आरोपी रिंटू और रित्तन दोनों पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं।
आपको बता दें 1 दिन पहले ही गौतमबुद्ध नगर की नई कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने पदभार संभाला है और ठीक इसके 2 दिन पहले प्रमोद प्रजापति ने सेक्टर 113 थाने का प्रभार संभाला। मासूम बच्चे को उसकी मां से मिलवा कर पुलिस ने जबरदस्त काम किया है। साथ ही साथ SHO प्रमोद प्रजापति और उनकी टीम ने मासूम के किडनैपिंग के केस को सॉल्व कर गौतमबुद्ध नगर की पहली महिला कमिश्नर लक्ष्मी सिंह (Laxmi Singh Comssioner GB Nagar) का ग्रैंड वेलकम भी किया है।
कौन हैं SHO प्रमोद प्रजापति ?
प्रमोद कुमार प्रजापति की उत्तर प्रदेश के तेज तर्रार अफसरों में गिनती की जाती है। वो बीते करीब 10 साल से पुलिस सेवा में हैं। नोएडा के सेक्टर 113 थाने में तैनाती से पहले वो बीटा टू थाने में तैनात थे। प्रमोद कुमार प्रजापति मूल रुप से उत्तर प्रदेश के बरेली के रहने वाले हैं।
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