UP RERA ने इस सोसाइटी का किया निरीक्षण, बिल्डर पर लगाए गंभीर आरोप
UP RERA inspects Shri Radha Sky Garden Society: यूपी रेरा की टेक्निकल टीम ने ग्रेटर नोएडा वेस्ट की श्री राधा स्काई गार्डन सोसाइटी (Shri Radha Sky Garden Society) का निरीक्षण किया. जिसमे भारी अनियमितताएं मिली हैं. सोसायटी के 100 से ज्यादा निवासियों ने बिल्डर की खिलाफ जानलेवा हालात पैदा करने, मुलभुत सुविधाएं नहीं देने और गलत मेंटेनेंस चार्जेज के खिलाफ जनवरी-फरवरी महीने में रेरा में केस दायर किया था. जिसमें रेरा की लखनऊ और गौतमबुद्ध नगर बेंच ने कोरोना की वजह से वर्चुअली 2 बार सुनवाई की थी. जिसमें शिकायत कर्ताओं के साथ बिल्डर की तरफ से उनके वकीलों ने हिस्सा लिया था. अब इसी मामले को आगे बढ़ाते हुए यूपी रेरा (UP RERA) ने सोसाइटी का निरीक्षण करवाया है. टीम ने मंगलवार को जांच कर ली है. बताया गया है कि जल्दी ही रिपोर्ट बेंच में दाखिल की जाएगी.
सोसायटी के निवासी समीर कपूर ने बताया, पिछली सुनवाई के दौरान यूपी रेरा की लखनऊ बेंच ने श्री राधा स्काई गार्डन सोसाइटी का टेक्निकल टीम मुआयना करवाने का आदेश दिया था. सोमवार को रेरा की टेक्निकल टीम आई. बिल्डर की तरफ से उनके वकील डीके शर्मा और प्रोजेक्ट मैनेजर कुंज बिहारी शर्मा मौजूद रहे. करीब 50-60 से शिकायत कर्ता उपस्थित रहे. निरीक्षण के दौरान यूपी रेरा की टेक्निकल टीम को सोसाइटी परिसर में ढेर सारी अनिमितताएं देखने को मिली हैं. पूरे बेसमेंट में जगह-जगह से पिलर्स के साथ गंदे पानी का लीकेज हो रहा है. जिसकी वजह से पूरे बेसमेंट में गंदा जलभराव होता है. एसटीपी पूरी तरह से फंक्शनिंग नहीं है. हर हफ्ते ट्रैक्टर और टैंकर के माध्यम से सीवर साफ किये जाते हैं.
सोसायटी के करने निवासी सत्यवीर राजपूत ने बताया, बिल्डर ने रिजर्व कार पार्किंग के लिए लाखों रुपये लिए हैं. बिल्डर ने निवासियों को 4 साल से ज्यादा समय बीतने के बाबजूद आज तक पार्किंग नहीं दी हैं. जिससे निवासियों में पार्किंग को लेकर आये दिन झगडे़ होते हैं. फायर फाइटिंग के नाम पर सोसाइटी परिसर में सिर्फ हाइड्रेंट पाइप शोपीस बने हुए हैं. चार साल से ज्यादा समय बीतने के बाबजूद क्लब हाउस कम्पलीट करके निवासियों को नहीं दिया गया है. आज तक स्विमिंग पूल हैंडओवर नहीं किया गया है. जबकि इन सारी सुविधाओं की एवज में बिल्डर ने निवासियों से करोड़ों रुपये वसूले हैं.
गौरव पटेल ने बताया, निरीक्षण के दौरान कई सारे टावर्स की लिफ्ट्स बंद पड़ी मिली हैं. टावर में दो की बजाय सिर्फ एक-एक ही लिफ्ट चालू हालत में मिली हैं. कई बार टावर्स की दोनों लिफ्ट्स बंद हो जाती हैं. जिससे निवासियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. बिल्डर निवासियों से बिजली का बिल प्रीपेड मीटर के माध्यम से लेता है. इसके बावजूद बिल्डर पर एनपीसीएल का 40- 50 लाख से ज्यादा का बिल बकाया है. कई बार एनपीसीएल सोसाइटी की बिजली बंद कर देती है. बिल्डर ने सोसाइटी के निवासियों को 2500 केवीए से ज्यादा क्षमता वाला डीजल जेनरेटर का बैकअप लगाकर देने का वादा किया . लेकिन सोसाइटी में सिर्फ 1250 केवीए के 2 डीजी लगाए हैं. जिनमें एक 750 केवीए और दूसरा 500 केवीए का है.
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मृगांक कुमार भी रेरा टीम की विजिट के दौरान मौजूद थे. उन्होंने बताया, निरीक्षण के दौरान चिल्ड्रेन्स पार्क, सीसीटीवी कैमरा, खुले हुए शाफ्ट, आधे-अधूरे सिक्योरिटी गार्ड्स, हाउस कीपिंग स्टाफ की कमी और और दूसरे जरूरी स्टाफ मेंबर्स की कमी सामने आई हैं। टेक्निकल टीम के सदस्यों ने कहा कि निवासियों की शिकायत जायज हैं.