Dog Attack On Infant: फिर मासूम बना शिकार, कुत्तों ने बुरी तरह नोंच डाला। स्मार्ट सिटी नोएडा में कितने ‘क्रिमिनल कुत्ते’
Dog Attack On Infant: कुत्तों का आतंक कब खत्म होगा यह सवाल इसलिए उठ रहे हैं कि क्योंकि आतंकी कुत्तों का आतंक खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। नोएडा-ग्रेटर नोएडा की सोसाइटी में स्ट्रीट डॉग्स का आतंक दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है और अब तो एक इन्फेंट यानी करीब एक साल की मासूम की जान अटकी है।
क्या है पूरा मामला?
https://gulynews.com को मिली जानकारी के मुताबिक हैरान कर देने वाला बेहद दर्दनाक मामला नोएडा (Noida Dog Attack) से आया है। हम आपको बताएंगे कि यह घटना नोएडा के किस सोसाइटी की है लेकिन उसके पहले जरा तस्वीर को गौर से देख लीजिए, यह तस्वीर इतनी खतरनाक और दर्दनाक है कि हम इस तस्वीर को सीधे तौर पर आपको दिखा भी नहीं सकते। क्योंकि आवारा कुत्तों ने एक मासूम जान पर इस तरह के अटैक (Dog Attack On Infant) किए हैं कि उसकी जान पर बन आई है।
आवारा कुत्तों का शिकार हुआ करीब 1 साल का यह मासूम फिलहाल अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है। तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि इस बच्चे के कई आंतरिक अंग कुत्तों के दांत और नाखून लगने के कारण पेट से बाहर निकल आए हैं। अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह बच्चा कितनी पीड़ा में अपनी जिंदगी गुजार रहा होगा और उस मां-पिता पर क्या गुजर रहा होगा जो अपने मासूम को इस हाल में देख रहे होंगे ।
कहां का है मामला ?
बेहद चौका देने वाला यह मामला नोएडा के सेक्टर 100 (Sector 100 Noida) स्थित पॉश सोसाइटी लोटस बुलेवर्ड (Lotus Boulevard Sector 100 Noida) की है। यहां सोसाइटी के अंदर इंटरनल रोड का कंस्ट्रक्शन चल रहा था, इसी दौरान वहां काम करने वाले मजदूर का यह मासूम बच्चा जमीन पर लेटा था तभी कुछ कुत्तों का झुंड आया और इस मासूम पर अटैक कर दिया। आसपास के लोग कुछ कर पाते, कुत्तों को भगा पाते उसके पहले ही आवारा कुत्तों की उस गैंग ने इस मासूम को इस हाल में ला खड़ा किया।
कहां हो रहा मासूम का इलाज
फिलहाल नोएडा के यथार्थ अस्पताल (Yatharth Hospital Noida) में इस मासूम बच्चे का इलाज चल रहा है। बड़ी बात यह है यह मासूम ठीक से दुनिया को देख भी नहीं सका है कि आवारा कुत्तों के आतंक ने इसे इतनी खतरनाक मुसीबत में डाल दिया है। घटना के बाद से सोसाइटी और उसके आसपास के रहने वाले लोग डरे सहमे हैं। रेजिडेंट्स ना केवल खुद बल्कि अपने बच्चों को भी पार्क या फिर सड़क पर अकेले भेजने से कतरा रहे हैं।
क्या कहते हैं रेजिडेंट्स ?
लोटस बुलेवर्ड सोसायटी के लोगों में एक तरफ इस घटना के बाद से खौफ हैं वहीं दूसरी ओर लोग गुस्से में भी हैं। https://gulynews.com से EXCLUSIVE बात करते हुए सोसाइटी में रहने वाले विनोद शर्मा का कहना है कि इस तरह की घटनाएं रेजिडेंट्स को डराती हैं। विनोद शर्मा बताते हैं कि जब गेटेड सोसाइटी के अंदर इस तरह के हाल हैं तो सो अंदाजा लगाइए कि बाहर कैसे हालात होंगे।
सोसाइटी में ही रहने वाले शशांक वत्स भी इस घटना के बाद से बेहद परेशान हैं। शशांक कहते हैं इस तरह के मामले पहले भी आते रहे हैं लेकिन यह ताजा मामला बेहद दर्दनाक और खतरनाक है।
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नोएडा अथॉरिटी पर उठे सवाल
दरअसल कई बार स्ट्रीट डॉग्स को लेकर के नोएडा अथॉरिटी (Noida Authority) में भी शिकायत की गई। लेकिन हर बार की तरह शिकायतें फाइलों में ही दब कर रह गई हैं। अथॉरिटी भले ही नोएडा को स्मार्ट सिटी बनाने का दावा करे लेकिन वह स्मार्टनेस किस काम की जब मासूम बच्चे ही सड़कों और गलियों में या फिर पार्कों में निकलने से डरे और सहमे। कई बार शिकायत करने के बाद भी नोएडा अथॉरिटी ने डॉग शेल्टर्स या फिर डॉग्स के लिए फीडिंग प्वाइंट्स को लेकर के अब तक कुछ भी नहीं किया है ।
डॉग्स लवर्स भी निशाने पर
इस हैरान कर देने वाली घटना के सामने आने के बाद से लोगों ने डॉग्स लवर्स के कुत्ता प्रेम और कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़ा किया है। लोगों का आरोप है कि कुछ डॉग लवर्स इस तरह की स्ट्रीट डॉग्स को बढ़ावा देते हैं। लेकिन बात जब इंसानों की सुरक्षा की आती है तो ऐसे लोग मुंह मोड़ लेते हैं। कुछ लोगों का यह भी आरोप है की डॉग लवर्स सांसद और मिनिस्टर्स की पैरवी की धमकी देकर पीड़ित लोगों को चुप रहने के लिए मजबूर कर देते हैं या फिर कॉमन मैन की आवाज को दबा देते हैं।
अंदाजा लगाया जा सकता है कि हालात कितने भयावह हैं एक तरफ नोएडा अथॉरिटी जहां शिकायतें केवल फाइलों में दबकर रह जाती है दूसरी और डॉग लवर्स जो इंसान से ज्यादा कुत्तों से प्यार करते हैं और हालात कैसे हैं यह देख कर साफ कहा जा सकता है इंसान की जान बेहद सस्ती है और नोएडा में क्रिमिनल्स से ज्यादा कुत्तों से डर लगता है।
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