April 29, 2024, 3:36 am

नोएडा में जुड़ जाएंगी मेट्रो की ब्ल्यू और एक्वा लाइन, जानिए प्लान

Written By: गली न्यूज

Published On: Thursday June 16, 2022

नोएडा में जुड़ जाएंगी मेट्रो की ब्ल्यू और एक्वा लाइन, जानिए प्लान

Metros Blue and Aqua lines will be added in Noida: मेट्रो के यात्रियों को और सुविधा देने के लिए दिल्ली (Delhi) और नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (NMRC) ने मिलकर एक बड़ा कदम उठाया है. यह सुविधा नोएडा में दो मेट्रो स्टेशन (Metro Station) के बीच दी जाएगी. इस सुविधा के चलते यात्रियों को एक स्टेशन से दूसरे मेट्रो स्टेशन जाने के लिए बाहर सड़क पर नहीं आना पड़ेगा. एक साल में नोएडा मेट्रो के सेक्टर 51 और दिल्ली मेट्रो के सेक्टर 52 मेट्रो स्टेशन को फुट ओवर ब्रिज की मदद से जोड़ दिया जाएगा. नोएडा अथॉरिटी (Noida Authority) इस फुट ओवर ब्रिज (FoB) को बनवाने का काम करेगी. जल्द ही इसका टेंडर जारी कर दिया जाएगा.

सेक्टर-51 मेट्रो स्टेशन नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (एनएमआरसी) की एक्वा लाइन है. सेक्टर-51 से यह लाइन ग्रेटर नोएडा की तरफ जाती है. वहीं सेक्टर-52 मेट्रो स्टेशन दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) का है. यह लाइन दिल्ली को नोएडा से जोड़ने का काम करती है. लेकिन परेशानी यह है कि यात्री एक्वा लाइन के हों या फिर ब्ल्यू लाइन के, दोनों को ट्रेन चेंज करने के लिए सड़क पर उतरकर आना पड़ता है. दोनों स्टेशन के बीच करीब 700 मीटर की दूरी है. जिसके चलते यात्रियों को खासी परेशानी उठानी पड़ती है.

सेक्टर-51 मेट्रो स्टेशन नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (एनएमआरसी) की एक्वा लाइन है. सेक्टर-51 से यह लाइन ग्रेटर नोएडा की तरफ जाती है. वहीं सेक्टर-52 मेट्रो स्टेशन दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) का है. यह लाइन दिल्ली को नोएडा से जोड़ने का काम करती है. लेकिन परेशानी यह है कि यात्री एक्वा लाइन के हों या फिर ब्ल्यू लाइन के, दोनों को ट्रेन चेंज करने के लिए सड़क पर उतरकर आना पड़ता है. दोनों स्टेशन के बीच करीब 700 मीटर की दूरी है. जिसके चलते यात्रियों को खासी परेशानी उठानी पड़ती है.

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एनएमआरसी के अफसरों की मानें तो सेक्टर-51 और सेक्टर-52 मेट्रो स्टेशन के बीच एरियल दूरी के हिसाब से 400 मीटर लम्बा और 5 मीटर चौड़ा एफओबी बनाया जाएगा. इसकी लागत करीब 25 करोड़ रुपये आने की उम्मीद है. एफओबी का काम शुरू होने के बाद 3 महीने में इसे बनाकर तैयार कर लिया जाएगा.

जिसके बाद से मेट्रो के यात्रियों को एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन तक आने-जाने में परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा. इस नए एफओबी का पूरा खर्च नोएडा अथॉरिटी उठाएगी. जानकारों की मानें तो नोएडा-ग्रेटर नोएडा के इस रूट पर करीब 12 हजार यात्री रोजाना सफर करते हैं. 30 किमी लम्बे इस रूट पर 21 मेट्रो स्टेशन हैं.

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