Noida News: आवारा और खूंखार कुत्तों का बंदोबस्त करेंगे सीईओ, जानें पूरी खबर
Noida News: नोएडा में आवारा कुत्तों के काटने की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। अक्सर ही आवारा कुत्ते राह चलते लोगों और बच्चों को अपना निशाना बना रहे हैं। इन घटनाओं के वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहे हैं। ऐसे में सीईओ डॉ. लोकेश एम. ने आवारा और खूंखार कुत्तों का बंदोबस्त करने की एक नई पहल की है। उन्होंने जन स्वास्थ्य विभाग के कामकाज की समीक्षा की है, जिसमें आवारा कुत्तों के लिए डॉग शेल्टर के निर्माण कराने की योजना बनाई गई है। इन जगहों पर कुत्तों का इलाज करने के लिए डॉक्टर भी उपलब्ध रहेंगे। नए शेल्टर के संचालन के लिए एजेंसी का चयन किया जाना है। हर हफ्ते रिपोर्ट सीईओ को सौंपने के निर्देश दिए गए हैं।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक नोएडा कुत्तों के काटने की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए नोएडा अथॉरिटी के अधिकारियों ने बताया कि प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. लोकेश एम. ने सेक्टर-94 में एनिमल शेल्टर के संचालन की समीक्षा की। शहर के लोगों को आवारा कुत्तों से निजात दिलाने के लिए प्राधिकरण डॉग शेल्टर के निर्माण की योजना बना रहा है। सेक्टर-34, 50, 93 और 135 में शेल्टर बनाए जाएंगे। यहां कुत्तों की देखरेख, इलाज और भोजन-पानी की व्यवस्था होगी। एजेंसी का चयन तीन वर्षों के लिए किया जाएगा। संतोषजनक कार्य पाए जाने पर दो वर्ष के लिए अनुबंध बढ़ाया जाएगा। चयनित एजेंसी के माध्यम से पीपीपी मॉडल पर इसका संचालन किया जाएगा।
अथॉरिटी के अधिकारियों ने बताया कि सीईओ ने शेल्टर की शेडों, भवनों, ऑपरेशन थिएटर एवं भूसा गोदाम के पुनर्निर्माण के बाबत जानकारी ली। वहां लाइटिंग व्यवस्था में सुधार के आदेश दिए। बैठक के दौरान हाउस ऑफ स्ट्रे एनिमल्स के प्रतिनिधि संजय महापात्रा, वंसुधरा एनिमल वेलफेयर ट्रस्ट के प्रतिनिधि गौरव धर ने प्रेजेंटेशन दिया। इस प्रोजेक्ट को जल्द ही धरातल पर उतार दिया जाएगा।
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प्राधिकरण ने दी चेतावनी
नोएडा प्राधिकरण के सीईओ डॉ. लोकेश एम. ने बताया कि आएदिन किसी न किसी सोसाइटी में कुत्तों के कारण विवाद खड़ा हो जाता है। डॉग शेल्टर में आवारा कुत्तों को रखा जा सकेगा। इससे शहर के निवासियों को लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि आवारा कुत्तों के खतरों से आम आदमी को निजात दिलाने के लिए अथॉरिटी की तरफ से अनेक पहल किए जा रहे हैं। इसके लिए लोगों को भी हिदायत दी जा रही है कि उनके निर्धारित फीडिंग प्वाइंट पर ही पानी या खाना दिया जाए। किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ या नियमों का उल्लंघन करने पर उन पर जुर्माना भी लगाया जा सकता है।