क्या है Sextortion, इंटरनेट पर इस एक गलती से आप हो सकते हैं सेक्सटॉर्शन का शिकार
Sextortion: इंटरनेट की दुनिया स्कैम से भरी पड़ी है. हर दिन कोई ना कोई नया स्कैम सामने आता है. कभी क्यूआर कोड से जुड़ा तो कभी कस्टमर एक्जीक्यूटिव के नाम पर. इस दिनों जिस स्कैम पर चर्चा हो रही है उसका नाम सेक्सटॉर्शन है. सेक्सटॉर्शन ना सिर्फ आपको लूट सकता है, बल्कि जानलेवा भी हो सकता है.
सेक्सटॉर्शन (Sextortion) बहुत से लोगों के लिए एक नया शब्द हो सकता है, लेकिन इसका ‘माया जाल’ तेजी से फैल रहा है. इसकी जद में आने वाले ज्यादातर लोग इस मामले की किसी भी तरह दबाने की कोशिश करते हैं. वहीं स्कैमर्स के लिए ये एक नया खुला मैदान है, जहां वे लोगों को फंसाकर उनसे पैसे वसूलने की चक्कर में पड़े हैं.
अगर आप किसी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर हैं या फिर वॉट्सऐप जैसी इंस्टैंट मैसेजिंग सर्विस यूज करते हैं, तो Sextortion का शिकार हो सकते हैं. ये दो शब्दों से मिलकर बना है, जिसमें एक सेक्स और दूसरे एक्सटॉर्शन है, जिसका मतलब होता है जबरन वसूली करना. सबसे पहले समझते हैं ये खेल कैसे होता है.
Sextortion होता कैसे है?
ऐसा नहीं है कि सेक्सटॉर्शन किसी एक प्लेटफॉर्म पर सीमित है. इस अपराध को कई तरह से अंजाम दिया जा रहा है. हालांकि, इनका मकसद साफ है कि यूजर्स से जबरन वसूली करना. इसके लिए क्रिमिनल्स आम लोगों को एक ब्यूटी और फ्रेंडशिप के जाल में फंसाने की कोशिश करते हैं. ये कोशिश कई कोशिश कई तरह की हो सकती है.
हाल में ऐसे एक मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. पुणे में दो युवकों ने सितंबर महीने में आत्महत्या कर ली थी. जब पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला की की दोनों ही मामले सेक्सटॉर्शन के हैं. जांच में पुलिस जैसे-जैसे आगे बढ़ती है, एक के बाद एक चौंकाने वाले सच सामने आते हैं. राजस्थान का एक पूरा गांव गांव सेक्सटॉर्शन के काम में लगा था.
पुलिस ने इस केस में बताया, ‘मामले की जांच करते हुए हम राजस्थान में अलवर के गोथरी गुरु गांव पहुंचे. यहां अनवर सुबान खां को इस मामले गिरफ्तार किया गया है. जांच में पता चला कि पूरे गांव में सेक्सटॉर्शन का रैकेट चल रहा है, जिसमें ज्यादातर युवा और महिलाएं शामिल हैं.’ अनवर सुबान खां इस पूरे रैकेट का मास्टरमाइंड था. इस साल जनवरी से अक्टूबर तक सिर्फ पुणे में सेक्सटॉर्शन से जुड़े 1445 मामले सामने आए हैं. ये वो संख्या है, जिन्हें पुलिस में रिपोर्ट किया गया है. ना जाने कितने ही मामले दबा दिए गए होंगे.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर नई दोस्ती
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर अक्सर अनजान लोगों की फ्रेंड रिक्वेस्ट आती रहती है. बढ़ते फॉलोअर्स और फ्रेंड्स किसने पसंद नहीं हैं. ऐसे में कोई आपसे बहुत ज्यादा घुलने-मिलने की कोशिश करता है. जल्द ही आपकी दोस्ती भी हो जाती है और कुछ दिनों पहले तक जो शख्स आपके लिए अनजान था. अब वह आपके सबसे खास दोस्तों में से एक बन जाता है.
मगर ज्यादातर मामलों में ये दोस्त आपके रियल लाइफ में नहीं आता है, बल्कि वर्चुअल वर्ल्ड में ही आपसे संपर्क में रहता है. ये दोस्ती आपको भारी पड़ सकती है. क्योंकि आपसे पैसे वसूलने के लिए फ्रॉडस्टर्स इसी तरह की दोस्ती का जाल बिछाते हैं. हो सकता है ये आपसे वीडियो कॉल पर आने की बात कहें और आपकी आपत्तिजनक वीडियो बना लें.
कुछ मामलों में ये यूजर्स को अपने दोस्ती के जाल में फंसाकर उनसे प्राइवेट फोटोज मांगते हैं. वहीं कुछ मामले ऐसे भी हैं, जिसमें इस पूरे स्कैम के पीछे मौजूद व्यक्ति एक हैकर होता है, जो आपके फोन से प्राइवेट फोटोज और वीडियोज चोरी कर सकता है. इसके कई दूसरे मामले भी देखे गए हैं, जिसमें वीडियो कॉल वाला स्कैम काफी ज्यादा कॉमन है.
एक वीडियो कॉल, लाइफ में ला सकती है तूफान
दरअसल, कई बार यूजर्स को वॉट्सऐप या फिर किसी दूसरे वीडिया कॉलिंग प्लेटफॉर्म पर अनजान वीडियो कॉल आती है. जैसे ही आप इस वीडियो कॉल को उठाते हैं, दूसरी तरफ मौजूद शख्स अश्लील हरकतें करने लगता है.
ऐसे में जब तक यूजर इस पूरी घटना को समझ पाते हैं, स्कैमर्स अपना खेल कर चुके होते हैं. वो यूजर का एक आपत्तिजनक वीडियो बना लेते हैं. कुछ मामलों में ये वीडियो मॉर्फ भी होता है. जबकि कई मामलों में स्कैमर्स आपके कुछ सेकेंड के वीडियो कॉल को एक वीडियो में तबदील कर लेते हैं.
शुरू होता है ब्लैकमेलिंग और एक्सटॉर्शन का खेल
इसके बाद यूजर्स के पास एक वॉट्सऐप कॉल आती है. जिसमें स्कैमर्स यूजर्स के ‘आपत्तिजनक वीडियो’ को सोशल मीडिया पर शेयर करनी की धमकी देते हैं और उससे पैसे की मांग करते हैं. अगर कोई पैसे दे भी दे, तो खेल खत्म नहीं होता है.
बल्कि स्कैमर्स बार-बार पैसे की डिमांड करते हैं. कई मामलों में फ्रॉडस्टर्स खुद पुलिस अधिकारी बनकर कॉल करते हैं. वहीं कुछ मामलों में ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर जिस शख्स से यूजर की नई-नई दोस्ती हुई होती है, वो ही उसे वीडियो के सहारे ब्लैकमेल करना शुरू करता है.
आपको क्या करना चाहिए?
इस तरह के किसी भी मामले में सबसे पहले यूजर्स को शांत रहना चाहिए. बहुत से लोग ऐसे परिस्थिति में हडबड़ा जाते हैं और स्कैमर्स के जाल में फंसते जाते हैं. अगर आपके साथ इस तरह की कोई घटना होती है, इसकी जानकारी तुरंत ही साइबर पुलिस को दें.
साथ ही आप जिस भी प्लेटफॉर्म पर फंसे हैं, उस प्लेटफॉर्म पर स्कैमर की प्रोफाइल को रिपोर्ट कर सकते हैं. वहीं पुलिस के पास शिकायत करे, जिससे आपकी पूरी मदद हो सके. पैसे देने के चक्कर में बिलकुल भी ना पड़ें. अगर अब तक आपके साथ ऐसी कोई घटना नहीं हुई तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए. किसी भी अनजान नंबर से आने वाली Video Call का जवाब नहीं दें. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर अपनी प्रोफाइल्स को सिक्योर और लॉक रखें. प्राइवेसी से जुड़ी जरूरी बातों का ध्यान रखें. अनजान लोगों को अपने फ्रेंड लिस्ट में जोड़ते वक्त अच्छी तरह से उनकी प्रोफाइल चेक करें और जरूरी ना हो, तो ऐसे लोगों से ना जुड़ें. अनजान या सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर सीमित दोस्तों से अपनी प्राइवेट फोटोज शेयर ना करें.