Supertech Capetown Noida: नॉन रजिस्टर्ड ऑनर भी AOA चुनाव में डाल सकेंगे वोट, निर्वाचन अधिकारी का मेंबरशिप ड्राइव चलाने का निर्देश
Supertech Capetown Noida: गौतमबुद्ध नगर के नोएडा स्थित सेक्टर-74 सोसाइटी (Sector-74, Noida) में अपार्टमेंट ऑनर एसोसिएशन की चुनाव की प्रक्रिया तेज हो गई। डिप्टी रजिस्ट्रार के नए आदेश के बाद कालातीत AOA के सदस्य बैकफुट पर हैं और विपक्षी खेमा फ्रंट फुट पर आ गया है। चुनाव प्रक्रिया के लिए डिप्टी रजिस्ट्रार ने निर्वाचन अधिकारी की नियुक्ति की थी। अब वही निर्वाचन अधिकारी एक्शन में है।
निर्वाचन अधिकारी ने क्या किया ?
नवनियुक्त निर्वाचन अधिकारी ने केपटाउन सोसाइटी में चुनाव प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए जल्द से जल्द मेंबरशिप ड्राइव चलाने के आदेश दिए हैं। निर्वाचन अधिकारी की ओर से इस बारे में एक चिट्ठी केपटाउन सोसाइटी (Supertech Capetown Noida) के चीफ एस्टेट मैनेजर अरुण चौहान को लिखी गई है। इस चिट्ठी में यह साफ तौर पर लिखा गया है कि जिन लोगों ने भी मकान का कब्जा प्राप्त कर लिया है उन्हें जल्द से जल्द एसोसिएशन ऑफ अपार्टमेंट ओनर्स की सदस्यता दी जाए।
कब तक पूरी करनी है मेंबरशिप प्रक्रिया ?
डिप्टी रजिस्ट्रार ने इस संबंध में 16 सितंबर को एक चिट्ठी कैप्टन स्टेट मैनेजर अरुण चौहान को भेजी है। केपटाउन सोसाइटी के चीफ एस्टेट मैनेजर को साफ निर्देश देते हुए डिप्टी रजिस्ट्रार ने कहा है की प्रथम चरण में वहां के कब्जा प्राप्त निवासियों या फिर आवंटियों कीएक लिस्ट भी उपलब्ध कराने के लिए कहा है। साथ ही यह भी साफ तौर पर कहा है कि सोसाइटी के जो भी कब्जा धारक अभी तक सदस्य नहीं बने हैं उन्हें एसोसिएशन ऑफ अपार्टमेंट ओनर्स का सदस्य बनाने के निर्देश दिए गए हैं। इस चिट्ठी में साफ तौर से खाता नंबर भी दिया गया है जिसमें 1000 रुपये की सदस्यता शुल्क देकर मेंबरशिप लिया जा सकता है। बड़ी बात यह है कि यह प्रक्रिया 10 अक्टूबर तक पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।
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चिट्ठी का क्या होगा असर ?
निर्वाचन अधिकारी के इस आदेश के बाद से सोसाइटी के रेजिडेंट्स यानी वे लोग जिन्होंने पहले ही मकान पर कब्जा पा लिया है उनके लिए विकल्प खुल गए हैं। खास तौर से नॉन-रजिस्टऱ् ऑनर के लिए। क्योंकि अब तक कालातीत AOA अपने मनमानी के तहत नॉन रजिस्टर्ड ऑनर्स को सदस्यता देने से मना कर रही थी लेकिन डिप्टी रजिस्ट्रार के इस आदेश से नॉन रजिस्टर्ड ऑनर्स के लिए भी दरवाजे खुल गए हैं वह भी एसोसिएशन ऑफ अपार्टमेंट ओनर्स के सदस्य बन सकते हैं। बता दें कि बिल्डर सुपरटेक की कारगुजारियों के कारण सोसाइटी में रजिस्ट्री की प्रक्रिया रूकी हुई है। कई ऐसे ऑनर हैं जो रजिस्ट्री चाहते हैं इसके लिए अथॉरिटी का दरबाजा तक खटखटा चुके हैं लेकिन अबतक ऐसे रेजिडेंट्स की सुध लेने वाला कोई नहीं था। वो चाहकर भी एओए के सदस्य नहीं बन पा रहे थे।
डिप्टी रजिस्ट्रार ने एक कदम आगे बढ़ते हुए चीफ एस्टेट मैनेजर अरुण चौहान को मेंबरशिप ड्राइव चलाने के लिए अपार्टमेंट परिसर के अंदर एक चुनाव कार्यालय जिसमें फर्नीचर की व्यवस्था हो, एक कंप्यूटर ऑपरेटर और एक पत्र वाहक की व्यवस्था करने के भी आदेश दिए हैं। इस चिट्ठी की प्रतिलिपि डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट गौतम बुध नगर डिप्टी पुलिस कमिश्नर डिप्टी रजिस्ट्रार फर्म सोसायटी और कालातीत यूके अध्यक्ष सचिव कोषाध्यक्ष को भी भेजी गई है।
चीफ एस्टेट मैनेजर ने क्या कहा ?
https://gulynews.com से बात करते हुए चीफ एस्टेट मैनेजर अरुण चौहान ने इस चिट्ठी की जानकारी होने से इनकार किया है। उन्होंने बताया है कि आधिकारिक तौर पर ऐसी कोई चिट्ठी उन्हें नहीं मिली है। इतना ही नहीं नियमों का हवाला देकर ऐसे किसी आदेश और निर्देश को भी मानने से इनकार कर दिया है। साथ ही कहा है कि चुंकि यह चिट्ठी उनके व्यक्तिगत नाम से भेजा गया है ना कि किसी संस्थान को भेजा है ऐसे में वो किसी भी तरह से सोसाइटी चुनाव में सपोर्ट नहीं कर पाएंगे। आमतौर पर चुनाव कराने की जिम्मेदारी प्रमोटर यानी सुपरटेक बिल्डर की है जबकि अरुण चौहान मेंटेनेंस चीफ हैं और डायरेक्टर तौर पर सुपरटेक से नहीं जुड़े हैं।
इस बारे में हमने कालातीत एओए अध्यक्ष अरुण शर्मा की भी राय जाननी चाही लेकिन उनका जवाब अबतक नहीं आया है। देखना दिलचस्प होगा कि चुनाव की राह देख रहे रेजिडेंट्स को न्याय कब मिलता है?
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