November 24, 2024, 7:44 pm

Garbage Scam In Capetown: बदबू भरे माहौल में रहने को मजबूर रेजिडेंट्स, घोटाले का लगाया गंभीर आरोप

Written By: गली न्यूज

Published On: Wednesday August 24, 2022

Garbage Scam In Capetown: बदबू भरे माहौल में रहने को मजबूर रेजिडेंट्स, घोटाले का लगाया गंभीर आरोप

Garbage Scam In Capetown: नोएडा के सेक्टर 74 (Sector-74 Noida)  स्थित सुपरटेक केपटाउन (Supertech Capetown) सोसाइटी में मेंटेनेंस व्यवस्था दिन-प्रतिदिन बद से बदतर होते जा रही है। एक तरफ सोसाइटी में रहने वाले रेजिडेंट्स कई मूलभूत सुविधाओं में अव्यवस्था के शिकार बनते हैं वहीं दूसरी ओर गार्बेज डिस्पोजल की भी समस्या गंभीर बनी हो रही है।

किस तरह की हो रही है परेशानी?

सेंट्रल नोएडा की सबसे बड़ी सोसाइटी में शुमार सुपरटेक केपटाउन में करीब 40 टॉवर हैं। इन टॉवर्स से केपटाउन मेंटनेंस टीम (Estate) को हर महीने करोड़ों रुपयों की कमाई होती है। लेकिन इन टॉवर्स के नीचे बने गार्बेज स्टोर रूम (Garbage Scam In Capetown) की हालत बेहद खराब हैं। इसमें हाइजीन तो बहुत दूर साफ-सफाई की भी व्यवस्था ना के बराबर होती है। ऐसे में यहां गंदगी भरी रहती है जिससे पूरे बेसमेंट में बैड स्मेल रहता है। जो कि सोसाइटी में रहने वाले लोगों के लिए नई परेशानी का सबब बना हुआ है।

बड़ा घोटाले का अंदेशा

https://gulynews.com से बात करते हुए सोसाइटी में रहने वाले कई रेजिडेंट्स ने घोटाले (Garbage Scam In Capetown) की अंदेशा जताई है। दरअसल सोसाइटी में करीब 5 हजार फ्लैट्स हैं और हरेक फ्लैट्स से हर महीने 35 रुपये से ज्यादा की रकम केवल गार्बेज चार्ज के तौर पर लिया जाता है। इस हिसाब से हर महीने करीब 1 लाख 75 हजार रुपये की वसूली मेंटेनेंस टीम रेजिडेंट्स से करती है । अगर पूरे एक साल का हिसाब निकाला जाए तो साल का 21 लाख रुपये मेंटेनेंस (Estate) टीम वसूली करती है। लेकिन गार्बेज स्टोर का हाल देखकर ऐसा लगता है कि मेंटेनेंस (Estate) टीम इस पर कम से कम खर्च करती है । रेजिडेंट्स का आरोप है कि इस रकम का बड़ा हिस्सा घोटाले के तौर पर मेंटेनेंस (Estate) टीम डकार रही है।

किसे ज्यादा समस्या ?

गार्बेज की सफाई नहीं होने से पूरा का पूरा बेसमेंट एरिया बैड स्मेल और गैस से भरा रहता है। इससे उन लोगों को बहुत ज्यादा परेशानी रहती है जो गाड़ी पार्क करने बेसमेंट में जाते हैं या फिर किसी कारण से बेसमेंट से आना-जाना करते हैं। इसके साथ ही बेसमेंट मैं ड्यूटी करने का वाले सिक्योरिटी गार्ड्स तो इससे और भी ज्यादा परेशान रहते हैं। एक तो उन्हें तय मानक से कम की पेमेंट दी जाती है उस पर से 8 घंटे की जगह 12 घंटे की ड्यूटी कराई जाती है। साथ साथ गंदे माहौल और विषैले वातावरण का उनके शरीर पर बुरा प्रभाव पड़ता है जिससे उनकी कार्य क्षमता भी प्रभावित होती है।

क्या कहते हैं डॉक्टर्स ?

https://gulynews.com ने इस बारे में स्पेशलिस्ट डॉक्टर समीउर रहमान से खास बात की। डॉक्टर समीउर रहमान का कहना है कि कचरे के कारण हमेशा संक्रामक बीमारियों के फैलने का अंदेशा बना रहता है। बायो वेस्ट या किसी तरह के कचरे के फैलने के कारण हानिकारण जीवाणु हवा अन्य माध्यमों से स्वास्थ मनुष्य तक पहुंच जाते हैं। इससे स्वस्थ्य मनुष्य में भी बीमारी का खतरा उत्पन्न हो जाता है।  कचरा और दुर्गंध फैलने के कारण कई बार कुत्तों का जमघट भी लगा रहता है।

सोसाइटी के व्हाट्सएप ग्रुप पर भी इस समस्या को लेकर खूब चर्चा होती है लेकिन ना ही मेंटेनेंस टीम और ना ही एओए इस पर कोई रिएक्ट करती है। कुछ रेजिडेंट्स को यह भी शक है कि घोटाले का एक हिस्सा एओए को भी जाता है। रेजिडेंट्स डीपी शर्मा और कुलदीप जयरथ ने बातचीत करते हुए बताया कि इस तरह के गैस के कारण दमघोटू माहौल बना रहता है जिससे बुजुर्गों और बच्चों को खास परेशानी होती है।

वीडियो देखें:-

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