Ryan International School: हैरान कर देने वाला वीडियो सामने आया, मासूम बच्ची के रोने पर उठे सवाल
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा के रेयान इंटरनेशनल स्कूल (Ryan International School) से बेहद हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां स्कूल में एंट्री को लेकर के ऐसा विवाद हुआ जिसके बाद मासूम बच्ची रोते हुए नजर आई।
क्या है पूरा मामला?
यह पूरा मामला ग्रेटर नोएडा के रयान इंटरनेशनल स्कूल (Ryan International School) का है। स्कूल में एंट्री को लेकर के एक बच्ची काफी देर तक रोते नजर आई। अब इस बच्ची का वीडियो सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल (Viral Video) हो रहा है। खास बात यह है कि इस मासूम के साथ इसके पैरंट भी नजर आ रहे हैं जो स्कूल में एंट्री को लेकर के गार्ड से बहस करते दिख रहे हैं।
वीडियो से क्या समझ आया?
ग्रेटर नोएडा के रयान इंटरनेशनल स्कूल से आया यह वीडियो स्कूल पर प्रिमाइज के ठीक बाहर का है। वीडियो में स्कूल का गेट नंबर 3 दिखाई दे रहा है। इसी गेट पर एक महिला अपने बच्चे के साथ मौजूद है और सिक्योरिटी गार्ड के साथ बहस करती दिखाई दे रही हैं। महिला और उसके बच्चे को सिक्योरिटी गार्ड स्कूल के अंदर एंट्री को मना कर रहा है। जबकि महिला बच्चे की रोने की दुहाई देकर के स्कूल के अंदर जाना चाह रही हैं।
वीडियो यहां देखें :-
रेयान इंटरनेशनल स्कूल के गेट नंबर 3 से एंट्री को लेकर विवाद। बच्ची का रोते हुए वीडियो वायरल। #PSBETA2@ShoPsBeta2 @Uppolice @noidapolice#GreaterNoida #BreakingNews #gulynews pic.twitter.com/kFQrh7xnoh
— Guly News (@gulynews) September 22, 2022
क्यों रोई मासूम ?
https://gulynews.com को एक्सक्लूसिव जानकारी मिली है कि ग्रेटर नोएडा में बारिश की वजह से स्कूल के गेट नंबर 2 पर की कीचड़ जमा था। इसी कीचड़ से बचने के लिए यह मासूम और उसके पेरेंट्स ने गेट नंबर 3 का सहारा लिया। लेकिन मौके पर मौजूद सिक्योरिटी गार्ड ने नियमों का हवाला देते हुए पैरेट को गेट पर ही रोक दिया। इस दौरान सिक्योरिटी गार्ड और महिला के बीच में जोरदार बहस हुई जिसे सुनकर मासूम बच्ची रोने लगी।
फिलहाल इस मामले में स्कूल की ओर से कोई सफाई नहीं आई लेकिन सवाल खड़े हो रहे हैं। सोशल मीडिया पर यूजर्स पूछ रहे हैं क्या मासूम के आंसू से ज्यादा स्कूल के खोखले नियम है। अगर गेट नंबर 2 पर कीचड़ जमा था तो क्या गेट नंबर 3 से स्टूडेंट को जाने से रोक देना चाहिए? अगर एंट्री ही रोक नहीं है तो स्कूल ने गेट नंबर 123 इस तरीके से क्यों बनाए?