Mahagun Modern AOA Election: ये कैसा चुनाव जहां न वोट पड़े.. न कोई विरोध में कैंडिडेट ही उतरा, रेजिडेंट्स ने उठाए सवाल
Mahagun Modern AOA Election: नोएडा की एक सोसाइटी में अपार्टमेंट ऑनर एसोसिएशन का चुनाव हुआ और नए एओए बोर्ड का गठन कर लिया गया. खास बात ये थी कि अपार्टमेंट ऑनर एसोसिएशन का यह चुनाव 10 सीटों पर न करवा कर केवल 3 सीट पर करवाया गया. आरोप है कि ऐसा करवाकर एक बार फिर उच्च न्यायलय के आदेश की अवहेलना की गई और सोसाइटी चुनाव में मनमानी हुई.
कहां का है मामला
लोकतंत्र के महापर्व चुनाव में हर कोई हिस्सा लेकर इस पर्व में योगदान देना चाहता है. लेकिन कई बार ये देखा जाता है कि इस महापर्व के नाम पर लोगों को गुमराह किया जाता है. कुछ इसी तरह का आरोप लगा है नोएडा की एक पॉश सोसाइटी की एओए पर. आरोप है कि नोएडा के सेक्टर 78 स्थित महागुन मॉडर्न (Mahagun Modern AOA Election) सोसाइटी में अपार्टमेंट ऑनर एसोसिएशन के चुनाव के नाम पर न केवल मनमानी की गई बल्कि नियमों को भी तोड़ा मरोड़ा गया. दावा किया जा रहा है कि इस तरह की मनमानी से सोसाइटी में रहने वाले रेजिडेंट्स बेहद नाराज हैं और मनमानी के खिलाफ फिर से स्थानीय प्रशासन का दरबाजा खटखटा रहे हैं.
किस तरह नियमों को तोड़ा गया
दरअसल अपार्टमेंट ऑनर एसोसिएशन का चुनाव के नाम पर महागुन मॉडर्न सोसाइटी में केवल 3 पदों पर चुनाव कराने का दावा किया गया. सोसाइटी में रहने वाली इंद्रानी मुखर्जी ने आरोप लगाया है कि ये सरासर नियमों की अवहेलना है. क्योंकि पहले ही विंडसर कोर्ट मामले में हाईकोर्ट ने 10 सीटों पर चुनाव कराने की बात कही है. इंद्रानी मुखर्जी ने इस बारे में ट्वीट करते हुए 3 सीट पर फर्जी चुनाव कराने के आरोप लगाए हैं.
क्या है लेटेस्ट अपडेट
महागुन मॉडर्न अपार्टमेंट ऑनर एसोसिएशन की ओर इस बारे में एक बयान जारी कर नए ऑफिस बियरर्स की एक लिस्ट जारी की है. इस लिस्ट के मुताबिक पारुल तोमर, आकांक्षी श्रीवास्तव और प्रवीण मिश्रा को बोर्ड में शामिल किया गया है. चौंकाने वाली बात यह है कि इन तीनों को बिना किसी विरोध के ही चुन लिया गया. यानी दावा है कि इनका चुनाव निर्विरोध हुआ है. बता दें कि सोसाइटी में करीब 2700 फ्लैट्स ऑनर हैं और इतनी बड़ी संख्या में फ्लैट ऑनर रहने के बाद भी किसी ने कोई चुनाव नहीं लड़ा.
AOA ने क्या कहा
महागुन मॉडर्न सोसाइटी के एओए अध्यक्ष के पद पर पारुल तोमर का चुनाव हुआ है. गली न्यूज से बात करते हुए पारुल तोमर ने विरोध करने वालों को आईना दिखाया है और कहा है कि विरोध करने वाले अपना पर्सनल एजेंडा और बेनिफिट्स नहीं मिलने के कारण विरोध में जुटे हैं. उनका कहना है कि चुनाव के लिए तीन लोगों ने नॉमिनेशन फाइल किया था और तीनों ही निर्विरोध चुन लिए गए
इस बीच कुछ रेजिडेंट्स ने स्थानीय प्रशासन से भी मदद मांगी है. महागुन मॉडर्न रेजिडेंट्स ट्विटर हैंडल से किए गए ट्वीट में गंभीर आरोेप लगाए गए हैं. इस ट्वीट में लिखा गया है कि जब रेजिडेंट्स इस मामले में डीएम से मिलकर हाईकोर्ट और डिप्टी रजिस्ट्रार के आदेश को लागू करवाने को कहा तो फोन पर डिप्टी रजिस्ट्रार ने किसी मंत्री के दवाब होने की बात कही है. अब इस ट्विटर हैंडल से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगा रहे रहैं.
लंबे समय से सोसाइटी में चुनाव नहीं कराया गया है. रेजिडेंट्स का आरोप है कि अपार्टमेंट ऑनर एसोसिएशन की मनमानी और स्थानीय प्रशासन की बेरुखी के कारण नियमों की अनदेखी कर आंखों में धुल झोंक कर इस तरह के चुनाव केवल कागजों पर करवाए गए हैं. अब कुछ रेजिडेंट्स इस मनमानी के खिलाफ आवाज बुलंद करने में जुटे हैं. देखना होगा कि ये लड़ाई कहां जाकर थमती है.