ED On Supertech: आरके अरोड़ा पर ईडी के शिकंजे के बाद अगला नंबर किसका, कैसी बीती ईडी की कस्टडी में अरोड़ा की पहली रात
ED On Supertech: बिल्डर सुपरटेक कंपनी का प्रमुख आरके अरोड़ा इस वक्त प्रवर्तन निदेशालय के कस्टडी में है। कोर्ट ने 10 जुलाई तक आरके अरोड़ा को ईडी की रिमांड में भेजा है। इस दौरान ईडी आरके अरोड़ा से लगातार पूछताछ कर रही है। पता लगा रही है कि आरके अरोड़ा एंड टीम ने किस तरीकों से पैसों का गबन किया और मनी लॉन्ड्रिंग की।
कस्टडी में कैसी बीती पहली रात
10 जुलाई तक ईडी की कस्टडी में पहुंचा आरके अरोड़ा (RK Arora Supertech) से लगातार पूछताछ की जा रही है। ईडी के अधिकारी (ED on Supertech) आरके अरोड़ा से मनी लॉन्ड्रिंग के बारे में विस्तार से जानकारी जुटा रहे हैं। https://gulynews.com को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय की एक टीम लगातार आरके अरोड़ा से पूछताछ में जुटी है। इतना ही नहीं यह टीम पैसों के हेरफेर का पूरा ट्रेल भी ढूंढ रहीं है। पता लगाया जा रहा है कि आरके अरोड़ा ने किस तरीके से फ्लैट खरीदारों से पैसा लेकर अलग-अलग तरीके से मनी लॉन्ड्रिंग किया है। सूत्रों से पता चला है कि ईडी की कस्टडी में आरके अरोड़ा बेहद परेशान नजर आए रात में उन्होंने कुछ खाना भी नहीं खाया था।
ईडी के रडार पर अरोड़ा के करीबी
आरके अरोड़ा पर अरबों रुपए के गबन का आरोप है। मिली जानकारी के मुताबिक रुपयों के गबन में आरके अरोड़ा के साथ उनके कई नजदीकी सहयोगी शामिल हो सकते हैं। https://gulynews.com को सूत्रों से मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक ED की पैनी नजर अरोड़ा के करीबियों पर है। माना जा रहा है कि आरके अरोड़ा से पूछताछ के बाद आरके अरोड़ा के कई करीबियों से भी ईडी की टीम पूछताछ कर सकती है। कहा यह भी जा रहा है कि इन करीबियों की भी गिरफ्तारी हो सकती है।
किन करीबियों पर नजर
- सुपरटेक ग्रुप के डायरेक्टर मोहित अरोड़ा, डिप्टी एमडी संगीता अरोड़ा
- सुपरटेक रियलटर्स प्राइवेट लिमिटेड से डायरेक्टर नीतीश अरोड़ा
- डॉलफिन बुल्डवेल प्राइवेट लिमिटेड के गोविंद सिंह बिष्ट, संजय अरोड़ा, अशोक भल्ला
- हनी बिल्डर्स लिमिटेड के योगेश गोस्वामी, यज्ञना ब्राह्मण, अनिल कुमार सेठ, जीएल खेड़ा
- एएसपी सरीन रियल्टी प्राइवेट लिमिटेड के योगेश गोस्वामी, प्रदीप गोयल और अनिल जैन पर नजर है
मिली जानकारी के मुताबिक आरके अरोड़ा एंड टीम ने फ्लैट खरीदारों का पैसा कई कंपनियों में डायवर्ट किया। अब प्रवर्तन निदेशालय की नजर ऐसे लोगों पर टिकी हुई है जिन लोगों ने money-laundering के इस काम में आर के अरोड़ा की मदद की।