lift accident: नोएडा जिला अस्पताल की लिफ्ट में फंसे लोग, काफी समय के इंतजार के बाद आई टीम, हो सकता था हादसा, अस्पताल की लिफ्ट में भी सेफ्टी पर सवाल।
lift accident: नोएडा में लिफ्ट फंसने या अटकने की घटना कम होने का नाम नहीं ले रही है. प्रशासन के तमाम दावों के बावजूद आए दिन लिफ्ट में लोगों के फंसने का मामला सामने आ रहा है. ऐसी घटनाओं से लोगों की जान भी जा रही है. ताजा मामला सेक्टर-39 में स्थित जिला अस्पताल का है. जहां एक परिवार अपने मरीज से मिलने के लिए पांचवें फ्लोर पर जा रहा था, तभी अचानक लिफ्ट बंद हो गई और लोग (lift accident in Noida District Hospital) फंस गए. हालांकि, इस मामले को जिला अस्पताल के अधिकारियों ने छुपाने की कोशिश की.
क्या है पूरा मामला ?
नोएडा के सेक्टर-39 के जिला अस्पताल में भर्ती मरीज के परिजनों ने बताया कि वह मरीज से मिलने के लिए पांचवे फ्लोर पर जा रहे थे. लिफ्ट में बच्चे समेत आधा दर्जन से अधिक लोग सवार थे. सेकंड फ्लोर पर जाते ही लिफ्ट बंद हो गई. उन्होंने इमरजेंसी बटन दबाकर मदद की गुहार लगाई लेकिन बटन काम नहीं कर रहा था. काफी शोर मचाया, फिर भी कोई बचाने नहीं आया. उन्होंने फोन कर घर से परिचित को बुलाया. जब जाकर मेंटेनेंस डिपार्टमेंट को भनक लगी. करीब आधा घंटे तक लिफ्ट में फंसे होने के बाद मेंटेनेंस डिपार्टमेंट ने उन्हें बाहर निकाला. उनका कहना है कि अगर समय रहते उन्हें बाहर नहीं निकाला जाता तो कोई बड़ी घटना घट सकती थी. जिला अस्पताल में अधिकारियों की लापरवाही के कारण हादसा हुआ है.
ये भी पढ़ें-
Noida news: सोसायटी के पार्क में गोवंश का दफनाया, नोएडा अथॉरिटी की लापरवाही देख भड़के लोग
नोएडा में लिफ्ट हादसे आम बात
नोएडा, ग्रेटर नोएडा, ग्रेटर नोएडा वेस्ट और गाजियाबाद हाइराइज इमारतों वाला शहर हैं. इन शहरों की ज्यादातर आबादी इन इमारतों में रह रही है. लाखों लोगों को हर वक्त लिफ्ट के सहारे रहना पड़ता है. ऐसे में लगातार हो रहे हादसों से लोग डरे हुए हैं. पिछले दिनों ग्रेटर नोएडा वेस्ट में आम्रपाली ड्रीम वैली हादसा में आठ लोगों की मौत हो गई है. इस घटना के बाद लिफ्ट का सहारा लेने वाला हर व्यक्ति डरा हुआ महसूस कर रहा है. दरअसल, परेशानी की असली वजह इनका प्रॉपर मेंटेनेंस नहीं होना है. लिफ्ट के रखरखाव की जिम्मेदारी किस पर है, लिफ्ट में हादसा हो तो उसे किसकी गलती मानी जाए ?