Student Death in School: टीचर ने स्टूडेंट को इतना पिटा कि उसकी मौत हो गई! पुलिस ने दर्ज किया केस, जांच जारी
Student Death in School: रोज की तरह उस रोज भी कृष्णा चौहान स्कूल गया था। लेकिन उसे क्या पता था कि ये आखिरी बार है जब वो स्कूल पहुंचा है। क्योंकि उस रोज के बाद वो फिर कभी स्कूल नहीं जा सका। उस रोज स्कूल में उसके टीचर ने उसकी इतनी पिटाई की बाद में उसकी मौत हो गई।
कहां का है मामला
पहली नजर में इस आरोप पर भरोसा नहीं होता लेकिन यही कड़वा आरोप है। पता चला है कि ग्वालियर के फोर्ट व्यू स्कूल (Fort View School Gwalior) में पढ़ने वाला कृष्णा चौहान अब इस दुनिया में नहीं है। मां-पिता के पास अब उसकी यादें ही बची हैं। आरोप है कि मध्यप्रदेश में ग्वालियर जिले के एक निजी स्कूल में कथित तौर पर शिक्षकों द्वारा पीटे जाने के बाद कक्षा आठ के छात्र कृष्णा की जान (Student Death in School) चली गई थी। 12 साल का लड़का चार दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहा, लेकिन रविवार (16 जुलाई) की सुबह उसकी मौत हो गई।
पुलिस ने दर्ज किया केस
ग्वालियर में प्राइवेट स्कूल के टीचरों की मारपीट के बाद कक्षा आठवीं के छात्र की हुई मौत के मामले में पुलिस ने दोनों टीचरों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। वहीं स्कूल प्रबंधन के मामले में जिला शिक्षा अधिकारी के निर्देश पर एक टीम जांच पड़ताल करने में जुटी हुई है।
क्या है पूरा मामला
बता दें कि 12 जुलाई को थाना बहोड़ापुर इलाके के शब्द प्रताप आश्रम स्थित प्राइवेट फोर्ट व्यू स्कूल में पढ़ने वाले कक्षा आठवीं के छात्र कृष्णा चौहान के साथ होमवर्क पूरा नहीं करने पर स्कूल के दो टीचरों ने अकबर खान और सोनू श्रीवास्तव ने मुर्गा बनाकर डंडे से पिटाई की थी। उसके बाद घर पहुंचते ही छात्र कृष्णा की हालत बिगड़ी तो उसे प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालत में सुधार नहीं होने पर उसे दूसरे अस्पताल में भर्ती कराया गया, फिर गंभीर हालत में उसे सरकारी अस्पताल JAH रेफर किया गया था। जहां रविवार की सुबह इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी।
परिजनों का गुस्सा भड़का
छात्र की मौत से गुस्साए परिजनों और स्थानीय लोगों ने स्कूल पर जमकर हंगामा किया था। मृतक छात्र के परिजनों की शिकायत पर थाना बहोड़ापुर पुलिस ने दोनों टीचरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और मामले की पड़ताल जारी रखी है। मामले की जांच कर रहे एएसपी ऋषिकेश मीणा का कहना है कि छात्र की पीएम रिपोर्ट आने के बाद और धाराओं का इजाफा किया जा सकता है। वहीं, स्कूल प्रबंधन को लेकर जिला शिक्षा विभाग की टीम अपनी पड़ताल में जुटी है।
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