Ghaziabad gangrape case: गैंगरेप केस में पुलिस किसके लिए कर रही है काम, पीड़ित परिवार को क्यों कर रही है परेशान? जानिए जवाब
Ghaziabad gangrape case: गाजियाबाद की सोसाइटी में गैंगरेप की शिकार 19 साल की लड़की की मौत हो गई. सोमवार को दिल्ली सफदरजंग में उसने दम तोड़ दिया. हालांकि, मौत से पहले मजिस्ट्रेट के सामने उसने रेपिस्ट का नाम लिख दिया था. लड़की सृष्टि हाउसिंग सोसाइटी में बतौर सिक्योरिटी गार्ड तैनात थी. उसकी मौत की खबर ने सबको झंझोर कर रख दिया है. आखिर रेपिस्ट को सजा कब होगी. क्या पुलिस भी रेपिस्ट के साथ मिल गई है. ये हम नहीं बीती रात की एक घटना बता रही है. चलिए हम आपको बताते है आखिर बीती रात ऐसा क्या हुआ?
पुलिस पर लगे आरोप ?
गाजियाबाद की सृष्टि हाउसिंग सोसाइटी में बतौर सिक्योरिटी गार्ड तैनात लड़की की गैंगरेप की घटना के बाद अस्पताल में मौत हो गई. परिवार वालों ने पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए है. परिवार का कहना है कि पुलिस जबरन बीती रात लड़की के अंतिम संस्कार का दबाव बना रही थी. परिजनों ने इसका विरोध किया. उन्होंन मीडिया को भी मौके पर बुला लिया. मीडिया को देख पुलिस अफसर वहां से भाग गए. लेकिन जिस एम्बुलेंस में लड़की का शव रखा था उस एम्बुलेंस को लॉक करके चाबी अपने साथ ले गए. पुलिस की इस हरकत से सभी लोगों में गुस्सा है. परिवार वालों को पुलिस का आरोपियों के साथ मिले होने का शक भी है. इससे पुलिस की कार्यप्रणाली में कई सवाल उठ रहे है. आखिर पुलिस को किसका डर सता रहा है. परिवार वालों ने पुलिस पर कई आरोप लगाए है.
मृतक के भाई ने बताया कि पुलिस वालों ने एम्बुलेंस की चाबी छीन ली है और एम्बुलेंस के ड्राइवर को भी वहां बैठा रखा है. हम अपनी बहन की डेड बॉडी अपने घर कैसे लेकर जाए. जब उससे पुछा गया आखिर पुलिस अंतिम संस्कार का दबाव क्यों बना रही है तो उसने कहां शायद ऊपर से प्रेशर है कि उसकी सोसायटी कहीं बदनाम ना हो जाए. मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ चुकि है उसमें जहरीला पदार्थ खाने की पुष्टि हुआ है लेकिन मुझे लगता है सब मामले को दबाने का प्रयास कर रहे है उसके साथ गैंगरेप हुआ है.
ये भी पढ़ें-
क्या था मामला ?
झारखंड निवासी 19 साल की लड़की गाजियाबाद के क्रॉसिंग रिपब्लिक इलाके में अपनी मौसी के घर रहती थी. वो सृष्टि हाउसिंग सोसाइटी में बतौर सिक्योरिटी गार्ड तैनात थी. रविवार दोपहर लड़की के मौसेरे भाई ने डायल-112 को कॉल करके उसके साथ तीन युवकों द्वारा गैंगरेप करने की जानकारी दी. पुलिस के पहुंचने से पहले ही सहकर्मियों द्वारा उसको हॉस्पिटल में भर्ती कराया जा चुका था. इस मामले में पीड़िता के मौसेरे भाई ने सिक्योरिटी सुपरवाइजर अजय सहित दो अज्ञात युवकों पर गैंगरेप करने, मारपीट करने, कपड़े फाड़ने आदि आरोपों में FIR दर्ज कराई है.
पीड़िता के मौसेरे भाई ने बताया, ‘मेरी बहन की हालत बहुत गंभीर थी. उसके कपड़े फटे थे. मुंह से झाग आ रही थी. गाजियाबाद में इलाज के बाद उसे सफदरजंग हॉस्पिटल दिल्ली के लिए रेफर कर दिया, जहां वो वेंटिलेटर पर थी. सोमवार तड़के पीड़िता की इलाज के दौरान मौत हो गई. मेरी बहन को रेप के बाद कोल्डड्रिंक में जहर मिलाकर जबरदस्ती पिलाया गया था. इससे उसकी हालत बिगड़ती चली गई. डॉक्टरों ने भी जांच में जहर की पुष्टि की है.
सोसाइटी के बेसमेंट में सुपरवाइजर के कमरे में हुई वारदात
पुलिस ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस हॉस्पिटल पहुंची. यहां डॉक्टरों ने बताया कि लड़की ने कुछ जहरीला पदार्थ खाया है. इससे उसकी हालत बिगड़ गई है. इसी बीच मजिस्ट्रेट भी बयान दर्ज करने के लिए हॉस्पिटल पहुंच गए. पीड़िता बहुत ज्यादा बोलने की स्थिति में नहीं थी. लेकिन, उसने कागज पर लिखकर बयान दिया है. इसमें उसने घटना में सिर्फ अजय के शामिल होने की बात लिखी है. बाकी दो अज्ञात युवकों का जिक्र लिखित बयान में नहीं है. इस आधार पर पुलिस ने फौरन कार्रवाई करते हुए सिक्योरिटी सुपरवाइजर अजय को गिरफ्तार कर लिया है, उससे पूछताछ की जा रही है. ये घटनाक्रम सोसाइटी के बेसमेंट का बताया गया है, जहां पर सिक्योरिटी सुपरवाइजर का कमरा है. इस पूरे मामले में गहनता से जांच की जा रही है. वहां पर मौजूद अन्य सुरक्षाकर्मियों के बयान भी दर्ज किए जा रहे हैं.