November 25, 2024, 1:05 pm

Tomato Flu: बच्चों के सामने बड़ा खतरा, यह है टोमैटो फीवर बीमारी के लक्षण और उपचार

Written By: गली न्यूज

Published On: Tuesday August 23, 2022

Tomato Flu: बच्चों के सामने बड़ा खतरा, यह है टोमैटो फीवर बीमारी के लक्षण और उपचार

Tomato Flu:  पहले कोरोना ने कहर बरपाया , फिर मंकीपॉक्स ने डराया। अब टोमैटो फ्लू ने बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक परेशानी बढ़ा दी है। इस नई बीमारी की दस्तक से पूरा हिंदुस्तान सहम उठा है… क्योंकि ओडिशा से लेकर केरल तक इस बीमारी ने कइयों को अपनी गिरफ्त में ले लिया है।

कौन बन रहे हैं शिकार?

https://gulynews.com को मिली जानकारी के मुताबिक सबसे परेशानी की बात यह है कि टोमैटो फ्लू  (Tomato Flu) का सबसे ज्यादा शिकार सबसे ज्यादा बच्चे हो रहे हैं । टोमैटो फ्लू एक फुट एंड माउथ डिजीज है।  इस बुखार का नाम टोमैटो फीवर (Tomato Fever) इसलिए है क्योंकि इस बीमारी में मरीज के शरीर पर टमाटर के आकार और रंग के फफोले पड़ जाते हैं।  टोमैटो फीवर का शिकार एक से 5 साल तक के बच्चों के साथ-साथ ज्यादा उम्र के वो लोग भी हो सकते हैं जिनकी इम्यूनिटी कमजोर है।  ऐसे में यह समझना भी बेहद जरूरी है कि इस बीमारी के क्या लक्षण हैं।

क्या है टोमैटो फ्लू के लक्षण?
  • टोमैटो फीवर में शरीर पर दाने निकल आते हैं
  • ये दाने मंकीपॉक्स के दाने की तरह दिखाई देते हैं
  • तेज बुखार और मांसपेशियों में दर्द होता है
  • साथ ही थकान, खुजली और डिहाइड्रेशन जैसी समस्या सामने आती है
  • टोमैटो फ्लू बच्चों में चिकनगुनिया या डेंगू बुखार के बाद हो सकता है
  • कुछ मामलों में मरीजों के स्किन पर फफोलों का आकार काफी बढ़ जाता है

लैंसेट की  स्टडी में बताया गया है कि टोमैटो फ्लू के लक्षण कोविड -19 वायरस के समान ही होते हैं .. लेकिन यह वायरस SARS-CoV-2 से संबंधित नहीं हैं यह वायरस SARS-CoV-2 वायरस से अलग है। एक्सपर्ट मानते हैं कि बच्चों को टोमैटो फ्लू के संपर्क में आने का खतरा बढ़ जाता है क्योंकि इस उम्र में वायरल संक्रमण काफी जल्दी बच्चों पर हावी हो जाते हैं।

क्या सावधानी रखें ?
  1. संक्रामक बीमारी से बचने के लिए लोगों को साफ-सफाई पर ध्यान देना चाहिए
  2. अगर किसी बच्चे में इसके लक्षण दिखाई दे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए
  3. संक्रमित होने पर फफोले को फोड़ने और खरोंचने से बचना चाहिए
  4. पानी का अधिक से अधिक सेवन करें
कहां आया टोमैटो फ्लू का मामला ?

टोमैटो फीवर के इस आउटब्रेक का पहला केस केरल के कोल्लम में 6 मई को आया था। इसके बाद से ही 1 से 5 साल के बच्चों में बुखार के लक्षण देखे गए, यानी फिलहाल यह बच्चों में ही ज्यादा फैल रहा है। इसके कई कारण हो सकते हैं, जैसे गंदी जगहों में रहना और गंदी चीजें छूना.. बच्चे खिलौने, खाना और कपड़ों से लेकर कई चीजें शेयर करते हैं, जिससे संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाता है..
केरल में अबतक 80 से ज्यादा वहीं ओडिशा में भी दो दर्जन से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं…हालांकि यह अब तक साफ नहीं हो चुका है कि यह बीमारी क्यों फैल रहा है… टोमैटो फ्लू का विशेष कारण जानने के लिए वैज्ञानिक अभी भी रिसर्च कर रहे हैं, लेकिन अभी इसे वायरल संक्रमण का एक रूप माना जा रहा है। ऐसे में सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव का उपाय है।

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