Students beat pregnant dog: छात्रों ने प्रेग्नेंट डॉग को पीट-पीटकर मारा, वीडियो वायरल
Students beat pregnant dog: पत्रकारिता की पढ़ाई के दौरान एक बात बताई जाती है- ‘When a dog bites a man, that is not a story; when a man bites a dog, that’s a story’. यानी जब कुत्ता एक आदमी को काटे तो वह न्यूज नहीं है लेकिन जब आदमी कुत्ते को काट ले तो वह एक स्टोरी है. बीते दिनों कुत्तों के काटने की कई घटनाएं सामने आई. इनमें कई मामले गंभीर थे. अब मैंने ये इसलिए बताया क्योंकि ऐसा ही कुछ मामला सामने आया है. इस खबर में किसी व्यक्ति ने कुत्ते को नहीं काटा है बल्कि एक कुतिया को पीट-पीटकर मार दिया गया है. घटना दक्षिणी-पश्चिमी दिल्ली की है.
क्या है पूरा मामला ?
दिल्ली से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां कुछ लोगों ने एक गर्भवती कुतिया (pregnant Dog) को बेरहमी से मार दिया. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जानकारी के अनुसार ये वीडियो दिल्ली एक टेक्निकल इंस्टीट्यूट का है. इस घटना में वहां के छात्र और स्टाफ के सदस्य शामिल थे. इन लोगों ने पहले उसको बुरी तरह पीटा फिर उसे घसीटा, जिससे उसकी जान चली गई. इस मामले में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज की गई है.
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ लोगों का ग्रुप पहले मैदान में टिन शेड के अंदर बैठे हुए कुतिया को घेरते हैं. इसके बाद एक युवक बेसबॉल बैट के साथ शेड में आता है. एक अन्य वीडियो में वो लोग पार्क में कुतिया को घसीटते हुए दिख रहे हैं. इस मामले में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज की गई है.
यह भी पढ़ें:-
Ghaziabad Street dog attack: आवारा कुत्तों का आतंक, कब मिलेगी मुक्ति
गाजियाबाद से भी सामने आया था ऐसा मामला
बता दें कि, कुछ दिन पहले इसी तरह का मामला यूपी के गाजियाबाद से सामने आया था, जहां कुछ लोगों ने एक कुत्ते की बेरहमी से गला दबाकर उसकी हत्या कर दी. उन लोगों ने कुत्ते को फंदे पर लटकाकर मार डाला. सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने आरोपियों पर मामला दर्ज कर लिया है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स ?
एक्सपर्ट्स का कहना है कि युवा छात्रों द्वारा ऐसी हरकत को देखना भयानक है, जो एक गर्भवती मां को पीट-पीट कर मार डालते हुए हंसते हुए देखे जा सकते हैं. इससे पता चलता है कि जानवरों के खिलाफ क्रूरता खतरनाक है क्योंकि यह महिलाओं और बच्चों के खिलाफ हिंसा को बढ़ाता है. उन्होंने कहा कि समय के साथ ये स्तर और बढ़ सकता है. ऐसे लोग अपनी ताकत थोपने के लिए महिलाओं और बच्चों के साथ भी दुर्व्यवहार कर सकते हैं.