Noida News: स्कूलों में स्मार्ट पैनल बनाएंगे पढ़ाई को बेहद सरल और मनोरंजक
Noida News: नोएडा ने शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। आपको बता दें की अब नोएडा में एमसीडी के 25 स्कूलों के हरेक सेक्शन में 7-7 इंटरेक्टिव स्मार्ट पैनल लगाए जायेंगे। टच स्क्रीन वाले पैनल पर अध्यापक लिखने के साथ वीडियो भी कर दिखा सकेंगे। इससे क्लास के स्टडी को बेहद सरल और मनोरंजक बनाने में मदद मिलेगी। इसके अलावा बच्चों को विषय को समझने में आसानी होगी। स्टूडेंट सभी सब्जेक्ट को सरलता से समझ पाएंगे।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक नोएडा में एमसीडी के 25 स्कूलों के प्रत्येक सेक्शन में सात-सात इंटरेक्टिव स्मार्ट पैनल लगाए जाएंगे। टच स्क्रीन वाले इन पैनलों पर अध्यापक लिखने के साथ वीडियो भी प्रदर्शित कर सकेंगे। इन पैनलों के माध्यम से स्टूडेंट के लिए पढ़ाई सरल होने के साथ ही मनोरंजक भी बन जाएगी। अध्यापक व्हाइट और ब्लैक बोर्ड के बजाय इसपर लिखकर, ऑडियो व वीडियो दिखाकर बच्चों को समझाएंगे। इनकी क्लासेज और किताबें भी रंगों से भरी होंगी। इनमें प्रकृति और विज्ञान को दर्शाने वाले चित्र होंगे। डेस्क भी आकर्षक दिखाई देंगे। एमसीडी के 25 स्कूल इसी थीम पर संवरने जा रहे हैं। एमसीडी के इस पायलट प्रोजेक्ट में 15 स्कूलों में स्मार्ट पैनल लगा दिए गए हैं। अब निगम ने अन्य स्कूलों में भी इसे शुरू करने का निर्णय लिया है। दूसरे चरण में 100 स्कूलों को शॉर्टलिस्ट किया गया है। इसमें से 25 स्कूलों के नर्सरी, केजी और एक से पांच तक के हरेक सेक्शन में स्मार्ट पैनल लगाए जाएंगे।
बौद्धिक क्षमता के को ध्यान में रखकर मॉड्यूल तैयार किया है
बताया जा रहा है की निगम के शिक्षा विभाग ने फाउंडेशन लर्निंग कोर्स के तहत पहले बच्चों की बौद्धिक क्षमता का पता लगाने के लिए मॉड्यूल तैयार कराया था। अलग-अलग बैद्धिक क्षमता के बच्चों के लिए पाठ्यक्रम प्लान तैयार कराया। इनके कोर्स में वीडियो जोड़े गए। करीब 500 वीडियो बनाए गए, जो यूट्यूब पर शिक्षा विभाग के एजूकेशन चैनल ज्ञानोदय पर हैं। अब क्लास में स्मार्ट पैनल पर बच्चे नए वीडियो के साथ यूट्यूब पर बनाकर डाले गए वीडियो देखकर सीखेंगे। शिक्षकों को इसके लिए विशेष प्रशिक्षण दिया गया है।
यह भी पढ़ें…
Right To Education: गौतमबुद्ध नगर में स्टूडेंट का भविष्य अंधेरे में, घट गई आरटीई की 1513 सीटें…
क्लासेज और किताबें रंगों से भरी होंगी
स्टूडेंट की क्लासेज और किताबों को रंगों और थीम के आधार पर तैयार किया जायेगा। जिससे उन्हें सब्जेक्ट्स को समझने में सरलता हो। आपको बता दें की पीतमपुरा सीपी ब्लॉक, भरथल नजफगढ़, बागडोला, लाडपुर नरेला, पंजाब खोर सरस्वती विहार, नरेला मंडी, शाहबाद दौलतपुर, रोहिणी बी-3, सुल्तानपुरी बी-2, साउथ अनारकली, भोलानाथ नगर, कृष्णा नगर, आरके पुरम, घिटोरनी और मुखर्जी पार्क स्कूल में निगम का ये प्रयोग सफल रहा। अब 100 में से 25 स्कूलों के नाम शिक्षा विभाग की ओर से तय किए जा रहे हैं।
प्रोजेक्ट हुआ बजट में शामिल
प्रोजेक्ट को पीपीपी मोड पर शुरू किया गया। करीब डेढ़ साल पहले एलजी वीके सक्सेना ने 15 स्कूलों में स्मार्ट क्लासेज का उद्घाटन किया। इसका मकसद स्कूलों में अच्छी इमारतें, फर्नीचर और आईटी आधारित शिक्षण प्रक्रिया शुरू कराना है। एलजी ने साल भर में निगम के सभी 1535 स्कूलों को इसी तरह विकसित करने का लक्ष्य रखा था, लेकिन निगम की आर्थिक स्थिति बेहतर न होने के कारण इसकी रफ्तार तेज नहीं हो सकी। अब निगम आयुक्त ज्ञानेश भारती ने शिक्षा बजट में इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया गया है।