Noida Authority News: प्राधिकरण में शुरू हुई खास पहल, पर्यावरण होगा बेहतर
Noida Authority News: बेहतर पर्यावरण के लिहाज से पेड़ों का संरक्षण अनिवार्य है, लेकिन महानगरों की ऊंची इमारतों और चमकती सड़कों के बीच बढ़ते प्रदूषण के कारण प्राणवायु देने वाले पेड़ों का दम घुट रहा है। राजधानी के उत्तरी पश्चिमी क्षेत्र के कई इलाकों में सड़क व फुटपाथ पर खड़े पेड़ कंक्रीट, सीमेंट और टाइल्स से इस कदर घिरे हैं कि उनकी जड़ों को सांस लेना भी मुश्किल हो रहा है। नतीजतन हरे-भरे पेड़ चंद ही दिनों में सूख जाते हैं। ऐसे सूखते पेड़ों के दर्द को समझने का प्रयास इक्का-दुक्का लोग ही करते हैं। हालांकि मानसून से पहले यदि इन ऐसे पेड़ों को हरा भरा बनाने के लिए प्रशासन कोई ठोस कदम उठाए तो हरियाली को और अधिक बढ़ाया जा सकता है। ऐसे में नोएडा प्राधिकरण ने पेड़ों को कंक्रीट मुक्त करवाने का बेड़ा उठाया है। जिसको लेकर लोगों ने खुशी जाहिर की है।
क्या है पूरा मामला
बता दें कि नोएडा प्राधिकरण (Noida Authority News) में एक नई पहल शुरू की है। जिसमें प्राधिकरण पौधों की जड़ों से कंक्रीट हटाने का काम करेगा। इस पर आसपास के लोगों और कर्मचारियों ने खुशी जताई है साथ ही जेईई यशपाल को इस कार्य को शुरू करवाने के लिए आभार व्यक्त किया है। बताया जा रहा है की काफी समय से प्राधिकरण परिसर में लगे पेड़-पौधों में कंक्रीट जमा हो गया था। जिसके कारण उनकी प्रोपर ग्रोथ नही हो पा रही थी। इस मामले में कई बार प्राधिकरण में अवगत भी कराया गया पर किसी ने कोई ध्यान नहीं दिया। लेकिन जेईई यशपाल ने अपने निर्देशन में इस काम शुरू करवा दिया है। इसको लेकर लोगों ने उनका आभार व्यक्त किया है।
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नही हो पा रही थी पौधो की ग्रोथ, बढ़ रहा था प्रदूषण
बता दें, पौधों में ढेर सारी कंक्रीट जमा होने की वजह से पौधो की प्रोपर ग्रोथ नही हो पा रही थी। इस वजह से प्रदूषण का स्तर भी लगातार बढ़ रहा था क्योंकि एक मात्र पेड़ पौधे ही हैं जो प्रदूषण को दूर कर हवा को साफ बनने में मदद करते हैं साथ ही भीषण गर्मी में राहत भी प्रदान करते हैं। इस लिए पौधो का प्रोपर रखरखाव होना बहुत जरूरी है। पौधों में कंक्रीट निकल जाने और प्रोपर देखभाल होने से प्राधिकरण का पूरा परिसर जल्द ही हरा भरा हो जायेगा।
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एक पेड़ एक साल में 21.7 किलो कार्बन डाई आक्साइड गैस अपने अंदर सोखता है और दिन में चार लोगों को जिंदा रखने भर की आक्सीजन छोड़ता है। एक एकड़ में लगे हुए पेड़ एक साल में इतनी कार्बन डाई आक्साइड सोखते हैं, जितनी कि एक कार 41 हजार किमी चलने से छोड़ती है। एक पेड़ इतनी ठंड पैदा करता है, जितना एक एसी 10 कमरों में 20 घंटे चलने पर करता है। इसके अलावा इनसे लकड़ी, फल, फूल और औषधि हासिल होती है। आज के समय में जगह-जगह पौधे लगा कर पर्यावरण प्रेमी भविष्य को संभालने में लगे हुए तो हैं लेकिन उनको शहर की सड़कों के किनारे और फुटपाथों के सैकड़ों साल पुराने वह पेड़ नहीं नजर आते जिनकी जड़ों को इस तरीके से ढक दिया गया है कि वहां से तो हवा जा सकती है और न ही पानी जड़ों को पहुंच सकता है। यह हालात शहर में कई स्थानों पर मौजूद हैं।