March 29, 2024, 2:34 pm

Multi point Connection Issue: मल्टीप्वाइंट कनेक्शन के चक्कर में रेजिडेंट्स को फायदा, बिल्डर की ओर से मिल रहा है डिस्काउंट। क्या अबतक लूट रहा था बिल्डर

Written By: गली न्यूज

Published On: Thursday January 5, 2023

Multi point Connection Issue:  मल्टीप्वाइंट कनेक्शन के चक्कर में रेजिडेंट्स को फायदा, बिल्डर की ओर से मिल रहा है डिस्काउंट। क्या अबतक लूट रहा था बिल्डर

Multi point Connection Issue: नोएडा-ग्रेटर नोएडा की सोसाइटी में एक बार फिर मल्टीपाइंट कनेक्शन और सिंगल पॉइंट्स कनेक्शंस को लेकर हलचल तेज है। कुछ लोग जहां इसके विरोध में खड़े दिखाई दे रहे हैं वहीं कुछ ऐसे भी हैं जो मल्टीपाइंट कनेक्शंस को सही ठहरा रहे हैं। इसी होड़ में नोएडा के सेक्टर 78 अंतरिक्ष गोल्फ व्यू सोसाइटी में भी माहौल गर्म है।

क्या है मामला ?

नोएडा के सेक्टर 78 ( Sector 78 Noida) स्थित अंतरिक्ष गोल्फ व्यू -2 (Antariksh Golf View-2) सोसाइटी में मल्टीपाइंट कनेक्शन  वर्सेस सिंगल प्वाइंट  कनेक्शन (Multi point Connection Vs Single Point Connection) की लड़ाई तेज हो गई है। कलरफुल स्टेट्स बिल्डर (Colourful Estates Pvt. Ltd.) जहां एक ओर लोगों को मल्टीपाइंट कनेक्शन (Multi point Connection Issue) के नुकसान को समझा रहा है वहीं दूसरी ओर पीवीवीएनएल (PVVNL) की ओर से लोगों को सिंगलप्वाइंट कनेक्शंस को लेकर भी जागरूकता अभियान चलाई जा रही है। हालांकि सोसाइटी में फिलहाल मल्टीपाइंट कनेक्शंस को लेकर चल रही पहल पर रोक लग गई है।

क्या है लेटेस्ट अपडेट ?

https://gulynews.com से Exclusive बात करते हुए पीवीवीएनएल के अधिशासी अभियंता (Executive Engineer) शिवम त्रिपाठी ने जानकारी दी है कि “अंतरिक्क्ष गोल्फ व्यू-2  सोसाइटी में करीब 500 से ज्यादा ऐसे लोग हैं जो सिंगल प्वाइंट कनेक्शन चाहते हैं जबकि 150 के करीब में रेजिडेंट्स ऐसे हैं जो चाहते हैं कि सोसाइटी में मल्टीपाइंट कनेक्शन हो।”

 

 

“अंतरिक्क्ष गोल्फ व्यू-2  सोसाइटी में करीब 500 से ज्यादा ऐसे लोग हैं जो सिंगल प्वाइंट कनेक्शन चाहते हैं जबकि 150 के करीब में रेजिडेंट्स ऐसे हैं जो चाहते हैं कि सोसाइटी में मल्टीपाइंट कनेक्शन हो।” – शिवम त्रिपाठी, एक्जक्यूटिव इंजीनियर

 

 

इस संबंध में शिवम त्रिपाठी को सोसाइटी की मेंटेनेंस एजेंसी की ओर से वोटिंग डॉक्यूमेंट सौंपे गए हैं जिसमें बताया गया है कि ज्यादातर लोग मल्टीप्वांइट कनेक्शंस के विरोध में हैं। वोटिंग डाक्यूमेंट्स मिलने के बाद से सोसाइटी में फिलहाल मल्टीप्वांइट कनेक्शन को लेकर चल रहे गतिविधि पर ब्रेक लग गया है। लेकिन सवाल उठ रहे हैं कि वोटिंग में देरी क्यों की गई और क्यों सोसाइटी में बार-बार इस तरह की वोटिंग कराई गई?

वोटिंग पर सवाल 

https://gulynews.com को इस बारे में EXCLUSIVE डॉक्यूमेंट्स मिले हैं। जिसमें PVVNL की ओर से लिखी गई चिट्ठी शामिल है यह चिट्ठी पीवीवीएनएल की ओर से कलरफुल स्टेट्स बिल्डर (Colourful Estates Pvt. Ltd.) को लिखा गया था। इस चिट्ठी में तारीख 13 दिसंबर की है इसमें 3 दिन के अंदर वोटिंग कराने की बात कही गई है और डेडलाइन 17 दिसंबर की रखी गई थी । हालांकि इसमें थोड़ा समय लिया गया और फिर 20 दिसंबर तक वोटिंग कराने की बात कही गई।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस वोटिंग में ज्यादातर लोग मल्टीपाइंट कनेक्शंस के फेवर में थे। लेकिन चुकी मल्टीपाइंट कनेक्शन से बिल्डर को परेशानी हो सकती है उसके रेवेन्यू  पर असर पड़ सकता है। लिहाजा बिल्डर की ओर से इस वोटिंग डाक्यूमेंट्स को पीवीवीएनएल को नहीं सौंपा गया। आरोप है कि बाद में बिल्डर की ओर से बकायदा सोसाइटी में एक अभियान चलाया जिसमें मल्टीप्वाइंट कनेक्शंस की खामियों को बताया गया इतना ही नहीं जिन फ्लैटों में किराएदार रहते हैं उनके मालिक से कनेक्ट करके उन्हें इस बारे में समझाया गया कि अगर आप सिंगल प्वाइंट कनेक्शंस को छोड़कर मल्टीपाइंट कनेक्शन अपनाते हैं तो आपको किराए की वसूली के साथ-साथ मेंटेनेंस जमा करने में दिक्कत हो सकती है क्योंकि हो सकता है कि किराएदार बिना बिजली के बिल का भुगतान किए या मेंटेनेंस जमा किए बिना चला जाए और इसके लिए आप खुद जिम्मेदार होंगे।

दबाव में बिल्डर, रेजिडेंट्स को प्रलोभन

सबसे बड़ी बात कि जो जानकारी सामने आई है उससे पता चला है कि मल्टीप्वाइंट कनेक्शन के दबाव के बीच बिल्डर ने फिक्स चार्ज में डिस्काउंट देने की बात कही है। जानकारी मिली है कि बिल्डर फिक्स चार्ज के अमाउंट को  110 रुपये से कम कर ₹60 करने जा रहा है। पता चला है कि बिल्डर ने करीब 50 रुपये के डिस्काउंट का प्रलोभन देकर रेजिडेंट्स को अपने पक्ष में मिलाया और उसके बाद वोटिंग कराई। तो क्या बिल्डर अबतक हर महीने रेजिडेंट्स से करीब 50 रुपये/किलोवाट अधिक की वसूली कर रहा था

लोगों का आरोप है कि बिल्डर रेजिडेंट के इमोशंस के साथ खेल कर हर हाल में सिंगल पॉइंट्स कनेक्शन के एजेंडे पर पड़ा हुआ है ताकि महीने की लाखों रुपए के रेवेन्यू का उसे लॉस न सहना पड़े। देखना दिलचस्प होगा कि अब इस मामले में पीवीवीएनएल की ओर से क्या कार्रवाई होती है और क्या सोसाइटी में मल्टीपाइंट कनेक्शन लगता है या फिर नहीं लगता है?

 

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