Online fraud: ऑनलाइन स्कैम का शिकार हुआ 40 साल का व्यक्ति, गंवाए 38 लाख रुपये
Online fraud: दुनिया डिजिटिकरण होने के बाद ऑनलाइन स्कैम (Online scam) की घटनाओं में भी बढ़ोतरी हुई है. ऑनलाइन स्कैम (Online scam) तेजी से बढ़ रहा है.अब कोई भी ऐसा ऑनलाइन प्लेटफॉर्म नहीं बचा है जहां पर डिजिटल फ्रॉड या स्कैम ना होता हो. कई चेतावनी के बाद भी लोग स्कैमर्स की जाल में फंस जाते हैं. अब एक नया केस सामने आया है.
क्या है मामला ?
मामला मुंबई का है. जहां 40 साल के एक व्यक्ति ने साइबर फ्रॉड में लगभग 38 लाख रुपये गंवा दिए. मिली जानकारी के अनुसार मुंबई के रहने वाले एक व्यक्ति को टेलीग्राम पर एक अनजान महिला का मैसेज आया. महिला ने उन्हें ऑनलाइन पैसे कमाने का ऑफर किया. महिला ने बताया कि उनकी कंपनी के कुछ प्रोडक्ट्स को उन्हें केवल ऑनलाइन रेटिंग देनी है. इसके लिए उन्हें अच्छी कमीशन भी दी जाएगी. पैसे कमाने की बात सुनकर व्यक्ति ने हां कह दी. पीड़ित व्यक्ति पेशे से IT इंजीनियर है.
वेबसाइट का लिंक भेजकर हुआ स्कैम
इसके बाद एक दूसरी महिला ने वेबसाइट पर उनको कुछ काम पूरा करने के लिए कॉन्टैक्ट किया. इसको लेकर महिला ने वेबसाइट की एक लिंक भेजकर लॉगिन करने के लिए कहा. महिला ने भरोसा दिलाया कि टास्क पूरा होने पर उनकी अच्छी इनकम होगी. ये कमाई सीधे उनके ई-वॉलेट में वेबसाइट के जरिए भेजी जाएगी. व्यक्ति ने महिला के निर्देशों को समझकर टास्क पूरा करना शुरू कर दिया.
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पीड़ित ने पुलिस को बताया कि एक टास्क में उसे अलग-अलग प्रॉपर्टी पर 5-स्टार रेटिंग देनी थी. उन्हें ये भी बताया कि टास्क खत्म होने पर उनको कुछ प्रीमियम चार्ज देना होगा जो बाद में कमाई के साथ लौटा दिया जाएगा.
टास्क पूरा करने के लिए खर्च कर दिए 37.80 लाख
पीड़ित ने पुलिस को बताया कि टास्क पूरा करने के लिए उसने 37.80 लाख रुपये खर्च किए. वेबसाइट पर उनके ई-वॉलेट में 41.50 लाख दिख रहे थे. फिर उन्होंने विड्रॉल की रिक्वेस्ट वेबसाइट पर सब्मिट की.
लेकिन, उनकी रिक्वेस्ट पेंडिंग में ही दिख रही थी. थोड़ी देर बार वेबसाइट और टेलीग्राम ग्रुप को डिलीट कर दिया गया. इसके बाद विक्टिम ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई. इस वजह से आपको इस नए स्कैम से भी सावधान रहने की जरूरत है.
ऑनलाइन स्कैम कैसे बचें-
- सबसे पहले तो ऐसे फ्रॉड से बचने के लिए हर लिंक को क्लिक करने की आदत छोड़ दें.
- ऑनलाइन दिए नंबर के साथ देखें कि कंपनी का नाम क्या लिखा है. ठग अक्सर जेनुइन कंपनी के नाम से मिलता-जुलता नाम रखते हैं, उसकी स्पेलिंग गलत हो सकती है, डोमेन नेम अंजान हो सकता है.
- चेक करें कि वेबसाइट सही है या फ्रॉड. हर सर्च के साथ बने 3 डॉट पर क्लिक करके जानकारी चेक कर लें.
- लिंक क्लिक करने से पहले नॉर्टन जैसे किसी लिंक चेकर पर लिंक चेक करें कि ये असली है या फ्रॉड.
- गूगल या एप्पल अक्सर फ्रॉड वेबसाइट की चेतावनी देते हैं. इसे नरजअंदाज मत करिए.
- अगर आपको कोई ई-मेल आया है तो ID चेक करें कि इसमें कंपनी के नाम की स्पेलिंग सही है या नहीं.
- शॉर्ट URL पर क्लिक करने से पहले उसका असली लिंक प्रीव्यू या चेक करके ही क्लिक करें.
- किसी भी मैसेज या मेल पर भेजी डाउनलोड फाइल पर क्लिक करके उसे डाउनलोड नहीं करें. ऐसे किसी भी लिंक को एंटी-वायरस पर चेक करके ही डाउनलोड करें या खोलें.
- अंजान लिंक को क्लिक करने से पहले अगर आप सावधानी बरतेंगे तो स्कैम के ख़तरे से मुक्त हो जाएंगे.