Greater Noida News: प्राधिकरण सख्त, 96 सोसाइटियों को भेजा नोटिस, जाने क्या है वजह
Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा से एक बड़ी खबर है। कूड़े -कचरे का सही ढंग सोसाइटी और संस्थानों में निस्तारण की व्यवस्था न होने से ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने बेहद सख्त कदम उठाए हैं। प्राधिकरण की तरफ से ऐसे 96 संस्थानों और सोसाइटी को नोटिस भेजकर 72 घंटो में जवाब देने को बोला है। इसके साथ ही संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। रिपोर्ट के आधार पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के जनस्वास्थ्य विभाग की तरफ से नोटिस जारी की गई है।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक कूड़े को सही ढंग से निस्तारित नहीं करने वाली 96 सोसाइटियों को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की तरफ से नोटिस जारी किया गया। इनसे तत्काल जवाब मांगा गया है। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। रिपोर्ट के आधार पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के जनस्वास्थ्य विभाग की तरफ से नोटिस जारी की गई है। इन सोसाइटियों से शीघ्र जवाब मांगा गया है। संतोषजनक जवाब न मिलने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
सीईओ के आदेश पर अभियान हुआ तेज
ग्रेटर नोएडा को स्वच्छ बनाने के लिए प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार के निर्देश पर सोसाइटियों में कूड़े का निस्तारण कराने के लिए नियमित अभियान चलाया जा रहा है। बल्क वेस्ट जनरेट करने वालों के यहां कूडे़ के निस्तारण की स्थिति जानने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के जनस्वास्थ्य विभाग की तरफ से सर्वे कराया गया, जिसमें 96 सोसाइटियों में कूड़े का निस्तारण उचित ढंग से नहीं हो रहा था।
इन नामी सोसाइटी और संस्थानों को भेजा नोटिस
- समृद्धि ग्रांड एवेन्यू
- एलीगेंट विला
- ग्रीन आर्क
- मेफेयर रेजीडेंस
- चेरी काउंटी
- निराला एस्टेट
- नियो टाउन
- हिमालय प्राइड
- फ्यूजन होम्स
- स्प्रिंग मिडोस
- ला रेसीडेंसिया
- पूर्वांचल हाइट्स
- स्टेलर एमआई
- एवीजे हाइट्स
- अंसल एपीआई
- मॉडर्न स्कूल
- वनस्थली स्कूल
- बेथानी कॉन्वेंट स्कूल
- हिलवुड स्कूल
दो सोसाइटियों पर लगा 21 हजार रुपए का जुर्माना
कूड़े के प्रबंधन में लापरवाही करने पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के स्वास्थ्य विभाग ने एटीएस डोल्से पर 20,400 रुपए और ऐस प्लेटिनम पर 800 रुपए का जुर्माना लगाया है। इन सोसाइटियों प्राधिकरण के ओएसडी इंदू प्रकाश सिंह के नेतृत्व में जनस्वास्थ्य विभाग की टीम कूूड़े के निस्तारण का जायजा लेने गई थी, लेकिन उचित प्रबंधन न मिलने पर यह कार्रवाई की गई है।
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