नोएडा: FONAA की नई पहल पर राजनीति तेज, कुछ ने कहा ‘RONAA’
नोएडा-ग्रेटर नोएडा में हाईराइज सोसाइटीज के कई ऐसे मुद्दे हैं जो रेजिडेंट्स और बिल्डर के विवाद का कारण बना हुआ है। इन विवादों को खत्म करने के लिए FONAA ने बड़ी पहल की है। हाई राइज सोसाइटीज के मुद्दों को लेकर FONAA आंदोलन खड़ा करना चाहता है ताकि अनसुलझे मुद्दों का समाधान हो सके। इसके लिए फेडरेशन ने 20 फरवरी को एक अहम मीटिंग बुलाई इस मीटिंग में कई सोसाइटीज के लोग शामिल हुए और किसान आंदोलन की तर्ज पर सोसाइटीज के मुद्दो को लेकर आंदोलन खड़ा करने पर सहमति बनी। साथ ही मीटिंग में मौजूद हर शख्स को अपने साथ 8 से 10 लोगों को जोड़ने पर जोर दिया गया।
चौंकाने वाली बात यह है कि जब इस मीटिंग की जानकारी सोशल मीडिया पर आई तो कई ऐसे लोग सामने आए जिन्होंने FONAA और उसकी कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करने लगे। इन लोगों का आरोप है कि FONAA और उससे जुड़े लोग सोसाइटीज में ‘AOA माफिया’ को बढ़ावा दे रहे हैं।
महागुण मॉडर्न सोसाइटी में रहने वाली इंद्राणी मुखर्जी का आरोप है कि FONAA लंबे समय से सोसाइटीज में अराजकता को बढ़ावा दे रही है। खुद FONAA के अध्यक्ष संदीप चौहान इस काम में लगे हैं।
‘किस बाय लॉ के तहत FONAA के अध्यक्ष संदीप चौहान 4 साल से MMAOA के प्रेसिडेंट बने बैठे हैं’
‘2017 के बाद महागुण मॉडर्न में कोई वैध चुनाव नही हुआ । किस बाय लॉ के तहत FONAA के अध्यक्ष संदीप चौहान 4 साल से MMAOA के प्रेसिडेंट बने बैठे हैं । 2019 में 4 लोगों को अवैधानिक और कपटपूर्ण रूप से बोर्ड से निकालकर अपने समर्थक 4 लोगो को, जिसमे FONAA के सेक्रेटरी मृदुल भाटिया भी शामिल है, बोर्ड में शामिल कर लिया । यह सब अवैधानिक है, जिसकी पुष्टि माननीय उच्च न्यायालय के अंतरिम आदेश द्वारा हो चुका है। यही वजह है कि इन लोगों के खिलाफ हाईकोर्ट के आदेश की अवमानना का केस चल रहा है।
सन साइन हिलियॉस सोसाइटी में रहने वाले आलोक श्राफ भी FONAA के नाम का रोना रोते नजर आए। www.gulynews.com से बात करते हुए उन्होंने बताया कि आसपास की सोसाइटीज में हो रहे हर गलत काम में FONAA का हाथ है। यह वसूली का कोचिंग सेंटर है। रेजिडेंट्स के हितों को दरकिनार कर यह AOA माफिया को बढ़ावा देने का काम कर रही है। इस नियत के कारण ही 7X की सोसाइटीज पर बिल्डर लॉबी हावी है।’
‘FONAA वसूली का कोचिंग सेंटर है’
www.gulynews.com ने इन आरोपों पर FONAA के सचिव मृदुल भाटिया से भी बात की और उनका पक्ष जाना। मृदुल भाटिया ने इन तामाम आरोपों को सिरे से नकार दिया और साफ कहा कि इस तरह के आरोप लगाने वाले लोग बिल्डर के साथी हैं। उन्होंने कहा कि ‘प्रजातंत्र की सबसे बड़ी खूबसूरती यही है कि वो बोलने की आजादी देता है और जो हर सोसाइटी के हारे हुए खिलाड़ी हैं उनको सोशल मीडिया पर अपनी भड़ास निकालने से रोकना अमानवीय कृत्य है. गजराज जब चलते हैं तो कुकुर भौंकते रहते हैं और गजराज मुड़ कर देखते भी नहीं है. FONAA बिल्डर और नोएडा, ग्रे नोएडा अथॉरिटीज के खिलाफ़ क्षेत्र के निवासियों की लड़ाई जारी रखेगी चाहे क्षेत्र के प्रोपर्टी डीलर बिल्डरों के पोषण से, जितना मर्जी फोना का विरोध कर लें.’
‘गजराज जब चलते हैं तो कुकुर भौंकते रहते हैं और गजराज मुड़ कर देखते भी नहीं है’
FONAA के सचिव मृदुल भाटिया भले ही फेडरेशन का बचाव कर रहे हैं लेकिन हाइड पार्क में रहने वाले अजय पांडे ने FONAA पर बड़ा आरोप लगाया है। अजय पांडे का आरोप है कि FONAA से जुड़े कई लोग अवैध गतिविधियों में लिप्त हैं। हाइड पार्क सोसाइटी की AOA भी FONAA के संरक्षण में काम कर रही है। यह AOA बिजली, पानी के घोटाले में शामिल है। साथ ही बिल्डर के साथ मिलिभगत कर करोड़ों रुपये का गबन कर चुकी है।
‘FONAA से जुड़े कई लोग अवैध गतिविधियों में लिप्त हैं’
साफ है कि FONAA के नाम पर सोसाइटीज के अंदर भी राजनीति तेज है। कुछ इसके साथ खड़े हैं, कुछ इसके विरोध में खड़े हैं। अब तय रेजिडेंट्स को करना है कि वो किसके साथ हैं। सवाल रेजिडेंट्स की समस्याओं को सुलझाने और बिल्डर से निजात पाने का है। ऐसे में यह महतवपूर्ण नहीं है कि कौन किसके साथ है, महत्वपूर्ण यह है कि समस्याओं से निजात कौन दिलाता है।