Uttrakhand: इन जगहों पर नहीं घूमे तो उत्तराखंड नहीं घूमा
Uttrakhand: गंगा की गोद हिमालय की छाया में बसा उत्तराखंड राज्य दुनिया भर में अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है…इस राज्य में १३ जिले है..जिसे दो मंडलों में बांटा गया है.. कुमाऊं और गढ़वाल…जिस तरह से इनके नाम अलग है वैसे ही इनकी पहचान,खान-पान और रहन-सहन भी अलग है ।
देहरादून क्यों खास?
वैसे तो उत्तराखंड (Uttrakhand) में कई चीजें हैं जो आप लोगों को रोमांचित करेंगे। लेकिन हम बात करेगे राजधानी देहरादून( Dehradoon) की। देहरादून दो शब्दों देहरा और दून से मिलकर बना है। इसमें देहरा शब्द का अर्थ डेरा होता है।
मान्यता है कि जब सिख गुरु हर राय के पुत्र रामराय इस क्षेत्र में आए तो अपने अनुयायियों के रहने के लिए उन्होंने यहाँ अपना डेरा स्थापित किया था। इसी तरह दून शब्द दूण से बना है। और यह दूण शब्द को संस्कृत में द्रोणि कहा जाता है। जिसका मतलब दो पहाड़ों के बीच की घाटी है। माना जाता है की यह पूर्व में ऋषि द्रोणाचार्य का डेरा था।
देहरादून के पर्यटन स्थल : मसूरी
दुनियाभर में प्रसद्घि मसूरी (Masoori) अपनी खूबसूरती और मनमोहक नजारों के लिए जानी जाती है। मसूरी को पहाड़ों की रानी भी कहा जाता है। यह कई तरह की वनस्पतियां और झिल है जो की पर्यटकों को अपने तरफ आकर्षित करती है…यह एक म्यूजयाम है। जिसमे उत्तराखंड की संस्कृति और उत्तराखण्ड के बारे में जानकारी मिलती है। मसूरी में घूमने के लिए कई सुंदर जगह हैं। ट्रेकिंग के शौकीनों के लिए भी परफेक्ट जगह है। यहां का सबसे सटीक प्वाइंट गन हिल को कहा जाता है। आजादी से पहले इस पहाड़ी के ऊपर रखी तोप से रोजाना दोपहर के वक्त गोली चलाई जाती थी.जिससे लोग अपनी घड़ियां मिलाते थे। इसके कारण ही इसका नाम गनहिल पड़ा।
देहरादून के पर्यटन स्थल :सहस्त्रधारा
सहस्त्रधारा देहरादून में स्थित एक खूबसूरत पर्यटक स्थल हैं जो देहरादून शहर से लगभग 11 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं..इस स्थान पर झरने, गुफाएं, सीढियां और खेती की जमीन भी शामिल है। यह स्थान आकर्षित फोटोग्राफी, धार्मिक स्थल और पर्यटकों की पसंदीदा जगहों के लिए जाना जाता हैं। सहस्त्रधारा में कोई प्रवेश शुल्क नही लगता हैं और सूर्योदय से सूर्यास्त तक सभी दिन यह खुला रहता हैं।
देहरादून के पर्यटन स्थल : बुद्धा टेंपल
बुद्धा टेंपल, जिसको मैन रोलिंग मठ के नाम से भी जाना जाता है. जिसका दीदार करने बड़ी संख्या में सैलानी यहां आते हैं. यह लोग महात्मा बुद्ध के उपदेशों को आत्मसात करने के साथ ही नायाब कारीगरी को देखने आते हैं.माना जाता है कि 6 प्रसिद्ध मठ में से बुद्धा टेंपल भी एक है. जो एशिया में मेंड्रोलिंग “बुध मोनेस्ट्री” के नाम से प्रसिद्ध है.मान्यता है कि इस मठ में रोलर को घुमाने से हर मुराद पूरी होती है. जिसे देखने हर साल देश विदेश से हजारों लोग पहुंचते हैं।