Punjab Protest: फिरोजपुर के जीरा में प्रदर्शनकारी और पुलिस के बीच झड़प, ये हैं मांग
Punjab Protest: पंजाब के फिरोजपुर (Firozepur) के जीरा में पुलिसकर्मियों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई. इस झड़प में पंजाब पुलिस के करीब 7 जवान घायल हुए हैं. जानकारी के अनुसार पंजाब सरकार द्वारा इन प्रदर्शनकारियों के साथ तालमेल बनाकर स्थिति को कंट्रोल किया जा रहा है. पुलिस की ओर से प्रदर्शनकारियों के साथ लगातार बातचीत की जा रही है. पुलिस ने कहा कि फैक्टरी के अंदर कर्मचारियों को भेजा जा चुका है, जो अपना साफ-सफाई आदि का काम कर रहे हैं. बता दें कि, पंजाब के फिरोजपुर के मंसूरवाल गांव में शराब फैक्ट्री का 24 जुलाई से विरोध शुरू हुआ था.
बता दें कि, फैक्ट्री करीब 150 दिनों से बंद पड़ी है. प्रदर्शनकारियों में शामिल फैक्ट्री के आसपास के इलाकों के ग्रामीणों ने कारखाने के मुख्य द्वार पर घेराबंदी की है. उनका आरोप है कि फैक्ट्री से जल और पर्यावरण को नुकसान हो रहा है. साथ ही उन्होंने खेतों में कम उपज के लिए भी फैक्ट्री को जिम्मेदार ठहराया है. पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने फैक्ट्री गेट के पास से प्रदर्शनकारियों को नहीं उठाने पर पंजाब सरकार को 20 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया है. साथ ही सरकार को प्रदर्शनकारियों को फैक्ट्री से 300 मीटर दूर करने के आदेश दिए हैं. नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने गांव में पानी और मिट्टी के सैंपल लिए और तीन लैब टेस्ट के बाद फेक्ट्री को क्लीन चिट दी है.
किसान मोर्चा ने कहा कि सबसे पहले किसानों पर किया जा रहा अत्याचार रोका जाए, उन पर किए मामले की गंभीरता को देखते हुए पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट ने इस मामले में हस्तक्षेप किया है. कोर्ट ने किसान यूनियनों से धरना खत्म करने को कहा और यह सुनिश्चित किया कि अदालत प्रदूषण के मुद्दे को हल करेगी. शराब फैक्ट्री को बंद करने की मांग को लेकर किसान यूनिय अभी भी जीरा में धरना स्थल पर प्रदर्शन कर रही हैं.
वीडियो देंखे-
फ़िरोज़पुर के जीरा में किसानों और पुलिस के बीच झड़प के नए विसुअल्स
शराब फेक्ट्री के विरोध में पिछले कई दिनों से चल रहा है विरोध प्रदर्शन.#Gulynews #Firozpurnews #Protest pic.twitter.com/mcgqTiBQhU— Guly News (@gulynews) December 20, 2022
क्यों हुई ये झड़प?
पंजाब के जीरा में शराब फैक्ट्ररी का विरोध पिछले पांच महीने से हो रहा है. मंगलवार को किसान संगठन और पुलिस के बीच टकराव भी हुआ. जानकारी के मुताबिक किसान संगठन के लोग शराब फैक्ट्री के सामने चल रहे धरने में शामिल होने जा रहे थे. लेकिन पुलिस ने वहां बैरिकेडिंग लगाकर उन्हें रोकने की कोशिश की. इसी बीच पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच टकराव हो गया.किसान दल पुलिस के बैरिकेड तोड़कर आगे बढ़ने लगे तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया.
ग्रामीणों का कहना है कि इस फैक्ट्री की वजह से पिछले कुछ सालों में उनके इलाके का ग्राउंड वॉटर जहरीला होता जा रहा है. इलाके में बीमारियां फैल रही हैं, उनके जानवर मर रहे हैं. लोगों को कैंसर और अन्य बीमारियां हो रही है. इसी वजह से वो चाहते हैं कि इस फैक्ट्री को बंद किया जाए. पंजाब सरकार ने हाईकोर्ट के अंदर ग्रामीणों का पक्ष ठीक से नहीं रखा और ऐसा लगता है कि पंजाब सरकार कॉरपोरेट घरानों का साथ दे रही है. ग्रामीणों ने पंजाब पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड और एनजीटी के द्वारा फैक्ट्री को दी गई क्लीन चिट को भी नकार दिया और कहा कि पैसे और पॉवर का इस्तेमाल करके इस तरह की क्लीन चिट कोई भी आसानी से हासिल कर सकता है.
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5 महीने से चल रहा प्रदर्शन
पिछले पांच महीने से किसान संगठन व ग्रामीण लोग शराब फैक्ट्री बंद करवाने की मांग को लेकर गांव मंसूरवाल कलां में धरना दे रहे हैं. प्रदर्शनकारियों ने धरनास्थल पर लगातार श्री अखंडपाठ का आयोजन करवाया हुआ है ताकि पुलिस उन्हें वहां से उठा न सके.