टेलीग्राम पर हुआ पेपर लीक, बिहार लोक सेवा आयोग ने किए पेपर रद्द, मचा बवाल
BPSC Paper Leak: पढ़ाई लिखाई की बात हो तो बिहार की स्थिति किसी से कहां छिपी है। बिहार लोक सेवा आयोग (Bihar Public Service Commission) की 67वीं संयुक्त प्रतियोगी प्रारंभिक परीक्षा के पेपर लीक होने की वजह से एग्जाम रद्द कर दिए गए है। इस मामले की जांच कर रही आर्थिक अपराध विंग (Economic offenses wing) ने आरा के एग्जाम सेंटर मजिस्ट्रेट को हिरासत में लिया है। BDO जयवर्धन गुप्ता को वीर कुंवर सिंह कॉलेज में एग्जाम सेंटर मजिस्ट्रेट बनाया गया था।
8 मई को बीपीएससी की 67वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा राज्यभर में 38 जिलों के 1083 एग्जाम सेंटरों पर आयोजित की गई। इस परीक्षा के लिए तकरीबन 6 लाख से ज्यादा उम्मीदवार परीक्षा देने पहुंच थे। एग्जाम 12 बजे से शुरू हुई, लेकिन उम्मीदवारों को एग्जाम होने से 1 घंटा पहले परीक्षा केंद्र पर पहुंचने के निर्देश दिया गया था। उम्मीदवार एग्जाम देने पहुंचे। लेकिन एग्जाम शुरू होने के कुछ देर बाद पेपर लीक खबर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई।
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पटना समेत वैशाली, आरा, औरंगाबाद, सीतामढ़ी एग्जाम सेंटर पर एग्जाम खत्म होने के बाद उम्मीदवारों ने टेलीग्राम पर वायरल बीपीएससी पेपर से सवाल मिलाए, जो एक-दूसरे से हूबहू मेल खा रहे थे। जानकारी के मुताबिक बीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा का सेट-C का प्रश्नपत्र लीक हुआ है। वहीं, आरा ने पेपर लीक होने पर काफी बवाल मचा हुआ है।
समय से पहले मिली एग्जाम हॉल में जाने की परमिशन
उम्मीदवारों नो आरोप लगाया कि परीक्षा केंद्र संचालकों ने कुछ स्टूडेंट्स को समय से पहले ही एग्जाम हॉल में जाने दे दिया था। इन उम्मीदवारों के पास में मोबाइल फोन भी मौजूद थे।
बनाई गई समिति
पेपर लीक मामले में आयोग की ओर एक तीन सदस्यीय समिति बनाई गई थी। समिति को 24 घंटे में रिपोर्ट सौंपने को कहा गया था। हालांकि, समिति ने महज तीन घंटे में ही अपनी रिपोर्ट सौंप दी और एग्जाम रद्द करने की सिफारिश कर दी थी।
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