Ghaziabad Metro News: यूपी कैबिनेट का गाजियाबाद को बड़ा तोहफा, दौड़ेगी मेट्रो… जाम से मिलेगा छुटकारा
Ghaziabad Metro News: उत्तर प्रदेश कैबिनेट ने गाजियाबाद को बड़ा तोहफा दिया, जिससे अब जल्द ही गाजियाबाद के निवासियों को रोजाना हो रही जाम की समस्या से राहत मिलेगी। दरअसल, उत्तर प्रदेश कैबिनेट (Uttar Pradesh Cabinet) ने बजट पेश करने के दौरान कई परियोजनाओं की चर्चा की है। इनमें जेवर एयरपोर्ट, रैपिड रेल और गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway) जैसी कई परियोजना के बारे में चर्चा हुई। अब रेड लाइन (Red Line) को पुरानी रेलवे स्टेशन से रोपवे के जरिए जोड़ने के प्रोजेक्ट को रफ्तार मिलेगी। इससे गाजियाबाद में रोजाना होने वाली कई समस्याओं का समाधान हो सकेगा।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश कैबिनेट (Uttar Pradesh Cabinet) ने बजट पेश करने के दौरान कई परियोजनाओं की चर्चा की है। इनमें जेवर एयरपोर्ट, रैपिड रेल और गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway) जैसी कई परियोजना के बारे में चर्चा हुई। अब रेड लाइन (Red Line) को पुरानी रेलवे स्टेशन से रोपवे के जरिए जोड़ने के प्रोजेक्ट को रफ्तार मिलेगी। मेट्रो की रेड लाइन गाजियाबाद में शहीद स्थल नया बस अड्डे पर खत्म हो जाती है। इसके बाद यात्रियों को जीटी रोड से रेलवे स्टेशन तक जाना पड़ता है। इससे जीटी रोड पर जाम की समस्या रहती है। इस समस्या को लेकर निवासियों ने वीके सिंह (VK Singh) को नया बस अड्डा बनाने की मांग की थी।
फंड की कमी के कारण प्रोजेक्ट में आई रुकावट
नेशनल हाइवे लॉजिस्टिक मैनेजमेंट (National Highway Logistics Management) को इस रूट पर रोपवे चलाने के लिए सर्वे कर डीपीआर तैयार की है। ताकि इस रूट को रोपवे से जोड़ा जा सके, लेकिन फंड की कमी के कारण यह प्रोजेक्ट बीच में ही रुक गया था। अब बजट में रोपवे के लिए 100 करोड़ रुपये की व्यवस्था होने से इस प्रोजेक्ट के परवान चढ़ने की उम्मीद बढ़ गई है। वहीं, जीडीए ने पूर्व में हुई बोर्ड बैठक में चार रूट पर रोपवे चलाए जाने का अप्रूवल मांगा था।
यह भी पढ़ें…
Ghaziabad News: डॉग लवर्स के खिलाफ फूटा लोगों का गुस्सा, निकाला जुलूस…लगाए नारे
ये होंगे नए स्टेशन
जानकारी के मुताबिक, रेड लाइन के रूट वैशाली से मोहननगर, नोएडा सेक्टर-62 से साहिबाबाद, नया बस अड्डा मेट्रो स्टेशन से रेलवे स्टेशन और हिंडन रिवर मेट्रो स्टेशन से राजनगर एक्सटेंशन के बीच के थे। बोर्ड बैठक में पहले दो रूट का प्रस्ताव यह कहते हुए खारिज कर दिया था कि मेट्रो रूट के बीच में किसी अन्य परिवहन के साधन को चलाया जाना सही नहीं है। इस रूट को मंजूरी मिलने के बाद यहां से सफर करने वाले करीब 20 हजार लोगों को इसका फायदा होगा।