Electricity Issue in Appartments: केपटाउन सोसाइटी में काम आई रेजिडेंट्स की लड़ाई.. कम हुई मेंटेनेंस लेकिन अभी भी ‘जंग’ जारी है
Electricity Issue in Appartments: नोएडा-ग्रेटर नोएडा की ऐसी कई सोसाइटी है जहां बिजली बहुत बड़ा मुद्दा बना हुआ है. पहले जब कई सोसाइटी में सिंगल प्वाइंट कनेक्शन था तो इसे लेकर जबरदस्त गतिरोध रहा लेकिन अब जब नोएडा के ही 35 सोसाइटी में मल्टी प्वाइंट कनेक्शन है उसके बाद भी सोसाइटी में रहने वाले लोग परेशना और तमाम एजेंसियों से निराश हैं. चिंता की बात ये है कि कई सोसाइटी में सीनियर सिटीजंस को इस कारण भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
क्या है पूरा मामला
नोएडा की सेक्टर 74 स्थित सुपरटेक केपटाउन सोसाइटी में बीते करीब 10 दिनों से जबरदस्त गतिरोध बना हुआ है. इस गतिरोध का सबसे बड़ा कारण सिंगल प्वाइंट टू मल्टीप्वाइंट कनेक्शन (Electricity Issue in Appartments) के बाद बढ़ी पॉकेट पर बोझ और कन्फ्यूजन के हालात हैं. दरअसल सोसाइटी के रेजिडेंट्स को पूरी बातें बताए बगैर सिंगल प्वाइंट को मल्टीप्वाइंट में बदल दिया गया और अब जब सोसाइटी लगभग 100 फीसदी मल्टी प्वाइंट कनेक्शन पर हो गया है तो लोगों की परेशानी कम होने के बजाए और बढ़ गई है. चिंता की बात ये है कि मेंटेनेंस और पीवीवीएनएल की लड़ाई में रेजिडेंट्स पिस रहे हैं और उनके खर्चे भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं.
किस कारण बढ़ी परेशानी
- मल्टी प्वाइंट मीटर के लिए हरेक रेजिडेंट से PVVNL की पार्टनर कंपनी रेडियस 21 हजार रुपये से ज्यादा की वसूली कर रही है
- लोगों का आरोप है कि मल्टी प्वाइंट मीटर से रेडियस कॉमन एरिया इल्क्ट्रिसिटी सप्लाई के नाम पर हर महीने 1 हजार से ज्यादा वसूल रही है
- मेंटेनेंस टीम भी कॉमन एरिया इल्क्ट्रिसिटी चार्ज वसूल रही है
- सोसाइटी में रहने वाले रेजिडेंट्स पर दोहरी मार कॉमन एरिया का पड़ रहा है
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सीनियर सिटीजन ग्रुप ने लड़ी लड़ाई
इस मामले को लेकर पानी जब सिर से ऊपर बहने लगा और अपार्टमेंट ऑनर एसोसिएशन ने इस पर उदासिनता दिखाई तो केपटाउन सोसाइटी की सीनियर सिटीजन ग्रुप इस मामले को लेकर आगे बढ़ी. मंगलवार को सीनियर सिटीजन ग्रुप के करीब 70 से ज्यादा सदस्य इस मामले को लेकर सोसाइटी मेंटेनेंस हेड अरुण चौहान से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने अपनी मांग मेंटेनेंस हेड तक पहुंचाई लेकिन आरोप है कि मेंटेनेंस हेड अरुण चौहान ने इन मांगों को लेकर बेरुखी दिखाई और सीनियर सिटीजन के सवालों से बचते दिखाई दिए. सीनियर सिटीजन ग्रुप के अध्यक्ष सुकांता भट्टाचार्य का आरोप है कि बातचीत के दौरान अरुण चौहान वरिष्ठ नागरिकों से बदतमीजी से बात करते रहे. सुकांता बताते हैं कि बीच मीटिंग से ही अरुण चौहान उठकर चले गए जिसके बाद सीनियर सिटीजन ग्रुप ने मेंटेनेंस ऑफिस में जाकर अपनी मांगों की लिस्ट चिपकाई.
मेंटेनेंस हेड ने क्या कहा
गली न्यूज ने जब इस बारे में अरण चौहान से बात की तो उन्होंने इस तरह के आरोपों से इनकार किया है. अरुण चौहान का कहना है कि उन्होंने सीनियर सिटीजन की बातों को पूरे धैर्य से सुना और समस्याओं के समाधान का पूरा भरोसा दिया. कॉमन एरिया इलेक्ट्रिसिटी चार्ज को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में अरुण चौहान ने बताया कि अबतक 56 पैसे प्रति स्क्वायर फीट मेंटेनेंस कम की गई है. जिसके बाद अब मेंटेनेंस 3.08 रुपये प्रति स्कवायर फीट से घटकर 2.56 रुपये प्रति स्कवायर फीट हो गई है. उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि अगर किसी का घर 1000 स्क्वायर फीट की है तो मेंटेनेंस में 560 रुपये की कमी हुई है.
गली न्यूज ने इस समस्या का समाधान के लिए एक्सपर्ट की राय ली. एक्सपर्ट बताते हैं कि रेडियस कंपनी फिक्स चार्ज के नाम पर करीब 11 लाख रुपये की वसूली कर रही है इतना ही नहीं ट्रांसमिशन लॉस भी 5 फीसदी वसूल रही है. सिंगल प्वाइंट कनेक्शन पर भी सरकार ने ट्रांसमिशन लॉस का भुगतान खुद कंपनी को करने के लिए कहा था अब जब मल्टीप्वाइंट कनेक्शन है तो इसमें रेडियस कंपनी और पीवीवएनएल को इसकी जिम्मेदारी उठानी चाहिए. अगर ऐसा होता है तो रेजिडेंट्स पर करीब 8 से 10 लाख रुपये का बोझ कम होगा. रेजिडेंट्स जो कॉमन एरिया इलेक्ट्रिसिटी का बोझ कम करने का डिमांड कर रहे हैं उस डिमांड को इससे पूरा किया जा सकता है यानी बड़ी आसानी से कॉमन एरिया मेंटेनेंस चार्ज में 40 से 50 पैसे की और कमी की जा सकती है.
बदले हालात में रेजिडेंट्स परेशान हैं उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि वो करें तो क्या करें. सोसाइटी के व्हाट्स ग्रुप पर रेजिडेंट्स जमकर अपना गुस्सा निकाल रहे हैं.
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