Workers Protest in Society: सोसाइटी में सफाई कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन, ये है वजह…यहां देखें वीडियो
Workers Protest in Society: पिछले कुछ दिनों से दिल्ली एनसीआर समेत आसपास के कई इलाकों में अधिकतर सोसाइटी में सुरक्षा कर्मियों के वेतन न मिलने के मामले आए दिन सामने आ रहे हैं। बिल्डर द्वारा निवासियों से मेंटेनेंस शुल्क तो लिया जाता है लेकिन ना तो कार्य किए जाते हैं और ना ही सुरक्षाकर्मियों का वेतन दिया जाता है। हाल ही में ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सुपरटेक इको विलेज 1 सोसाइटी में वेतन नहीं मिलने से नाराज सुरक्षाकर्मी धरने पर बैठ गए। सुरक्षा कर्मियों ने जोरदार प्रदर्शन कर बिल्डर और मेंटेनेंस विभाग के खिलाफ नारेबाजी की। इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है।
क्या है पूरा मामला
बतादें, ग्रेटर नोएडा वेस्ट (Workers Protest in Society) की सुपरटेक इको विलेज 1 सोसाइटी में कर्मचारियों की हड़ताल को लेकर बड़ी खबर है। इस सोसायटी में वेतन न मिलने से नाराज़ कर्मचारी हड़ताल पर बैठ गए। कर्मचारियों ने प्रबंधन के खिलाफ सुरक्षा कर्मियों ने जोरदार प्रदर्शन और जमकर नारेबाजी की। सुरक्षा कर्मियों का आरोप है पिछले कई महीने से उनका वेतन नहीं दिया गया है और जब वेतन मिलता भी है तो उसमे भी कटौती की जाती है। जिससे उन्हें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है।
वीडियो में दिखाया गया है की भारी संख्या में कर्मचारी सोसाइटी के परिसर में इक्कठे होकर प्रदर्शन कर रहे हैं। कर्मचारी बता रहे हैं की उन्हें पिछले 3 महीने से वेतन नहीं दिया गया है, जबकि काम पूरा लिया जा रहा है। कर्मचारियों के चेहरे पर नाराजगी साफतौर पर दिखाई दे रही है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो को देखकर यूजर्स तरह तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
यहां देखें वीडियो…
ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सुपरटेक इको विलेज 1 सोसायटी में सफाई कर्मचारी 3 महीने से वेतन नहीं मिलने एंव वेतन में कटौती को लेकर किया प्रदर्शन। धरने पर बैठे कर्मी। #Ecovillage @Supertechltd pic.twitter.com/Dr5ayralnw
— Guly News (@gulynews) March 17, 2024
घर खर्च के लिए नहीं है रुपए
बातचीत करने पर कर्मचारियों ने बताया कि मेंटेनेंस विभाग द्वारा उनका कई महीने का वेतन नहीं दिया गया है। वेतन न मिलने से उन्हें काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। घर खर्च के लिए रुपए खत्म हो गए हैं,और जब वेतन की मांग की जाती है तो अधिकारियों द्वारा सिर्फ आश्वासन दिया जाता है वेतन नहीं। जिसके कारण कई समस्याएं झेलनी पड़ती हैं।