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whiskey में ठंडा पानी मिलाने से क्यों रोकते हैं वाइन एक्सपर्ट? ये है पीछे का साइंस

Written By: गली न्यूज

Published On: Thursday November 17, 2022

whiskey में ठंडा पानी मिलाने से क्यों रोकते हैं वाइन एक्सपर्ट? ये है पीछे का साइंस

Water in whiskey: क्या आपको पता है कि लोग व्हिस्की में ठंडा पानी मिलाकर पीना पसंद करते हैं. लेकिन वाइन एक्सपर्ट ऐसा नहीं करने की सलाह देते हैं. इसके पीछे पूरी साइंस है. व्हिस्की (whiskey) या किसी अन्य एल्कॉहल में पानी मिलाएं या नहीं, यह एक बहस का विषय है. दरअसल, ज्यादातर  वाइन एक्सपर्ट तो यही मानते हैं कि हार्ड ड्रिंक को उसके मूल स्वरूप में ही एंजॉय करना चाहिए. हालांकि, भारत और एशियाई देशों के लोगों के टेस्ट पैलेट, यहां मौजूद ड्रिंक्स (drinks) की क्वॉलिटी और मौसम की वजह से ड्रिंक्स में पानी मिलाना आम बात है. पानी ही नहीं, लोग तो जूस, सोडा, एनर्जी ड्रिंक और न जाने क्या-क्या मिलाकर शराब पीते हैं. शराब के कड़वे स्वाद को बैलेंस करने के अलावा यह शरीर को भी हाइड्रेट रखता है.

बहुत सारे लोग व्हिस्की में ठंडा पानी (Chilled Water) मिलाकर पीना पसंद करते है. खान-पान विशेषज्ञ मानते हैं कि शराब में मिलाए जाने वाले पानी तापमान की बहुत बड़ी अहमियत होती है. यह शराब के स्वाद, फ्लेवर पर बहुत बड़ा असर डालता है. पानी के तापमान की अहमियत को समझने वाले ही हार्ड ड्रिंक के फ्लेवर को बेहतर ढंग से समझ पाते हैं. दरअसल, इंसान की स्वाद ग्रंथियां (taste buds) तरल पदार्थ के अलग-अलग तापमान पर अलग-अलग ढंग से प्रतिक्रिया देती हैं, इसलिए इंसान को स्वाद भी अलग-अलग महसूस होता है.

एक्सपर्ट्स के मुताबिक, खाने-पीने की चीज हो या ड्रिंक्स, ठंडी होने पर हमारी स्वाद ग्रंथियां उनके फ्लेवर को ढंग से समझ नहीं पातीं. बेहतर स्वाद या फ्लेवर तभी पता चलता है जब खाना या ड्रिंक पहले के मुकाबले गर्म हो. यही वजह है कि गर्म बीयर का स्वाद कड़वा महसूस होता है, जबकि ठंडी या चिल्ड बीयर पीने में मुश्किल नहीं होती.

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वाइन एक्सपर्ट्स मानते हैं कि इंसानी स्वाद ग्रंथियां 15 से 35 डिग्री सेंटिग्रेट तापमान के बीच सबसे बेहतर ढंग से काम करती हैं. 35 डिग्री तापमान पर स्वाद ग्रंथियां पूरी तरह खुली होती हैं और चीजों को चखने के बाद हमारे दिमाग को स्वाद और जायके के बारे में स्पष्ट संदेश भेजती हैं. वहीं, जब ड्रिंक्स या खाने की चीज का तापमान 15 डिग्री के नीचे हो तो स्वाद ग्रंथियां दिमाग को स्पष्ट संदेश नहीं भेज पातीं जिसकी वजह से स्वाद या जायके के बारे में ढंग से बिलकुल पता नहीं चलता. यानी ड्रिंक्स को बिलकुल ठंडी करके पीने पर यह हमारे टेस्ट पैलेट को एक तरह से शांत (Mute) कर देंगे और फ्लेवर समझ में ही नहीं आएंगे. ऐसे में कोई शख्स अगर महंगी सिंगल मॉल्ट का लुत्फ उठाना चाहता हो तो उसे ठंडी करके पीना उसके असल फ्लेवर के साथ ज्यादती करना होगा. शायद यही वजह है कि वाइन एक्सपर्ट्स महंगी शराब को बिना कुछ मिलाए पीने की सलाह देते हैं.

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