The Hyde Park Society: द हाइड पार्क AOA चुनाव के आए नतीजे, इन लोगों को मिली जीत.. इन्हें मिली हार.. जानिए पूरा नतीजा
The Hyde Park Society: नोएडा की द हाइडपार्क सोसाइटी में अपार्टमेंट ऑनर एसोसिएशन चुनाव के नतीजे आ गए हैं. इस चुनाव में टीम आगाज को रेजिडेंट्स ने सिर आंखों पर बिठाया है और इस टीम को बड़ी जीत हासिल हुई है. लंबे समय से सोसाइटी में अपार्टमेंट ऑनर एसोसिएशन का विवाद जारी था लेकिन अब माना जा रहा है कि इस विवाद का अंत इस नतीजे के साथ ही हो गया है.
चुनाव में किसे मिली जीत
नोएडा की सेक्टर 78 स्थित द हाइडपार्क सोसाइटी (The Hyde Park Society) में 9 दिसंबर को अपार्टमेंट ऑनर एसोसिएशन यानी AOA के चुनाव कराए गए थे. इस चुनाव में अलग-अलग टीम और उम्मीदवार मैदान में थे लेकिन अंत में सोसाइटी के रेजिडेंट्स ने टीम आगाज की जीत पक्की की. निर्वाचन अधिकारी हाइड पार्क की ओर से चुनाव नतीजों का ऐलान किया जा चुका है. टीम आगाज के मेंबर्स बड़ी अतंर के साथ इस जीत को हासिल किया है. बता दें कि सोसाइटी के इस बहुप्रतिक्षित चुनाव में कुल 620 वोट डाले गए थे जिसमें से टीम आगाज को 277 वोट मिले हैं. टीम समाधान को 190 और टीम हाइड परिवार को 133 वोट मिले हैं.
जीतने वाले में कौन-कौन
https:gulynews.com को मिली एक्सक्लुसिव जानकारी के मुताबिक जीतने वालों में सोसाइटी के अलग-अलग टॉवर के लोग हैं. इन लोगों में पूर्व एओए अध्यक्ष दिनेश नेगी का भी नाम शामिल है. इसके साथ ही सुजीत कुमार, अमित गुप्ता, अतुल कुमार राज, अमित मिश्रा, विजेंदर राठौर, सुभाष चौधरी, मनीष गर्ग और विजय रावत शामिल हैं. हालांकि अभी पद की घोषणा नहीं की गई है. जीतने वाले सदस्य आपस में बैठकर इस बात को तय करेंगे कि अगला अध्यक्ष कौन होगा. हालांकि माना जा रहा है कि इस बार सुजीत कुमार को अध्यक्ष बनाया जा सकता है जबकि सेक्रेट्री का पद अमित गुप्ता को मिलना लगभग तय है.
चुनाव हारने वाले बड़े चेहरे कौन
इस चुनाव में कई ऐसे बड़े चेहरे हैं जिन्हें हार का सामना करना पड़ा है इस लिस्ट में बड़ा नाम पूर्व एओए अध्यक्ष अश्विनी त्रिपाठी का है साथ ही पूर्व सचिव अयज पांडेय को भी हार का सामना करना पड़ा है. साथ ही सोसाइटी के बड़े नाम में शुमार पुष्पेंद्र प्रताप सिंह भी इस बार जीत का स्वाद नहीं चख सके हैं. हेमराज चंदेल को भी हार का मुंह देखना पड़ा है. बता दें कि सोसाइटी में इस बार पद के बजाय सदस्यों का चुनाव कराया गया था. डिप्टी रजिस्ट्रार की ओर से इस बारे में गाइडलाइंस जारी किए गए थे.
बता दें कि सोसाइटी में बीते एक साल के दौरान वित्तीय अनियमितता को लेकर कई तरह के आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी रहा है. कई लोगों पर मुकदमे भी दर्ज किया गया है.अब देखने वाली बात होगी कि नई टीम कैसे इन तमाम परेशानियों और अड़चनों से दूर रहकर सोसाइटी का विकास करती है.