November 21, 2024, 9:46 pm

बिल्डरों पर करोड़ों बकाया, जमीन आवंटन रद्द करने की तैयारी में अथॉरिटी, अब आपके फ्लैट का क्या होगा?

Written By: गली न्यूज

Published On: Friday May 19, 2023

बिल्डरों पर करोड़ों बकाया, जमीन आवंटन रद्द करने की तैयारी में अथॉरिटी, अब आपके फ्लैट का क्या होगा?

उत्तर प्रदेश के शो विंडो कहे जाने वाले शहर जिला गौतमबुद्ध नगर में बेईमान बिल्डर पर अथॉरिटी ने सख्ती शुरू कर दी है।यूपी रेरा की आरसी जारी करने के बाद जहां एक तरफ आरसी जमा न करने वाले बिल्डर के खिलाफ एडमिनिस्ट्रेशन जहां वारंट जारी कर रहा है वहीं दूसरी ओर अब अथॉरिटी भी ऐसे बिल्डरों के अलॉटमेंट रद्द करने की तैयारी में है।

एक्शन में अथॉरिटी

ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ( Greater Noida Authority) की सीईओ रितु माहेश्वरी ने ऐसे बिल्डर पर कार्रवाई करने की योजना बनाई है. सीईओ ने सूचना सार्वजनिक करते हुए कहा है कि अब ऐसे बिल्डरों की खैर नहीं है. सीईओ बताती हैं कि ऐसे बिल्डर जो जमीन तो आवंटन करा लिया. लेकिन बकाया पैसा नहीं दे रहे हैं. उनके आवंटन खत्म किए जाएंगे. वो बताती है कि जो भी जमीन आवंटित किए गए थे. उनकी अभी की स्थिति क्या है. जानने के लिए एक थर्ड एजेंसी से सर्वे भी करवा रही है. इस सर्वे के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.

जहां आप रह रहे हैं लेकिन बिल्डर का बकाया है तो क्या होगा?

जब आवंटन रद्द किए जाएंगे तो ऐसे में सवाल उठता है कि जो पहले से ही घर में रह रहे हैं और निवासियों के बिल्डर का ऑथोरिटी पर बकाया पैसा है तो उनके साथ क्या होगा? इस सवाल पर ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी सीईओ रितु माहेश्वरी बताती है कि जिस बिल्डर ने आवंटन के बाद भी जमीन खाली छोड़ दिया है. उसके ही सिर्फ आवंटन निरस्त होंगे. रितु माहेश्वरी बताती है कि कोर्ट या एनसीएलटी में चल रहे मामले पर इस तरह की कार्रवाई नहीं की जाएगी. बिल्डर प्रोजेक्टों के जिन टावरों में लोग रह रहे हैं, उन पर भी यह कार्रवाई नहीं की जाएगी.

बेईमान बिल्डर से फ्लैट बायर्स परेशान

बेईमान बिल्डर की बेईमानी के कारण फ्लैट बायर्स सालों से परेशान हैं. नोएडा अथॉरिटी और ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी दोनों के करोड़ो रुपये बिल्डर पर बकाया है. जिस कारण लोगों की रजिस्ट्री नहीं हो पा रही है, कई ऐसे प्रोजेक्ट हैं. जिसका पैसा तो बायर्स से बिल्डर ने ले लिया. लेकिन ऑथोरिटी को नहीं दिया और न घर का निर्माण शुरू किया. शुरुआत से अभी तक वह जमीन खाली पड़ी है. ऐसे में इस तरह के बिल्डर पर कार्यवाही का पूरा मन बना चुकी है।

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