Twin Tower Supertech: ट्विन टॉवर मामले में सुपरटेक को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका, निवेशकों के लौटाने होंगे इतने करोड़ रुपए
Twin Tower Supertech: बेईमान बिल्डर सुपरटेक की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही है। 28 अगस्त को ट्विन टावर गिराने की तैयारी पूरी हो चुकी है इसके साथ ही अब सुप्रीम कोर्ट ने सुपरटेक को एक और बड़ा झटका दिया है।
क्या मिला झटका ?
https://gulynews.com को मिली जानकारी के मुताबिक देश के सर्वोच्च न्यायालय यानी सुप्रीम कोर्ट (supreme court) ने सुपरटेक निवेशकों (Supertech investors) की याचिका पर आज सुनवाई की याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने साफ कर दिया कि ट्विन टावर ( Twin Tower Supertech) निवेशकों को सुपरटेक ब्याज सहित पूरा पैसा वापस करेगा। सुप्रीम कोर्ट ने सुपरटेक आईआरपी को सुप्रीम कोर्ट की रजिस्ट्री में 30 सितंबर तक एक करोड़ रुपया जमा करने का आदेश दिया है।
सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा?
सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई करते हुए स्पष्ट कर दिया है कि जिन निवेशकों का पैसा बकाया है उनका पूरा भुगतान किया जाएगा। साथ ही यह भुगतान ब्याज समेत किया जाना है।
एमिकस क्यूरी ने क्या कहा?
मामले की सुनवाई के दौरान एमिकस क्यूरी ने कोर्ट से कहा कि बेहतर है कि घर खरीदारों को हर महीने कुछ पैसा मिले। इसके साथ ही ये भी देखा जाए कि ऐसी कौन सी संपत्ति हैं, जिन्हें बेचा जा सकता है ताकि घर खरीदारों को भुगतान किया जा सके।
वहीं याचिकाकर्ता की ओर से पेश वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि खरीदारों का कुल 5.15 करोड़ रुपया लंबित है। इस मामले में सीआरबी और सुपरटेक के अधिकारियों के साथ बातचीत हुई है।
बता दें कि बिल्डर सुपरटेक ऑलरेडी दिवालिया की कगार पर है। कई बैंकों का डिफॉल्टर होने के बाद बिल्डर सुपरटेक ने दिवालिया होने का एप्लीकेशन एनसीएलटी में दाखिल किया है। जिसके बाद आईआरपी बनाने के आदेश दिए गए थे और आईआरपी में कई लोगों ने अपने फॉर्म भी सबमिट किए हैं। बिल्डर सुपरटेक के ऐसे कई साइट्स हैं जो अभी ओंगोइंग है यानी जहां कंस्ट्रक्शन जारी है और उसने निवेशकों से पैसा ले भी रखा है। अब जहां करीब 5 करोड़ से भी ज्यादा अमाउंट ट्विन टावर के निवेशकों को देना है ऐसे में सुपरटेक पर दोहरी आफत की मार पड़ने वाली है।
अवैध कंस्ट्रक्शन करने के कारण ट्विन टावर को गिराया जा रहा है । इससे मार्केट में सुपरटेक की वैल्यू भी बहुत खराब हुई है यानी कि ब्रांड इमेज को भी धक्का पहुंचा है। नए निवेशक निवेश करने से कतरा रहे हैं । उस पर से सुपरटेक को निवेशकों का पैसा भी रिटर्न करना है । ऐसे में सुपरटेक दोहरी मुसीबत की मार से गुजर रहा है।
इस मामले की अगली सुनवाई अक्टूबर के महीने में सुप्रीम कोर्ट करेगी। जैसा कि आपको बताया कि 30 सितंबर तक आईआरपी को एक करोड़ रूपया सुप्रीम कोर्ट के रजिस्ट्रार में जमा करना। लगभग 1 महीने की मोहलत बिल्डर सुपरटेक को इस मामले में मिली है। लेकिन एक करोड़ रूपया भी निवेशकों को लौटाने के लिए नाकाफी साबित होगी क्योंकि करीब 5 करोड़ से ज्यादा अमाउंट सुपरटेक को लौटाने हैं यही वजह है कि सुप्रीम कोर्ट ने आईआरपी को एक करोड़ रूपया फिलहाल रजिस्ट्रार में जमा करने के आदेश दिए हैं।
सवाल उन निवेशकों के लिए भी है जिनका पैसा सुपरटेक ने ले रखा है और अब तक कई प्रोजेक्ट का कंस्ट्रक्शन कंप्लीट नहीं किया है। ऐसे में वह निवेशक भी क्या करें यह बड़ी चिंता का विषय है। ऐसे हालात में यह निवेशक कोर्ट का रुख भी कर सकते हैं।