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Shortage of Water: बढ़ सकती है पानी की किल्लत, 45 दिन तक बंद होगी गंग नहर पानी की सप्लाई

Written By: गली न्यूज

Published On: Tuesday May 7, 2024

Shortage of Water: बढ़ सकती है पानी की किल्लत, 45 दिन तक बंद होगी गंग नहर पानी की सप्लाई

Shortage of Water: नोएडा और गाजियाबाद वालों के लिए जल्द ही पानी की किल्लत बढ़ सकती है। क्योंकि हर साल सफाई की वजह से गंग नहर पानी की सप्‍लाई रोकी जाती है। बताया जा रहा है कि 15 मई से अगले 45 दिनों तक गंग नहर से पानी नहीं आएगा। इसकी वजह से नोएडा और गाजियाबाद शहर में दिक्‍कत पैदा हो सकती है। सिर्फ आठ दिनों तक गंगाजल का पानी स्‍टोरेज रहता है। इसके बाद ट्यूबवैल से पानी की सप्‍लाई पूरे शहर में की जाएगी।

क्या है पूरा मामला

बतादें, टिहरी सयंत्र (Shortage of Water) पर काम के कारण 15 मई से अगले 45 दिन के लिए गंगनहर की सप्लाई प्रभावित होने की बात कही जा रही है। इस वजह से नोएडा को गंगाजल की सप्लाई नहीं मिल पाएगी। ऐसा होने पर इस भीषण गर्मी में शहर में पानी की किल्लत चारों तरफ छा जाएगी। खास बात यह है कि ऐसी किसी किल्लत से निपटने के लिए नोएडा अथॉरिटी ने संसाधन भी नहीं तैयार किए हुए हैं। 8 दिन तक के लिए गंगाजल का स्टोरेज शहर में रहता है। इसके बाद पूरी तरह से ट्यूबवेल के भरोसे शहर की पानी सप्लाई आ जाएगी। वहीं दूसरी तरफ अथॉरिटी के जल विभाग के अधिकारियों का कहना है कि ऐसी कोई सूचना उनके पास अब तक नहीं आई है।

शहर में हर दिन करीब 400 एमएलडी पानी की खपत होती है। इसमें 250 एमएलडी गंगाजल गाजियाबाद से आता है। हर वर्ष गंग नहर की जब सफाई के चलते नहर का पानी रुकता है तो करीब एक महीना गंगाजल की सप्लाई बंद रहती है। इस दौरान शहर में हाई टीडीएस की समस्या बनी रहती है। कुछ जगहों पर किल्लत भी हो जाती है। लेकिन वह नवंबर के महीने में रहती है। तब ट्यूबवेल से किसी तरह काम चल जाता है। लेकिन गर्मियों में ऐसी बंदी कभी नहीं हुई है।

दो साल से बन रहे हैं रेनीवेल

बताया जा रहा है की 2022 से यमुना किनारे बंद पड़े रेनीवेल चालू करने की दिशा में नोएडा अथॉरिटी काम करवा रही है। यमुना किनारे कुल 11 रेनीवेल लगे हैं। इनमें 9 रेनीवेल बंद हो चुके हैं। एक रेनीवेल की क्षमता 18 एमएलडी की है। एक रेनीवेल चालू करवाने में करीब 7.5 करोड़ रुपये का खर्च अनुमानित है। तीन का टेंडर होकर 2 साल से काम चल रहा है। अब तक एक भी रेनीवेल चालू नहीं हुआ है। अब दावा है कि 10 मई के पहले 3 रेनीवेल चालू कर दिए जाएंगे।

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नोएडा को 100 क्यूसेक और गाजियाबाद को मिलता है 50 क्यूसेक पानी

रोजाना गंगाजल प्लांट से नोएडा को 100 क्यूसेक और गाजियाबाद को 50 क्यूसेक पानी मिलता है। ऐसे में गंगनहर में पानी घटता है तो डिमांड के अनुसार पानी की सप्लाई नहीं हो पाएगी। लेकिन पूरी तरह से गंगनहर में पानी कम नहीं होगा क्योंकि हरिद्वार नहर में टिहरी और अलकनंदा दोनों तरफ से पानी आता है। अगर टिहरी से पानी बंद भी होगा तो अलकनंदा से पानी मिलता रहेगा। हालांकि गंगाजल की समस्या थोड़ी भी होने पर इंदिरापुरम, वैशाली, वसुंधरा समेत एक बड़ा इलाका प्रभावित होता है। अगर गर्मियों में यह थोड़े दिन के लिए भी बंद होता है तो लोगों को बहुत समस्या होगी, क्योंकि ट्यूबवेल से बहुत दिनों तक पानी की सप्लाई नहीं हो पाती है।

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