War: यूक्रेन के Nuclear Plant पर रूस का कब्जा, रेडिएशन हुई तो आएगी तबाही
रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) की हो रही लड़ाई के बीच सबसे बड़ी खबर यह है कि रूस ने यूक्रेन के चेर्नोबिल परमाणु प्लांट ( chernobyl nuclear power plant ) पर कब्जा कर लिया है। खुद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेन्स्की (Volodymyr Zelenskyy) ने इस बात की पुष्टि कर दी है। चेर्नोबिल परमाणु प्लांट यूक्रेन के सबसे बड़े परमाणु प्लांट में से एक है । यहां परमाणु प्लांट के कचरों को जमा किया जाता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक यहां पर टनों परमाणु कचरा है। रूस के कब्जे के बाद डर इस बात का है कि किसी तरीके से परमाणु रिसाव (Radiation) ना हो, जो इंसानी जीवन के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकता है। साल 1986 में परमाणु रिसाव के बाद चेर्नोबिल परमाणु प्लांट को बंद कर दिया गया था और बाद में इसका इस्तेमाल स्टोरेज के तौर पर किया जाने लगा। वैज्ञानिकों के अनुसार 1986 का परमाणु रिसाव इतना खतरनाक था कि अगले 24000 साल तक इस इलाके में कोई भी इंसान नहीं रह सकता।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चेर्नोबिल परमाणु संयंत्र के बेसमेंट में मौजूद रूम नंबर 305/2 में जाना अपने आप में बड़ा खतरा है। कहा जाता है कि 305/2 नंबर कमरे में भारी मात्रा में पत्थर पड़े हैं. जिसके अंदर रेडियोएक्टिव यूरेनियम, जिर्कोनियम, ग्रेफाइट और रेत भरी पड़ी है। जानकारी मिली है कि यहां हमले के बाद न्यूट्रॉन्स की मात्रा में बढ़ोतरी देखने को मिली है।
इस बीच रूस ने यूक्रेन के स्नेक आइलैंड पर कब्जा जमा लिया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेन्स्की (Volodymyr Zelenskyy) ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि वो जंग में अकेला पड़ गया है। अबतक इस लड़ाई में 137 लोगों की मौत हुई है जबकि 316 लोग घायल हैं।