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frequent urination: कई बीमारियों का संकेत हो सकता है बार-बार पेशाब आना, जानें कारण और उपाय

Written By: गली न्यूज

Published On: Friday February 3, 2023

frequent urination: कई बीमारियों का संकेत हो सकता है बार-बार पेशाब आना, जानें कारण और उपाय

frequent urination: ऐसे बहुत से लोग हैं जिन्हें बार-बार यूरिन (urine) की समस्या का सामना करना पड़ता है. अक्सर जो लोग पानी ज्यादा पीते हैं उनके शरीर में यूरिन की मात्रा काफी ज्यादा बनती है लेकिन कई लोग ज्यादा पानी ना पीने के बावजूद भी काफी ज्यादा यूरिन पास करते हैं. ऐसा तब होता है जब किसी व्यक्ति का अपने ब्लैडर पर कंट्रोल नहीं रहता. बार-बार पेशाब आने के और भी कई कारण हैं. कुछ बीमारियों के कारण भी बार-बार पेशाब आने की समस्या का सामना करना पड़ता है. हालांकि,बहुत ज्यादा पानी पीना बार-बार पेशाब आने का एक मुख्य कारण होता है. लेकिन आज हम कुछ ऐसी बीमारियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिससे आपको सामान्य से ज्यादा पेशाब आने की समस्या का सामना करना पड़ता है.

डायबिटीज: बार-बार पेशाब आना डायबिटीज का एक मुख्य संकेत है. आमतौर पर, सामान्य व्यक्ति एक दिन में 3 लीटर पेशाब करता है लेकिन डायबिटीज की समस्या होने पर यह मात्रा 3 लीटर से बढ़कर 20 लीटर तक हो जाती है.कहा जाता है कि अगर आप दिनभर में 7 से 10 बार पेशाब करने जाते हैं तो यह टाइप 1 या टाइप 2 डायबिटीज की ओर इशारा करता है.

ओवरएक्टिव ब्लैडर: ओवरएक्टिव ब्लैडर वह कंडीशन है जिसमें बार-बार यूरिन पास करने की फीलिंग होती है. इसकी वजह से डेली एक्टिविटीज डिस्टर्ब हो सकती हैं. बार-बार पेशाब आना इस स्थिति का एक सामान्य लक्षण है.

यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन: यूरीनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन यानी UTI एक आम बीमारी है जो ज्यादातर महिलाओं में देखी जाती है. यह बीमारी तब होती है जब रोगाणु मूत्र प्रणाली (germ urinary system) को संक्रमित  कर देते हैं. इसका असर किडनी, ब्लैडर और इन्हें जोड़ने वाली नलिकाओं पर भी पड़ता है. वैसे तो यूटीआई बीमारी आम है लेकिन ध्यान ना दिया जाए तो इसका इंफेक्शन किडनी में भी फैल सकता है और किसी गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है. यूटीआई के कारण भी व्यक्ति को बार -बार पेशाब करने की जरूरत महसूस होती है. इस समस्या के कारण कई बार यूरिन में खून भी नजर आता है.

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पुरुषों में प्रोस्टेट से संबंधित दिक्कतें: पुरुषों में, बार-बार पेशाब आना प्रोस्टेट की कई समस्याओं का संकेत हो सकता है. इसमें शामिल हैं: बिनाइन प्रोस्टेटिक हाइपरप्लेसिया, जो बढ़े हुए प्रोस्टेट की ओर इशारा करता है. प्रोस्टेटाइटिस, जो एक जीवाणु संक्रमण के कारण प्रोस्टेट की सूजन की ओर की ओर इशारा करता है, प्रोस्टेट कैंसर, जो तब होता है जब प्रोस्टेट में कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं.

महिलाओं में बार-बार पेशाब आने के कारण: जहां तक ​​महिलाओं का सवाल है, यूटीआई, ओवर एक्टिव ब्लैडर, ब्लैडर इंफेक्शन और डायबिटीज के अलावा कई स्थितियां पेशाब के बढ़ने और बार-बार आने का कारण बन सकती हैं. इसमें प्रेग्नेंसी, फाइब्रॉएड, मेनोपॉज और ओवेरियन कैंसर शामिल है. ऐसे में जरूरी है कि आप यह समस्या होने पर डॉक्टर से संपर्क करें.

क्या हर 2 घंटे में पेशाब करना सामान्य है?

एक सामान्य व्यक्ति दिन में लगभग चार से दस बार पेशाब करता है, हालांकि औसत 24 घंटे में छह से सात बार होता है. हालांकि, एक दिन में कम या ज्यादा पेशाब करना असामान्य नहीं है. दिन के दौरान पेशाब की आवृत्ति इस पर निर्भर करती है:

  • उम्र
  • आप कितना पानी पीते हैं
  • दवाएं
  • डायबिटीज या यूटीआई जैसे मेडिकल डिसऑर्डर्स
  • ब्लैडर का साइज
बार-बार पेशाब आने की समस्या के लिए सबसे अच्छी दवा कौन सी है?

कुछ दवाएं जो बार-बार पेशाब आने की समस्या का इलाज करने में मदद करती हैं:

  • डारिफेनासीन (एनब्लेक्स)
  • ऑक्सीब्यूटिनिन (डिट्रोपैन)
  • ट्रोस्पियम एक्सटेंडेड-रिलीज़ (सैंक्टुरा एक्सआर)
  • मिराबेग्रोन (मिरबेट्रिक)
  • सोलिफेनासीन (वेसिकेयर)
  • डेस्मोप्रेसिन एसीटेट (नोक्टिवा)
  • टोलटेरोडाइन एक्सटेंडेड-रिलीज़ (डेट्रॉल LA)
  • इमिप्रामाइन (टोफ्रेनिल)

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