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Jammu and Kashmir news: जम्मू- कश्मीर में जोशीमठ जैसी आपदा, 21 घरों में दरार

Written By: गली न्यूज

Published On: Saturday February 4, 2023

Jammu and Kashmir news: जम्मू- कश्मीर में जोशीमठ जैसी आपदा, 21 घरों में दरार

Jammu and Kashmir news: उत्तराखंड (Uttarakhand) के जोशीमठ (Joshimath) जैसी आपदा जम्मू-कश्मीर (Disaster like Joshimath in Jammu and Kashmir) में आई है. जम्मू के डोडा में जमीन धंसने से 21 घरों में दरारें आ गई हैं. जानकारी के अनुसार आपदा पीड़ितों को सुरक्षित जगहों पर ले जाया गया है. घटना के कारणों की जांच के लिए जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की टीम पहुंच गई है. बता दें कि, गुरुवार (2 फरवरी 2023) तक यहां 6 और इमारतों में दरारें आ गई हैं. ये बढ़ती जा रही हैं. सरकार को इसकी जानकारी दे दी गई है. यहां दिसंबर से घरों में दरारें पड़नी शुरू हुई थी.

डोडा के जिलाधिकारी अतहर अमीन ने बताया कि जिले में दिसंबर में कुछ घरों में दरारों की सूचना मिली थी. गुरुवार तक 6 और इमारतों में दरारें आ गई हैं. ये बढ़ती जा रही हैं. सरकार को इसकी जानकारी दे दी गई है. इलाका दरक रहा है.

जानकारी के अनुसार, यहां के कम से कम 20 परिवारोंं को सुरक्षित जगहों पर भेजा गया है. यह क्षेत्र लगभग 50 से 60 घरों वाला है. गुरुवार (2 फरवरी, 2023) देर रात करीब 12.30 बजे गांव के नीचे एक बड़ा भूस्खलन आया था और इस वजह से कुछ घर ढह गए. इसके बाद से यहां के निवासियों में दहशत का माहौल है.

उत्तराखंड के जोशीमठ में 849 घरों में दरारें

इससे पहले उत्तराखंड के जोशीमठ में 849 घरों में दरारें देखी गईं. इनमें से 155 निजी भवन और 10 व्यापारिक प्रतिष्ठानों (business establishments) को पूरी तरह से असुरक्षित माना गया है. इस कारण अभी तक इनमें रहने वाले 237 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर विस्थापित कर दिया गया है.

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जोशीमठ में कब क्या हुआ
  • 27 दिसंबर: जोशीमठ के घरों में दरारें आने के बाद लोगों ने आंदोलन की चेतावनी दी. इसके बाद प्रशासन की तरफ से इंजीनियर्स और अफसरों की 5 सदस्यीय टीम ने दरारों की जांच की. इसके बाद जोशीमठ के घरों में दरारें बढ़ती रहीं, जब हालात ज्यादा बिगड़ गए, तो राज्य और केंद्र सरकार ने इस ओर ध्यान दिया.
  • 6 जनवरी: करीब 500 घरों और इमारतों में दरारें आने से लोगों में डर बढ़ गया. प्रभावित घरों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित जगहों पर निकालने का काम तेज किया गया.
  • जोशीमठ में घरों में दरारें आने के बाद अब शिफ्टिंग का काम शुरू हो गया है.
  • 7 जनवरी: उत्तराखंड के CM पुष्कर सिंह धामी हालात का जायजा लेने जोशीमठ पहुंचे. इस दौरान चमोली के DM हिमांषु खुराना ने बताया कि समस्या कुछ ही इलाकों में है. CM ने प्रभावित लोगों की हर संभव मदद करने के निर्देश दिए.
  • 8 जनवरी: जोशीमठ के हालात को लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने एक हाई लेवल मीटिंग की. जिला प्रशासन से लोगों को जल्द से जल्द सुरक्षित जगह पर शिफ्ट कराने के लिए कहा गया है. PM मोदी ने राज्य के CM धामी से इस मुद्दे पर बात की.
  • 9 जनवरी: शाम को जोशीमठ की इमारतों को हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए केंद्र की एक टीम पहुंची. टीम ने जांच कर राज्य सरकार को रिपोर्ट सौंपी. 478 घरों और 2 होटलों को डेंजर जोन घोषित किया गया. वहीं, उत्तराखंड सरकार ने जोशीमठ को तीन जोन में बांटने का फैसला किया. 9 जनवरी तक 81 परिवारों को विस्थापित किया गया.
  • 10 जनवरी: जोशीमठ में 2 होटल गिराए जाने की कार्रवाई को स्थानीय लोगों के विरोध के बाद रोक दिया गया. होटल मालिकों ने कहा कि हमें कोई नोटिस नहीं दिया गया है. साथ ही उन्होंने मुआवजे की मांग भी उठाई. सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर अर्जेंट हियरिंग करने से इनकार कर दिया.
  • 11 जनवरी: जोशीमठ के 723 घरों में दरारें दिखने लगीं. CM धामी ने जोशीमठ में प्रभावितों से मुलाकात की और डेढ़ लाख रुपए की मदद देने की बात कही. CM ने बताया कि 50 हजार रुपए शिफ्टिंग के लिए और मुआवजे के एडवांस के तौर पर एक लाख रुपए दिए जाएंगे. फाइनल मुआवजा क्या होगा, ये बाद में तय किया जाएगा.
  • 12 जनवरी: जोशीमठ के 50 से ज्यादा अन्य घरों में दरारें देखी गईं, पहले यह आंकड़ा 723 था. लोगों ने कहा कि मुआवजा तय हुए बिना वे अपनी संपत्ति कैसे छोड़ दें. सीएम धामी ने अधिकारियों के साथ बैठक की. उन्होंने कहा कि शाम तक प्रभावितों के खाते में 1.5 लाख रुपए पहुंच जाएंगे. जोशीमठ अपनी जगह से सालाना ढाई इंच खिसक रहा, घर ढह रहे, लोग बेघर हो रहे.

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