May 4, 2024, 5:52 pm

बिल्डर्स की चालाकी नहीं चलेगी, सिर्फ अच्छे प्रोजेक्ट्स ही सीज़ होंगे।

Written By: गली न्यूज

Published On: Sunday March 27, 2022

बिल्डर्स की चालाकी नहीं चलेगी, सिर्फ अच्छे प्रोजेक्ट्स ही सीज़ होंगे।

UP RERA के आदेश को मानते हुए गौतम बुद्ध नगर प्रशासन ने करीब 40 बिल्डर्स की 600 करोड़ की प्रॉपर्टी को सीज़ किया है उनमें से 500 करोड़ रूपए की प्रॉपर्टी नीलाम की जानी है। बता दें की अब UP RERA के आदेश के बाद किसी भी कार्रवाई में सिर्फ बिल्डर्स के वही प्रोजेक्ट्स और विला सीज़ किये जाएंगे जिस पर कोई विवाद नहीं होगा और अन्य किसी भी तरह की अथॉरिटी की देनदारी नहीं होगी।

क्या है मामला
दरअसल गौतम बुद्ध नगर प्रशासन की ओर से जल्द ही सीज हुई प्रॉपर्टी में से 500 करोड़ की प्रॉपर्टी की ऑनलाइन नीलामी होने जा रही है। लेकिन इनमें बहुत सारी प्रॉपर्टी ऐसी भी है जिसकी लीगल कार्रवाई पूरी नहीं हुई है। बिल्डर्स ने OC (occupancy certificate) या CC (completion certificate) से संबंधित राशि अथॉरिटी को जमा नहीं करवाई है। इस तरह की प्रॉपर्टी को अगर ऑनलाइन नीलामी में प्रशासन बेचता है तो ग्राहक उसकी अथॉरिटी से रजिस्ट्री नहीं करवा पाएगा क्योंकि उसे OC ओर CC की जरूरत पड़ेगी।
इसके चलते गौतमबुद्ध नगर प्रशासन ने ये फैसला लिया है। अब ई-नीलामी में उसी प्रॉपर्टी को रखा जायगा जिसका मालिकाना हक़ आसानी से ग्राहक को दिया जा सके।

यह भी पढ़ें:-

दिवालिया सुपरटेक हुआ तो ग्राहक क्या करें ? आसान भाषा में समझें होम बायर्स का समाधान

प्रशासन बिल्डर्स से 1400 करोड़ की रिकवरी करेगा

दरअसल बड़ी संख्या में बिल्डर्स ख़रीदारों को या तो फ्लैट का पजीशन नहीं दें रहे थे या उनका पैसा वापस नहीं कर रहे और कई ख़रीदार सुप्रीम कोर्ट तक चले गए हैं। रेरा ने भी बिल्डर्स को कई लेटर्स लिखे लेकिन कोई रिस्पॉन्स न मिलने पर डीएम सुहास एलवाई ने प्रॉपर्टी को सीज़ करने के आदेश दिए।

UP रेरा और कोर्ट के आदेश पर प्रशासन को करीब 1400 करोड़ की रिकवरी करनी है। इसमें से 600 करोड़ की रिकवरी प्रशासन के पास पहुंच चुकी है। गौतमबुद्ध नगर प्रशासन की लगातार कार्रवाई के बाद भी बाकि की राशि न मिलने के कारण प्रशासन बिल्डर्स की 500 करोड़ की प्रॉपर्टी जब्त कर चुका है ओर पूरी वसूली करने के लिए ये ई नीलामी होने जा रही है।

यह भी पढ़ेें :-

मेंटेनेंस की लापरवाही से पानी-पानी घर, केपटाउन सोसाइटी की घटना

Leave a Reply

Your email address will not be published.