July 27, 2024, 12:21 pm

Media On Exit Polls: पर उपदेश कुशल बहुतेरे.. कथनी और करनी में अंतर क्यों?

Written By: गली न्यूज

Published On: Thursday June 6, 2024

Media On Exit Polls: पर उपदेश कुशल बहुतेरे.. कथनी और करनी में अंतर क्यों?

Media On Exit Polls: लोकसभा चुनाव 2024 के रिजल्ट आने के बाद भारतीय मीडिया में एक आंतरिक कलह छिड़ी हुई दिखाई दे रही है। चुनावी रूझानों को लेकर एक्जिट पोल के दावे जो किए गए थे, वे झूठे साबित हो गए। उसके बाद  जी न्यूज का वीडियो सामने आया है जिसने अन्य न्यूज चैनल वालों को कटघरे में खड़ा कर दिया है और आज तक, एबीपी न्यूज़, इंडिया टीवी जैसे सभी लोकप्रिय टीवी चैनलों से जवाब तलब किया जा रहा है। आरोप है जानबूझकर गलत आंकड़े दिखाने का। कभी बीजेपी और पीएम का गुणगान करते नहीं थकने वाले ज़ी मीडिया(Zee Media) ने गिरगिट की तरह रंग बदलना शुरू कर दिया है।

क्या है पूरा मामला

बतादें, लोकसभा चुनाव (Media On Exit Polls) का परिणाम आने के बाद से भारतीय मीडिया में महाभारत छिड़ा हुआ है। एक वायरल वीडियो ने भारतीय मीडिया की आंतरिक कलह को सतह पर लाकर रख दिया है। सोशल मीडिया पर ज़ी न्यूज़(Zee News) की एक वीडियो क्लिप वायरल हो रही है जिसमें एग्जिट पोल (Exit Poll) को लेकर देश के सभी प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों को कटघरे में खड़ा किया जा रहा है। आरोप है जानबूझकर गलत आंकड़े दिखाने का।

गिरगिट की तरह रंग बदल रही मीडिया (Zee Media)

कभी बीजेपी और पीएम का गुणगान करते नहीं थकने वाले ज़ी मीडिया (Zee Media) ने गिरगिट की तरह रंग बदल दिया है। इंटरनेट पर जो वीडियो वायरल हो रहा है..उसमें ज़ी न्यूज़ की एंकर शोभना यादव और प्रत्युष खरे दूसरे चैनलों पर एक के बाद एक सवाल दाग रहे हैं। कुल मिलाकर कहें तो अपने को पाक साफ दिखाने और इन न्यूज़ चैनलों के दामन को दागदार करने की बड़ी कोशिश है। इसमें ज़ी न्यूज़ का रवैया बड़ा हैरान करने वाला है। आपको बता दें ज़ी न्यूज़ वही चैनल है जिसने एग्जिट पोल के बाद अपने पहले सर्वे में एनडीए को 370-390 सीटें दी थी। ये चैनल भी जो दूसरों पर सवाल खड़े कर रहा है..ये भी उसी फेहरिस्त में शामिल था।

वीडियो यहां देखें…

https://zeenews.india.com/video/news/lok-sabha-election-2024-exit-poll-after-the-exit-polls-prayers-were-offered-for-pm-modi-2754321.html

खुद को न्यूट्रल और दूसरों से अलग दिखाने की कोशिश

लेकिन जब एग्जिट पोल पर सवाल उठने शुरु हुए तो चैनल ने अगले ही दिन अपने ही सर्वे से पलटी मारते हुए एक AI सर्वे सामने लेकर आया जिसमें एनडीए की 100 सीटें कम कर दी। और अब उसी सर्वे की दुहाई देकर ज़ी न्यूज़ दूसरे चैनलों पर सवाल उठा रहा है, खुद को दूसरों से अलग दिखाने की कोशिश कर रहा है। प्रेस फ्रीडम इंडेक्स(Press Freedom Index) जैसी बड़ी बड़ी बातें कर रहा है। खुद को न्यूट्रल(Neutral) और दूसरों से अलग दिखाने की कोशिश कर रहा है। ज़ी न्यूज़ के इस बदले हुए रंग को देखकर हर कोई हैरान है। इसे ही कहते हैं “पर उपदेश कुशल बहुतेरे” मतलब कथनी और करनी में पूरा अंतर।

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