Heritage City: ग्रेटर नोएडा में बनेगी हेरिटेज सिटी, मिनी मलेशिया बनाने के लिए इतने गांव के किसान देंगे अपनी पुस्तैनी जमीन
Heritage City: ग्रेटर नोएडा वासियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास हेरिटेज सिटी विकसित की जाएगी। इस हेरीटेज सिटी को देखने से ऐसा लगेगा कि आप मथुरा और वृंदावन में आ गए हो। इसकी डीपीआर तैयार हो गई है, जिसको यमुना विकास प्राधिकरण के माध्यम से उत्तर प्रदेश शासन को भेजा गया। अब खुशी की बात यह है कि उत्तर प्रदेश शासन ने हेरिटेज सिटी की डीपीआर को मंजूरी दे दी है।
क्या है पूरा मामला
बतादें, जेवर में बन रहे (Heritage City) नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास हेरिटेज सिटी विकसित की जाएगी। इस हेरीटेज सिटी को देखने से ऐसा लगेगा कि आप मथुरा और वृंदावन में आ गए हो। इसकी डीपीआर तैयार हो गई है, जिसको यमुना विकास प्राधिकरण के माध्यम से उत्तर प्रदेश शासन को भेजा गया। अब खुशी की बात यह है कि उत्तर प्रदेश शासन ने हेरिटेज सिटी की डीपीआर को मंजूरी दे दी है। शासन की मुहर लगने के बाद इस काम पर तेजी से काम शुरू हो जाएगा। परियोजना के पहले चरण में करीब 6,000 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके अलावा जमीन खरीदने के लिए 1,200 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
12 गांवों के किसानों से जमीन खरीदने का काम शुरू
यमुना विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि हेरीटेज सिटी को 10 सालों में पूरी तरीके से बना दिया जाएगा। इसके अंतर्गत 12 गांव आ रहे हैं। उन 12 गांव में किसानों की जमीन को खरीदने के लिए काम शुरू कर दिया है। किसानों से जमीन खरीदने के लिए शासन के द्वारा यमुना प्राधिकरण 1200 करोड़ रुपये देगा। शासन से मंजूरी मिलने के बाद प्राधिकरण के अलावा किसानों के चेहरे भी खिल गए हैं।
यमुना एक्सप्रेसवे से होगी कनेक्टिविटी
जानकारी के मुताबिक बांके बिहारी मंदिर को यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के किनारे 735 एकड़ में हेरिटेज सिटी बसाई जाएगी। यमुना एक्सप्रेसवे की जीरो पॉइंट से 101 और 102 किलोमीटर के बीच में वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर तक करीब 6.9 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा, जिसका नाम ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे होगा। इसी के किनारे हेरीटेज सिटी को विकसित किया जाएगा।
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तीन चरणों में होगा निर्माण किया जाएगा
हेरिटेज सिटी तीन चरणों में विकसित की जाएगी। 2024-26 के बीच में पहला चरण विकसित किया जाएगा। दूसरा चरण 2027 से 30 के बीच में विकसित करने की तैयारी है। 2031 के बाद तीसरा और अंतिम चरण विकसित होगा। पहले चरण में रिवरफ्रंट और पर्यटन जोन विकसित किया जाएगा। पर्यटन जोन 731 हेक्टेयर और रिवर फ्रंट 109 हेक्टेयर में विकसित किया जाएगा। यह जोन जहां पर विकसित होगा, उसमें 4 गांव आ रहे हैं। इसमें पानी गोप, दीवाना, धाकू और कल्याणपुर (कुछ हिस्सा) आएगा। इस जोन से मथुरा, वृंदावन, गोकुल और गोवर्धन को भी जोड़ा जा सकता है ताकि नए वृंदावन को नया महत्व मिल सके।
राया हेरिटेज सिटी के बराबर से गुजरेगी बुलेट ट्रेन
इसके अलावा बरेली से भरतपुर तक स्टेट हाईवे है, जो इस शहर को छूते हुए निकलेगा। रेल कनेक्टिविटी भी बहुत बेहतर है। राया रेलवे स्टेशन प्रस्तावित सिटी से सिर्फ 5 किलोमीटर दूर है। बुलेट ट्रेन भी इस परियोजना के बगल से निकलेगी। दिल्ली बनारस वाला बुलेट ट्रेन का ट्रैक इसी शहर के किनारे से गुजरेगा। इसलिए इससे भी इसकी कनेक्टिविटी मिल सकती है। जिस इलाके में राया सिटी विकसित की जानी है, वह टीटी जेड (ताज ट्रपैजियम जोन) में आता है।