Greater Noida News: हेरिटेज सिटी में शामिल हुए पांच नए गांव, डीपीआर तैयार… जल्द शुरू होगा निर्माण कार्य
Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा में हेरिटेज सिटी विकसित करने की डीपीआर तैयार हो गई है। इसमें पांच और नए गांवों को शामिल किया गया है। इसके साथ ही वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर को जोड़ने के लिए ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बनाया जायेगा। इससे रिवरफ्रंट भी विकसित होगा और बाढ़ वाले डूब क्षेत्र में विकास कार्य नही किया जायेगा। ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे 6़ 9 किमी लंबा व 100 मीटर चौड़ा होगा, जिसमे हेरिटेज सिटी के अंतर्गत 12 गांव आयेंगे।
क्या है पूरा मामला
खबर के अनुसार ग्रेटर नोएडा में यमुना एक्सप्रेसवे के राया कट के पास से मथुरा तक बनाई जाने वाली हेरिटेज सिटी के एलाइनमेंट में परिवर्तन किया गया है। इसके पीछे मथुरा में आबादी बड़ी वजह है। परिवर्तन के बाद विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार कर ली गई है। डीपीआर में पांच और गांव शामिल किए गए हैं।
यीडा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के किनारे 735 एकड़ में विकसित होने वाली हेरिटेज सिटी को धरातल पर लाने की तैयारी में है। यमुना एक्सप्रेसवे के 101 किमी से शुरू होकर वृंदावन में बांके बिहारी मंदिर को जोड़ेगा। पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल पर विकसित होने वाली इस परियोजना में मथुरा-वृंदावन की कला संस्कृति के अलावा योग केंद्र, प्राकृतिक चिकित्सालय, पार्क, कथा वाचनालय समेत अन्य सुविधाएं विकसित की जाएंगी।
यमुना एक्सप्रेसवे के रास्ते वृंदावन जाने वाले लोग आसानी से बांके बिहारी के दर्शन कर सके इसके लिए जीरो प्वाइंट से 101 व 102 किमी के बीच से वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर तक 6़ 9 किमी लंबे ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जाना है। पहले चरण में 100 मीटर चौड़ा यह एक्सप्रेसवे चार लेन का होगा। एक्सप्रेसवे के मार्ग में कई गांवों की अधिक आबादी आ रही थी। इसलिए एलाइमेंट में परिवर्तन करते हुए डीपीआर बनवाई गई है। परामर्शदाता कंपनी सीबीआरई की ओर से तैयार की गई डीपीआर के मुताबिक 12 गांवों की 735 एकड़ जमीन अधिग्रहित की जाएगी। हेरिटेज सिटी को विकसित करने की लागत करीब 1220 करोड़ रुपये आएगी। हेरिटेज सिटी के अंतर्गत आने वाले गांवों का का विकास भी किया जाएगा।
आ सकती हैं विदेशी कंपनियां निवेश के लिए
हेरिटेज सिटी की डीपीआर तैयार करने से पहले परामर्शदाता कंपनी सीबीआरई ने उन कंपनियों से भी संपर्क किया था जो वियतनाम, इंडोनिशया और कोरिया समेत अन्य देशों में हेरिटेज विकास का काम कर चुकी हैं। ऐसे में संभावना जताई जा रही है इस प्रोजेक्ट के विकास के लिए भी विदेशी कंपनियां आ सकती हैं।
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किसका क्षेत्र कितना होगा
- थीम आधारित हेरिटेज सेंटर – 350 एकड़
- योगा केंद्र व प्राकृतिक चिकित्सालय – 103 एकड़
- ग्रीन पार्क – 97 एकड़
- टूरिस्ट ट्रेवल फैसिलिटी – 46 एकड़
- कन्वेंशन सेंटर – 42 एकड़
- आयुर्वेद – 35 एकड़
- स्टार होटल – 26 एकड़
- बजट होटल – 19़ 60 एकड़
- ओल्ड एज होम्स – 10 एकड़
- सर्विस अपार्टमेंट – 6 एकड़
- टूरिस्ट फैसिलिटी – 8़ 40 एकड़
हेरिटेज सिटी में शामिल होने वाले गांव
अरूवा बांगर, अरूवा खादर, पिपरौली खादर, पिपरौली बांगर, भीम खादर, डांगरौली, पानीगांव खादर, चूरा हंसी, पानी गांव, सौर, दीवाना और पोखर छया आदि।