Flat Buyers Issues: बिल्डर के खिलाफ फूटा लोगों का गुस्सा, सोसाइटी में किया प्रदर्शन… देखें वीडियो
Flat Buyers Issues: दिल्ली एनसीआर समेत आसपास के इलाकों की हाउसिंग सोसाइटियों में बिल्डर की तानाशाही बढ़ती जा रही है। हाल ही में नोएडा की एक सोसाइटी में निवासियों ने सोसाइटी में ओसी और सीसी न मिलने की वजह से बिल्डर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इसका एक वीडियो भी सामने आया है।
क्या है पूरा मामला
बतादें, नोएडा (Flat Buyers Issues) के सेक्टर 78 में स्थित महागुन मेजिरिया सोसाइटी के निवासियों ने ऑक्यूपेंसी सर्टिफिकेट (ओसी) और कंप्लीशन सर्टिफिकेट (सीसी) न मिलने की वजह से बिल्डर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। निवासियों के अनुसार लंबे समय से बिल्डर से सोसाइटी में ओसी और सीसी सर्टिफिकेट की मांग की जा रही है। इसके बावजूद बिल्डर आनाकानी कर रहा है। जिसके चलते निवासियों ने आज रविवार को सोसाइटी के परिसर में एकत्र होकर विरोध प्रदर्शन किया। लोगों का कहना है की अगर हमारी मांगों की पूर्ति नहीं की गई तो हम बिल्डर कार्यालय पर जाकर प्रदर्शन करेंगे। इसका एक वीडियो भी सामने आया है।
वीडियो में क्या दिखा
वायरल वीडियो में आप देख सकते हैं कि बड़ी संख्या में निवासी सोसाइटी के परिसर में मौजूद हैं और अपनी मांगों की पूर्ति के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं। परिसर में मौजूद महिलाएं ताली बजाकर जोर जोर से बिल्डर के खिलाफ नारेबाजी करती हुई दिखाई दे रही हैं। इसका वीडियो भी सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
ये देखें वीडियो…
आज रविवार को सेक्टर-78 महागुन मेजिरिया के निवासियों ने बिल्डर के खिलाफ प्रदर्शन किया ये प्रदर्शन ओसी और सीसी न मिलने को था लोंगो ने कहा कि यदि हमारी समस्या का समाधान नही हुआ तो हम बिल्डर कार्यालय पर प्रदर्शन करेंगे। @mahagungroup #Mahagun #flat #flatbyyers #Hindi pic.twitter.com/hTcFAfwst0
— Guly News (@gulynews) April 7, 2024
ओसी और सीसी क्यों जरूरी है?
अब सवाल है कि ऑक्युपेंसी सर्टिफिकेट और कंप्लीशन सर्टिफिकेट की जरूरत क्या है जिसके लिए निवासी हल्ला बोल रहे हैं। दरअसल, ऑक्यूपेंसी सर्टिफिकेट के बिना किसी की फ्लैट की रजिस्ट्री नहीं हो सकती है। इसलिए फ्लैट पर मालिकाना हक पाने के लिए और उसमें रहने के लिए ऑक्युपेंसी सर्टिफिकेट और कंप्लीशन सर्टिफिकेट की जरूरत होती है। अगर इन दो सर्टिफिकेट के बिना भी कोई फ्लैट में रह रहा है तो यह नियम के मुताबिक अवैध माना जाता है।
यही कारण है कि रेसिडेंट्स ऑक्युपेंसी सर्टिफिकेट और कंप्लीशन सर्टिफिकेट के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं लेकिन महागुन बिल्डर पर रेजिडेंट्स की आवाज का कोई असर होता दिख नहीं रहा। इसी को लेकर निवासियों का कहना है की अगर अब भी बिल्डर उनकी समस्या को नही सुन रहा है, तो जल्द ही बिल्डर के कार्यालय पर जाकर प्रदर्शन किया जायेगा।