Eye Drops For Dryness: आंखों की ड्राईनेस दूर करने के लिए आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल सही है या नहीं? आइए जानते हैं…
Eye Drops For Dryness: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में अक्सर धूल और प्रदूषण के कारण हमारी आंखे ड्राई हो जाती हैं। इससे बचने के लिए ज्यादातर लोग आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल करते हैं। अगर आप भी ड्राई आंखों के लिए आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल करते हैं, तो जानें यह आंखों की सेहत के लिए कितना सही है…
क्या है पूरा मामला
कुछ लोगों को आंखों में ड्राईनेस (Eye Drops For Dryness) महसूस होती है। आंखों में रूखेपन के कारण दर्द और जलन का एहसास होता है। ड्राई आंखों में हर समय खुजली महसूस होती रहती है। अगर आपकी आंखें ड्राई हैं, तो रेडनेस नजर आ सकती है। ड्राईनेस के कारण आंखों के चारों ओर से असहज महसूस हो सकता है। आंखों में रूखापन बढ़ने से पानी निकलने लगता है। ड्राई आई के कारण साफ नहीं दिखता, विजन ब्लर हो जाता है। कुछ लोग ड्राई आंखों से छुटकारा पाने के लिए आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल करने लगते हैं। लेकिन डॉक्टर की सलाह के बगैर आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल कितना सही है, इसका जवाब किसी के पास नहीं होता। इस लेख में हम जानेंगे कि ड्राई आंखों के लिए आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल करना सही है या नहीं।
आंखें ड्राई होने के कारण
- उम्र बढ़ने के साथ आंखों में मौजूद प्राकृतिक नमी की उत्पत्ति कम हो जाती है जिसके कारण आंखें ड्राई होने लगती हैं।
- जो लोग धूल या धुएं व वायु प्रदूषण की चपेट में आ जाते हैं उनकी आंखें भी रूखी हो जाती हैं।
- एयर कंडीशनर की हवा लगने के कारण या ठंडी हवा के कारण आंखें ड्राई हो जाती हैं।
- स्क्रीन या लैपटॉप पर ज्यादा देर काम करने के कारण भी आंखों में ड्राईनेस आ जाती है।
- ज्यादा देर कॉन्टेक्ट लेंस लगाने के कारण आंखों में रूखेपन की समस्या होने लगती है।
- पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन न करने के कारण भी आंखों में ड्राईनेस की समस्या हो जाती है।
- डायबिटीज, थायराइड और ऑटोइम्यून बीमारियों में आंखें ड्राई हो जाती हैं।
- लंबे समय तक धूप में रहने के कारण भी आंखों में ड्राईनेस आ जाती है।
- बीटा-ब्लॉकर्स, एन्टीडिप्रेसेंट्स, एंटीहिस्टामीन आदि का सेवन करने के कारण भी आंखें ड्राई हो जाती हैं।
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आंखों की ड्राईनेस के लिए आई ड्रॉप्स डालना सही है?
इस मामले में नेत्र रोग विशेषज्ञों के अनुसार, आंखों की ड्राईनेस का स्तर जांचकर मरीज को आई ड्रॉप्स सजेस्ट की जाती है। लेकिन डॉक्टर की सलाह के बगैर ओवर-द-काउंटर आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल मरीज के लिए हानिकारक हो सकता है। ड्राई आंखों के लिए डॉक्टर की सलाह के बगैर कोई भी आई ड्रॉप आंखों में नहीं डालना चाहिए। कुछ लोग आई ड्रॉप्स खरीदकर उसे आंखों में डालना शुरू कर देते हैं। लेकिन आई ड्रॉप्स में भी केमिकल्स मौजूद होते हैं इसलिए दिन में 4 बार से ज्यादा आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इसके अलावा लोग एक्सपायरी और बोतल का कैप चेक किए बगैर आई ड्रॉप्स खरीद लाते हैं, इससे आंखों में इन्फेक्शन हो सकता है। आंखो को हेल्दी रखने के लिए आप डॉक्टर की सलाह पर ही आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल करें।