स्टेंट लगाने के बाद क्यों हो रही है मरीजों की मौत? राजीव गांधी अस्पताल में इलाज पर उठे सवाल
दिल्ली के राजीव गांधी अस्पताल में हो रही मौत पर विधान सभा में सवाल उठ रहे है। सवालों का उठना लाज़मी भी हो जाता है जब दो साल में स्टेंट डालने और एंजियोग्राफ़ी के बाद 218 में से 101 मरीज़ों की मौत हो गई हो।
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दिल्ली विधानसभा में स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन से सवाल पूछा जाता है कि दिल्ली सरकार के राजीव गांधी अस्पताल में स्टेंट डालने के बाद कितने मरीज़ों की मौत हुई है? इस पर स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि साल 2020 और 2021 में 218 लोगों की मौत हुई हैं, जिनमें से 101 मरीज़ ऐसे थे जिनकी मौत स्टेंट इम्पलांटेशन, एंजियोग्राफ़ी करने के बाद हुई।
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विधानसभा का यह भी पूछना है कि राजीव गांधी के CCU में हुई मौतों के लिए क्या एक्शन लिए जा रहे है? जिसका जवाब देते हुए सदन ने कहा कि 10 मार्च 2022 को एक जांच समिति का गठन किया गया है। कमेटी में एक चेयरमैन और तीन सदस्य हैं। लेकिन जांच कमेटी की रिपोर्ट अभी आना बाकी है।
यह देखने की बात होगी कि क्या जांच में सामने आएगा। आखिर होने वाली मौतों का कारण क्या रहा होगा।