आखिरी बात भी हुई न्याय की, लेकिन न्याय नहीं मिला..
न्याय का दरवाजा खटखटाओं और कोई आवाज़ ना आए तो किस पर विश्वास रहें। उसकी भी सारी आस-उम्मीद टूट गई जब अदालत ने बल्लभगढ़ में हुए गैंगरेप के आरोपियों को जमानत दे दी। उसकी (पीड़िता) सारी उम्मीद खो गई और उसने दुखी होकर अपने पिता से कहा, ‘पापा मुझे तो न्यान नहीं मिला ‘। पीड़िता के पिता ने बेटी को साहस देने की कोशिश की, निराश ना होने के लिए समझाया भी। लेकिन पीड़िता की सारी उम्मीद मार चुकी थी। कुछ बचा नहीं था। जिसकी वजह से उसने जहर खा लिया। और हमेशा-हमेशा के लिए समाज और न्याय के लिए एक सवाल खड़ा कर दी, कि आखिर उसके अपराधियों को कैसे जमानत मिली और कैसे उसे इंसाफ नहीं?
2021 से हुए 2022, लेकिन इंसाफ नहीं
तिगांव थाना में रहने वाले पीड़िता 2 जनवरी 2021 को स्कूल के घर आ रही थी। उस वक़्त वो 12 वीं क्लास में थी। जब वो घर आ रही थी तब अटाली गांव के सौराज और गढ़खेड़ा गांव के नवीन ने अगवा कर लिया। दोनों उसे अपने दोस्त डुंडल के मकान पर ले गए। जहां एक-एक कर दुष्कर्म किया। इतना ही नहीं, दोनों ने लड़की को धमकी दी कि किसी को बताया तो जान से मार देंगे। लेकिन लड़की जैसे ही लड़की अपने घर पहुंची तो उसने अपने पिता को पूरी घटना के बारे में बताया। जिसके बाद पिता ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कराया। लेकिन 2022 में इंसाफ ना मिलने की वजह से आत्महत्या के लिए। पिता ने आत्महत्या के बाद फिर आरोपियों के खिलाफ पुलिस से शिकायत की है। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।
यह भी पढ़ें:- 15 साल की लड़की का किया दरिंदगी से गैंगरेप
अस्पताल में हुई पीड़िता की मौत
जब घर के सभी लोग काम में बिज़ी थे तब पीड़िता ने शाम करीब 4 बजे जहर खा लिया। तबीयत खराब होने के बाद उसे तिगांव में डॉक्टर के पास लेकर गए। डॉक्टर ने उसकी गंभीर हालत देखकर उसे अस्पताल ले जाने के लिए कहा। पिता उसे लेकर सेक्टर-8 सर्वोदय अस्पताल पहुंचे, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
यह भी पढ़ें:- नाबालिग के साथ डेढ़ महीने तक किया दुष्कर्म, मासूम खौफ में