नवरात्रि में मीट बिक्री पर रोक। अल्पसंख्यक आयोग ने मांग जवाब। बढ़ा विवाद।
नवरात्रि को लेकर दिल्ली नगर निगम ने 9 दिन मीट की दुकाने बंद रखने को लेकर कमिश्नर को चिट्ठी लिखी थी। वहीं दिल्ली नगर निगम के नियमों का हवाला देते हुए सप्तमी, अष्टमी और नवमी को दिल्ली के सबसे बड़े स्लॉटर बंद रखने का आदेश दिया था।
दक्षिणी दिल्ली के मेयर मुकेश सूर्यन ने कहा था- नवरात्रि में लोग मंदिर आते-जाते हैं इसके लिए रास्ते का साफ होना बहुत जरूरी है। इस समय मीट की दुकानें खोलना उचित नहीं होगा।
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अब ये मुद्दा विवाद का विषय बनता जा रहा है। दिल्ली में कई जगहों पर मीट बिक्री पर रोक लगाने पर अल्पसंख्यक आयोग ने एक्शन लिया। दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग ने दिल्ली के तीनों नगर निगमों के मेयर्स को नोटिस भेजकर जवाब मांगा। नोटिस में उन्होंने लिखा- किस नियम के तहत मीट की दुकानें बंद करवाई गईं।
वहीं पूर्वी दिल्ली के मेयर श्याम सुंदर अग्रवाल ने कहा- हमें कोई नोटिस नहीं मिला। हम सभी काम नियमों के तहत कर रहे हैं। स्लॉटर हाउस बंद करने का आदेश दिया गया था। उसी का पालन किया जा रहा है। मेयर श्याम सुंदर अग्रवाल ने कहा- मैं खुद इस बात का पता लगाने के लिए निगम के अधिकारियों के साथ गाजीपुर से स्लॉटर हाउस पहुंचा था। लेकिन वहां काम पूरी तरह से बंद था।
इसमें सवाल ये उठता है अगर स्लॉटर हाउस बंद हैं तो दुकानों पर वैध मीट कैसे मिल सकता है। इसकी जांच की जाएगी। जांच के लिए 16 टीमें गठित हुई हैं। अगर अवैध मीट बिकता पाया गया तो चालान के साथ दुकान का लाइसेंस रद्द किया जाएगा।
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