November 22, 2024, 12:56 am

तीन साल के बच्चे ने चबा डाला ज़िंदा साँप को परिजन ने देखा तो ले गये अस्पताल

Written By: गली न्यूज

Published On: Monday June 5, 2023

तीन साल के बच्चे ने चबा डाला ज़िंदा साँप को  परिजन ने देखा तो ले गये अस्पताल

फर्रुखाबाद में शनिवार सुबह साढ़े तीन साल के बच्चे ने खेलतेखेलते सांप को चबा लिया। वह चबाचबाकर सांप को उगल रहा था।इस दौरान सांप की मौत हो गई। बच्चे की दादी ने जब उसे देखा तो वह घबरा गईं। वह तुरंत बच्चे को लेकर मोहम्मदाबाद सीएचसी पहुंचीं। लेकिन वहां पर्याप्त व्यवस्था होने के कारण बच्चे को लोहिया रेफर कर दिया गया गया। बच्चे की हालत अब अभी ठीक है।लोहिया अस्प्ताल ने जांच के बाद उसे छोड़ दिया है।

इस पूरे मामले का विवरण ?

मोहम्मदाबाद थाने के गांव मदनापुर निवासी दिनेश कुमार का साढ़े तीन साल का बेटा अक्षय दोपहर करीब तीन बजे घर के आंगन में खेल रहा था। आंगन में एक दीवार पर प्लास्टर नहीं है। उसी के किनारे पर एक सांप का बच्चा गया। मासूम ने उसे पकड़ लिया।उसने दांतों से सांप को खूब चबाया। मरे हुए सांप को पॉलिथीन में बंद किया

दादी ने जब उसे देखा को सबसे पहले सांप को उससे छुड़ाया और बच्चे का मुंह साफ किया। परिजनों ने मरे सांप को पॉलिथीन में बंद किया। इस दौरान घर पर दादी और बच्चे की मां थी। बच्चे की मां रसोई में काम कर रही थी। वहीं दादी घर के कुछ और काम कर रहीथी। बच्चा अकेले आंगन में खेल रहा था। बच्चे के पिता खेती किसानी का काम करते हैं। वह घर पर नहीं थे।

दादी सुनीता ने बताया, ”पता नहीं कब अक्षय को सांप मिल गया। वह उसे कोई खाने की चीज समझ रहा था। उसने सांप को इस कदर चबाया कि वह मर गया। जब मैंने दूर से उसे देखा तो पहले तो कुछ समझ नहीं पाई। लेकिन पास जाकर देखी तो समझ ही नहीं आया कि क्या करुं।

परिजन के मुताबिक़ सांप पूरी तरह से अकड़ चुका था

सुनीता ने बताया, मेरे नाती के मुंह में सांप था। वह चूहे की तरह उसे पूरी तरह से कुतर चुका था। सांप को देखकर लग रहा था कि कोई सूखी हुई लकड़ी है। वह पूरी तरह से अकड़ चुका था। बस यही गनीमत थी कि उसने अक्षय को डसा नहीं था। क्योंकि सांप को जहरीला जीव होता है।

निगल लेता तो हो जाता बड़ा हादसा

परिजनों ने बताया, मासूम अक्षय दूध ही पीता है। इसीलिए वह सांप के बच्चे को निगल नहीं पाया। अगर वह सांप को निगल जाता तो बड़ी घटना हो जाती। चबाने की वजह से सांप का शरीर पूरी तरह से सफेद पड़ गया था। परिजन बच्चे के साथसाथ साँप को भी पॉलिथीन में बंद करके अस्पताल ले गए थे।

डॉक्टरों ने जांच के बाद बच्चे को घर भेजा

लोहिया के इमरजेंसी में डॉ. मोहम्मद अलीम अंसारी ने बच्चे का स्वास्थ परीक्षण किया। काफी देर इलाज करने के बाद उसे स्वस्थ घोषित कर दिया। उसकी सेहत पूरी तरह से सही है। एक इंजेक्शन लगाकर उसे घर भेज दिया है।

पानी में रहने वाले सांप को बच्चे ने चबाया है

आपको बता दें की पशु विभाग के डॉक्टर ने बताया कि जिस सांप को बच्चे ने चबाया है। वह पनिया सांप है। यह जहरीला नहीं होता हैं।इसके काटने से आदमी मरता नहीं है। अधिकांश ये घर के आसपास नाले नालियों से निकल आते हैं। यह सांप वहीं से गया होगा।पानी के सांप पानी में या उसके आसपास भोजन करते हैं, और उसी की तलाश ये सांप बाहर निकल आते हैं। पानी के सांपों की विशेषता मजबूत शरीर के साथ दृढ़ता से उलझे हुए तराजू और त्रिकोणीय सिर होते हैं। पानी के सांपों का मुख्य आहार मछली और उभयचरों से बना होता है। हालांकि वे गैरविषैले होते हैं।

 

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