Flat Buyers Issues: बिल्डर के 7 अधिकारियों पर रिपोर्ट होगी दर्ज, अदालत ने सुनाया फैसला
Flat Buyers Issues: ग्रेटर नोएडा से धोखाधड़ी का एक और मामला सामने आया है। इसमें खरीदार के बुक स्पेस को किसी दूसरी कंपनी को बेचने पर अदालत ने बिल्डर के 7 अधिकारियों पर रिर्पोट दर्ज करने का फैसला सुनाया है। अदालत के इस फैसले के बाद से बिल्डर के स्टाफ में खलबली मची हुई है।
क्या है पूरा मामला
बतादें, ग्रेटर नोएडा (Flat Buyers Issues) के सेक्टर-129 में ऑफिस स्पेस बुक कराने के बाद प्रोजेक्ट को दूसरी कंपनी को बेचने के मामले में अदालत ने बिल्डर पक्ष के सात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने का आदेश दिया है। हालांकि, अभी एक्सप्रेसवे पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की है। अधिकारियों का कहना है कि आदेश को समझने का प्रयास किया जा रहा है।
एडवोकेट के अनुसार…
एडवोकेट अर्जुन मावी ने बताया कि नोएडा के सेक्टर-129 में मैसर्स बायोवेवर प्रा.लि.और मैसर्स अलीशा इंफ्राटेक प्रा.लि.अमित मावी, योगेश मलिक और निदेशक रामप्रकाश एवं एक अन्य कामेश भड़ाना पर आरोप है कि उक्त लोगों ने यूनिट बेचने के नाम पर दीपक नवानी से 19,24,797 रुपये ले लिए। इस यूनिट पर 2022 को कब्जा देना था, लेकिन जब वह मौके पर पहुंचे तो पता चला कि उक्त लोगों ने प्रोजेक्ट को साया सीमेंटेशन लि.क. को बेच दिया है।
जान से मारने की धमकी दी
बताया जा रहा है की पीड़ित साया सीमेंटेशन कंपनी के निदेशक विकास भसीन, शिवराज सिंह नेगी और रोहित बंसल से जाकर मिले और कहा कि यह यूनिट उन्होंने खरीद रखी है। इस पर साया के अधिकारियों ने कि अब उन्होंने पूरे प्रोजेक्ट को खरीद लिया है और उनके पास पहले खरीदारों का कोई रिकार्ड नहीं है। यदि उनका कुछ है तो वह पहले वाली कंपनी के अधिकारियों से लें। इस पर नवानी ने कहा कि उनकी यूनिट को न बेचा जाए। इस पर उन्होंने वादी को जान से मारने की धमकी दी।
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अपर जिला जज ने उक्त मामले में रिपोर्ट दर्ज करने का आदेश दिया
पीड़ित ने एक्सप्रेसवे कोतवाली में शिकायत दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद पीड़ित ने पुलिस कमिश्नर के समक्ष शिकायत दी तो भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद अदालत की शरण में वादी गया। यहां पर अपर जिला जज सीनियर डिविजन नूपुर श्रीवास्तव की अदालत ने उक्त मामले में रिपोर्ट दर्ज करने का आदेश एक्सप्रेसवे कोतवाली पुलिस को दिया है।